Gold ETF: अगर आप सोने की खरीद करने में दिलचस्पी रखते हैं, तो आपने गोल्ड ईटीएफ के बारे में भी सुना ही होगा. क्या आपने गोल्ड ईटीएफ में अब तक निवेश किया है? सोने में निवेश के एक सुरक्षित और लोकप्रिय माध्यम गोल्ड एक्सचेंज ट्रेडेड फंड (गोल्ड ईटीएफ) ने जून 2025 में जबरदस्त निवेश आकर्षित किया है. उद्योग निकाय एम्फी (एएमएफआई) की ओर से गुरुवार को पेश किए गए आंकड़ों के अनुसार, जून के महीने में गोल्ड ईटीएफ में 2,081 करोड़ रुपये का शुद्ध निवेश हुआ, जो पिछले पांच महीनों में सबसे अधिक मासिक निवेश है.
गोल्ड ईटीएफ क्या है?
गोल्ड ईटीएफ एक प्रकार का म्यूचुअल फंड है, जो निवेशकों को सोना फिजिकली खरीदे बिना इसमें निवेश करने की सुविधा देता है. यह फंड स्टॉक एक्सचेंज पर शेयरों की तरह ट्रेड होता है और इसे आसानी से खरीदा या बेचा जा सकता है. यह उन लोगों के लिए आदर्श विकल्प है जो सुरक्षित निवेश चाहते हैं, लेकिन सोने को स्टोर करने की झंझट से बचना चाहते हैं.
जून में निवेश क्यों बढ़ा?
विश्लेषकों के अनुसार, जून 2025 में गोल्ड ईटीएफ में निवेश बढ़ने के पीछे कई प्रमुख कारण रहे.
- सोने की कीमतों में मजबूती: वैश्विक बाजार में सोने की कीमतों में लगातार तेजी देखने को मिल रही है.
- भूराजनीतिक अनिश्चितताएं: रूस-यूक्रेन संघर्ष, पश्चिम एशिया में तनाव जैसी घटनाओं ने निवेशकों को सुरक्षित विकल्प की ओर मोड़ा.
- शेयर बाजार में अस्थिरता: इक्विटी और फिक्स्ड इनकम मार्केट की घटती स्थिरता के कारण निवेशकों का भरोसा गोल्ड ईटीएफ पर बढ़ा.
मॉर्निंगस्टार इन्वेस्टमेंट रिसर्च इंडिया के वरिष्ठ विश्लेषक नेहल मेश्राम का कहना है कि यह निवेश “निवेशकों की सोच में निर्णायक बदलाव” को दर्शाता है.
पिछले महीनों के मुकाबले जून में जोरदार छलांग
- जनवरी 2025: 3,751 करोड़ रुपये
- फरवरी: आंकड़े कम
- मार्च: 77 करोड़ रुपये
- अप्रैल: 6 करोड़ रुपये
- मई: 292 करोड़ रुपये
- जून: 2,081 करोड़ रुपये
जून का आंकड़ा जनवरी के बाद दूसरा सबसे ऊंचा मासिक निवेश है.
पहली छमाही में 8,000 करोड़ रुपये के पार निवेश
जनवरी से जून 2025 के बीच गोल्ड ईटीएफ में कुल शुद्ध निवेश 8,000 करोड़ रुपये के आंकड़े को पार कर चुका है. यह दर्शाता है कि गोल्ड ईटीएफ अब केवल विकल्प नहीं, बल्कि प्राथमिक निवेश साधन बनता जा रहा है.
एसेट अंडर मैनेजमेंट में भी बढ़त
जून में गोल्ड ईटीएफ श्रेणी की प्रबंधनाधीन परिसंपत्तियां (एयूएम) बढ़कर 64,777 करोड़ रुपये हो गईं. मई में यह आंकड़ा 62,453 करोड़ रुपये था. यानी सिर्फ एक महीने में लगभग 4% की वृद्धि दर्ज की गई.
निवेशकों की संख्या में भी हुआ इजाफा
गोल्ड ईटीएफ में निवेशकों की संख्या भी तेज़ी से बढ़ी है. मई में जहां निवेशक खातों की संख्या 73.69 लाख थी, वहीं जून में यह बढ़कर 76.54 लाख हो गई. इसका सीधा अर्थ है कि सोने से जुड़ी योजनाओं के प्रति आम निवेशक का रुझान तेजी से बढ़ रहा है.
दो नए ईटीएफ से जुटाए गए 41 करोड़ रुपये
जून महीने में दो नए गोल्ड ईटीएफ लॉन्च किए गए, जिनसे कुल 41 करोड़ रुपये जुटाए गए. इससे स्पष्ट है कि बाजार में नई पेशकशों को लेकर भी निवेशकों की रुचि बनी हुई है.
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सुरक्षित निवेश के लिए गोल्ड ईटीएफ बना पसंदीदा विकल्प
वर्तमान वैश्विक हालात, आर्थिक अनिश्चितता और शेयर बाजार की अस्थिरता ने एक बार फिर सोने को सुरक्षित निवेश विकल्प के रूप में स्थापित किया है. गोल्ड ईटीएफ ने निवेशकों को एक सुलभ, सुरक्षित और पारदर्शी माध्यम दिया है, जिससे वे बिना सोना खरीदे उसमें निवेश कर सकते हैं. आने वाले महीनों में इसमें और तेजी आने की संभावना है.
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