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लाखों युवाओं को हर महीने 5000 देगी मोदी सरकार, जल्द शुरू करने जा रही यह स्कीम

Internship Yojana: सरकार की इंटर्नशिप योजना का लाभ पाने वाले युवाओं को सरकार के नियम और शर्तों का पालन करना होगा. इंटर्नशिप योजना के तहत युवाओं को ट्रेनिंग देने के दौरान होने वाले वित्तीय खर्च का वहन कंपनियां करेंगी.

Internship Yojana: नौकरी की तलाश करने वाले देश के लाखों युवाओं को दिवाली से पहले बहुत बड़ी खुशखबरी मिल सकती है. वह यह है कि केंद्र की मोदी सरकार बजट में प्रस्तावित इंटर्नशिप योजना की जल्द ही शुरुआत करने जा रही है. संभावना तो यह बताई जा रही है कि अक्टूबर के आखिर तक सरकार इंटर्नशिप योजना की शुरुआत कर सकती है. सरकार की ओर से इस योजना की शुरुआत कर देने के बाद नौकरी की तलाश करने वाले युवाओं को हर महीने के कम से कम 5000 रुपये दिए जाएंगे. सरकार जल्द ही इस योजना को लेकर गाइडलाइन्स जारी कर सकती है.

अगले हफ्ते जारी हो सकती है गाइडलाइन

सीएनबीसी-टीवी 18 की एक रिपोर्ट में कहा गया है कि केंद्र सरकार के अधीन काम करने वाला कॉरपोरेट मामलों के मंत्रालय इंटर्नशिप योजना की शुरुआत करने पर जोरशोर से काम कर रहा है. रिपोर्ट में कहा गया है कि कॉरपोरेट मामलों का मंत्रालय जल्द ही इसके लिए गाइडलाइन भी जारी कर सकता है. सरकार अगले हफ्ते कभी भी इस योजना को देश के सामने पेश कर सकती है. इसके साथ ही, देश के युवाओं को आर्थिक मदद के तौर पर हर महीने 5000 रुपये मिलने लगेंगे.

इंटर्नशिप योजना के नियम और शर्त क्या हैं?

रिपोर्ट में कहा गया है कि सरकार की इंटर्नशिप योजना का लाभ पाने वाले युवाओं को सरकार के नियम और शर्तों का पालन करना होगा. सरकार की इस योजना का लाभ 21 से 24 साल तक की उम्र के युवा ही उठा सकेंगे. इसके साथ ही, उनके परिवार की सालाना आय 8 लाख रुपये से अधिक नहीं होनी चाहिए. इससे अधिक आमदनी होने पर इस योजना का लाभ नहीं मिल सकेगा. मौजूदा समय में सामान्य स्नातक की पढ़ाई या नौकरी की तलाश करने वाले युवाओं को इस योजना का लाभ नहीं मिलेगा. हालांकि, ऐसे लोग ऑनलाइन कोर्स या वोकेशनल ट्रेनिंग के लिए आवेदन कर सकते हैं.

इंटर्नशिप योजना का कंपनियां उठाएंगी खर्च

इंटर्नशिप योजना के तहत युवाओं को ट्रेनिंग देने के दौरान होने वाले वित्तीय खर्च का वहन कंपनियां करेंगी. हालांकि, इंटर्नशिप के दौरान कंपनियों में रहने और खाने का खर्च युवाओं को खुद ही उठाना पड़ेगा. इसे सरकार की ओर से हर महीने दिए जाने वाले 5000 रुपये से पूरा किया जा सकता है. सरकार की इस योजना का मुख्‍य उद्देश्‍य कंपनियों और युवाओं के बीच एक संबंध स्थापित करना है, ताकि युवाओं को आसानी से नौकरी और कंपनियों को अच्‍छे स्किल वाले कर्मचारी मिल सकें.

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इंटर्नशिप योजना के फायदे

  • सरकार की इंटर्नशिप योजना कॉरपोरेट जगत की जरूरतों के मुताबिक स्किल डेवलपमेंट प्रोग्राम के जरिए युवाओं को नौकरी और रोजगार दिलाने में मददगार साबित होगी.
  • सरकार की इस योजना में देश की कई बड़ी कंपनियों ने दिलचस्‍पी दिखाई है.
  • कंपनियां युवाओं को ट्रेनिंग देकर तैयार करेंगी और फिर इस योजना के तहत नौकरी मिलने में सहायता होगी.
  • हर इंटर्न को स्‍टाइपेंड दी जाएगी. इस योजना के तहत युवाओं को 5,000 रुपये हर महीने मिलेंगे.
  • इसके लिए 500 रुपये कंपनियों के सीएसआर फंड से मिलेंगे, जबकि 4,500 रुपये सरकार की ओर से दिए जाएंगे.
  • सरकार हर इंटर्न को 6,000 रुपये का वन टाइम पेमेंट भी करेगी.

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KumarVishwat Sen
KumarVishwat Sen
कुमार विश्वत सेन प्रभात खबर डिजिटल में डेप्यूटी चीफ कंटेंट राइटर हैं. इनके पास हिंदी पत्रकारिता का 25 साल से अधिक का अनुभव है. इन्होंने 21वीं सदी की शुरुआत से ही हिंदी पत्रकारिता में कदम रखा. दिल्ली विश्वविद्यालय से हिंदी पत्रकारिता का कोर्स करने के बाद दिल्ली के दैनिक हिंदुस्तान से रिपोर्टिंग की शुरुआत की. इसके बाद वे दिल्ली में लगातार 12 सालों तक रिपोर्टिंग की. इस दौरान उन्होंने दिल्ली से प्रकाशित दैनिक हिंदुस्तान दैनिक जागरण, देशबंधु जैसे प्रतिष्ठित अखबारों के साथ कई साप्ताहिक अखबारों के लिए भी रिपोर्टिंग की. 2013 में वे प्रभात खबर आए. तब से वे प्रिंट मीडिया के साथ फिलहाल पिछले 10 सालों से प्रभात खबर डिजिटल में अपनी सेवाएं दे रहे हैं. इन्होंने अपने करियर के शुरुआती दिनों में ही राजस्थान में होने वाली हिंदी पत्रकारिता के 300 साल के इतिहास पर एक पुस्तक 'नित नए आयाम की खोज: राजस्थानी पत्रकारिता' की रचना की. इनकी कई कहानियां देश के विभिन्न पत्र-पत्रिकाओं में प्रकाशित हुई हैं.

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