27.1 C
Ranchi

लेटेस्ट वीडियो

Pahalgam Terrorist Attack: पानी बंद, एयर स्पेस बंद! अब कर्जखोर पाकिस्तान का लोन मिलना होगा बंद

Pahalgam Terrorist Attack: भारत ने पहलगाम आतंकी हमले के बाद पाकिस्तान पर सख्त कार्रवाई करते हुए सिंधु जल, एयर स्पेस और सोशल मीडिया बंद कर दिया है. अब IMF से पाकिस्तान को मिलने वाले 7 बिलियन डॉलर लोन की समीक्षा की मांग की गई है. इसके अलावा, FATF की ग्रे लिस्ट में उसे शामिल कराने की तैयारी से उसकी आर्थिक स्थिति और अधिक कमजोर हो सकती है.

Pahalgam Terrorist Attack: जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद आतंकवादियों के पनाहगाह पाकिस्तान को सबक सिखाने के लिए भारत ने कई सख्त और अहम कदम उठा दिए हैं. पहले सिंधु नदी का पानी कराया. उसके बाद एयर स्पेस बंद किया. भारत में पाकिस्तानी सोशल मीडिया को बंद कराया. और अब, कर्जखोर पाकिस्तान का अंतरराष्ट्रीय मुद्राकोष (IMF) से लोन मिलना भी बंद हो जाएगा. इसका कारण यह है कि पाकिस्तान को सबक सिखाने के लिए आर्थिक मोर्चेबंदी के तहत भारत ने आईएमएफ से उसे लोन की समीक्षा करने की अपील की है.

पाकिस्तान के खिलाफ भारत के दो बड़े कदम

मीडिया में आ रही खबरों के अनुसार, आतंकवाद के पनाहगाह पाकिस्तान को नेस्तनाबूद करने के लिए भारत फाइनेंशियल एक्शन टास्क फोर्स (FATF) की ग्रे लिस्ट में पाकिस्तान को शामिल कराने का प्रयास कर सकता है. इंडियन एक्सप्रेस की एक रिपोर्ट में कहा गया है कि पाकिस्तान के खिलाफ भारत दो बड़े कदम उठाने पर विचार कर रहा है. इसमें पहला यह कि भारत पाकिस्तान को FATF की ग्रे लिस्ट में शामिल कराने की कोशिश करेगा. दूसरा यह कि आईएमएफ की ओर से आर्थिक मदद के तौर पर कर्ज के रूप में मिलने वाले 7 बिलियन डॉलर के सहयोग पैकेज की समीक्षा करने की वैश्विक आर्थिक संस्था से अपील कर सकता है.

एफएटीएफ की ग्रे लिस्ट में शामिल होने पर क्या होगा?

पाकिस्तान का FATF की ग्रे लिस्ट में शामिल होने से उसकी आर्थिक स्थिति और बिगड़ सकती है. इससे अंतरराष्ट्रीय वित्तीय संस्थानों जैसे आईएमएफ, विश्व बैंक और यूरोपीय संघ से कर्ज लेना मुश्किल हो जाएगा. विदेशी निवेश और व्यापार पर असर पड़ेगा, क्योंकि कंपनियां और बैंक पाकिस्तान के साथ लेनदेन में सावधानी बरतेंगी. लेनदेन की लागत बढ़ेगी और देश की मुद्रा पर दबाव आएगा. इसके साथ ही, आतंकवाद वित्तपोषण और मनी लॉन्ड्रिंग पर सख्ती बढ़ेगी, जिसके लिए पाकिस्तान को ठोस कदम उठाने होंगे, वरना ब्लैक लिस्ट में जाने का खतरा भी बना रहेगा.

आईएमएफ की लोन समीक्षा से क्या होगा?

अगर आईएमएफ पाकिस्तान को 7 बिलियन डॉलर के सहयोग पैकेज पर समीक्षा करता है और इसे रोक देता है, तो पाकिस्तान को गंभीर आर्थिक नुकसान होगा. यह कर्ज बाहरी ऋण चुकाने और आर्थिक स्थिरता के लिए जरूरी है. रुकावट से विदेशी मुद्रा भंडार और कमजोर हो सकता है, जो वर्तमान में 9.5 बिलियन डॉलर है. इससे आयात प्रभावित होगा. पाकिस्तानी रुपये पर दबाव बढ़ेगा. महंगाई और ब्याज दरें बढ़ेंगी और विकास दर और गिर सकती है, जो 2024 में 2% थी. इसके साथ ही, अंतरराष्ट्रीय निवेश और अन्य वित्तीय सहायता भी रुक सकती है, जिससे आर्थिक संकट गहरा सकता है.

एफएटीएफ की ग्रे लिस्ट में कैसे शामिल होगा पाकिस्तान

पाकिस्तान को FATF की ग्रे लिस्ट में शामिल कराने के लिए भारत को इसके दूसरे सदस्य देशों के समर्थन की जरूरत पड़ेगी. इसके लिए प्लेनरी के जरिए अप्रूवल दिया है. प्लेनरी FATF के लिए सारे फैसले करती है. इस प्लेनरी की साल में तीन पर बैठक होती है. पहली बार फरवरी में, दूसरी बार जून और तीसरी बार अक्टूबर में होती है. ग्रे लिस्ट में शामिल होने के बाद पाकिस्तान में विदेशी निवेश और पूंजी प्रवाह पर गहरा असर पड़ेगा और उसकी अर्थव्यवस्था को गहरा झटका लग सकता है.

इसे भी पढ़ें: हार्वर्ड यूनिवर्सिटी पर Donald Trump का बड़ा ऐलान, बोले- टैक्स दो, अब नहीं मिलेगी छूट

अक्टूबर 2022 में ग्रे लिस्ट से बाहर निकला है पाकिस्तान

ऐसा नहीं है कि पाकिस्तान पहली बार FATF की ग्रे लिस्ट में शामिल होगा. इससे पहले भी जून 2018 तक पाकिस्तान ग्रे लिस्ट में शामिल था. भारत सरकार के अधिकारियों को कहना है कि FATF की ग्रे लिस्ट में शामिल होने के बाद पाकिस्तान की ओर से भारत में आने वाले अवैध फंड पर रोक लगाने में मदद मिलेगी. पहले भी मदद मिली थी. पाकिस्तान FATF का सदस्य देश नहीं है. वह एशिया पैसिफिक ग्रुप ऑन मनी लॉन्ड्रिंग (APG) का सदस्य है. भारत FATF और APG दोनों का सदस्य है.

इसे भी पढ़ें: आधा भारत नहीं जानता कौन हैं रतन टाटा के छोटे भाई, जान जाएगा तो हो जाएगा गुमनाम

Disclaimer: शेयर बाजार से संबंधित किसी भी खरीद-बिक्री के लिए प्रभात खबर कोई सुझाव नहीं देता. हम बाजार से जुड़े विश्लेषण मार्केट एक्सपर्ट्स और ब्रोकिंग कंपनियों के हवाले से प्रकाशित करते हैं. लेकिन प्रमाणित विशेषज्ञों से परामर्श के बाद ही बाजार से जुड़े निर्णय करें.

KumarVishwat Sen
KumarVishwat Sen
कुमार विश्वत सेन प्रभात खबर डिजिटल में डेप्यूटी चीफ कंटेंट राइटर हैं. इनके पास हिंदी पत्रकारिता का 25 साल से अधिक का अनुभव है. इन्होंने 21वीं सदी की शुरुआत से ही हिंदी पत्रकारिता में कदम रखा. दिल्ली विश्वविद्यालय से हिंदी पत्रकारिता का कोर्स करने के बाद दिल्ली के दैनिक हिंदुस्तान से रिपोर्टिंग की शुरुआत की. इसके बाद वे दिल्ली में लगातार 12 सालों तक रिपोर्टिंग की. इस दौरान उन्होंने दिल्ली से प्रकाशित दैनिक हिंदुस्तान दैनिक जागरण, देशबंधु जैसे प्रतिष्ठित अखबारों के साथ कई साप्ताहिक अखबारों के लिए भी रिपोर्टिंग की. 2013 में वे प्रभात खबर आए. तब से वे प्रिंट मीडिया के साथ फिलहाल पिछले 10 सालों से प्रभात खबर डिजिटल में अपनी सेवाएं दे रहे हैं. इन्होंने अपने करियर के शुरुआती दिनों में ही राजस्थान में होने वाली हिंदी पत्रकारिता के 300 साल के इतिहास पर एक पुस्तक 'नित नए आयाम की खोज: राजस्थानी पत्रकारिता' की रचना की. इनकी कई कहानियां देश के विभिन्न पत्र-पत्रिकाओं में प्रकाशित हुई हैं.

Prabhat Khabar App :

देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए

संबंधित ख़बरें

Trending News

जरूर पढ़ें

वायरल खबरें

ऐप पर पढें
होम आप का शहर
News Snap News Reel