Stock Market: जून के अंतिम कारोबारी दिन सोमवार को भारतीय शेयर बाजारों की शुरुआत सपाट रही. हालांकि, वैश्विक स्तर पर सकारात्मक संकेतों और भू-राजनीतिक तनावों में कमी से निवेशकों का मनोबल बना रहा.
निफ्टी 50 ने 25,661.65 पर शुरुआत की, जिसमें 23.85 अंकों (0.09%) की बढ़त दर्ज की गई. वहीं, बीएसई सेंसेक्स 84,027.33 पर खुला, जो कि 31.57 अंक (0.04%) नीचे रहा.
वैश्विक घटनाक्रमों का बाजार पर असर
वैश्विक स्तर पर भू-राजनीतिक संकटों में कमी, नए व्यापार समझौते और अमेरिका में पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के “Big Beautiful Bill” में प्रगति से निवेशकों की धारणा मजबूत हुई है. बैंकिंग व बाजार विशेषज्ञ अजय बग्गा ने कहा,”भू-राजनीतिक संकटों की घटती आशंका, व्यापार समझौतों में प्रगति और अमेरिका में नीति समर्थन से वैश्विक बाजारों में जोखिम लेने की भावना बढ़ रही है.”
तेल की कीमतें और डॉलर में कमजोरी
OPEC+ देशों द्वारा उत्पादन बढ़ाने की संभावना से कच्चे तेल की कीमतें नियंत्रण में हैं. साथ ही, कमजोर अमेरिकी डॉलर के चलते भारत जैसे उभरते बाजारों में विदेशी पूंजी का प्रवाह बढ़ा है. यूएस ओआईएस डेटा दर्शाता है कि सितंबर में ब्याज दर में कटौती की 90% से अधिक संभावना है, जबकि दिसंबर 2025 तक एक और कटौती की उम्मीद है.
9 जुलाई की टैरिफ समयसीमा पर नजर
हालांकि बाजार में सकारात्मकता बनी हुई है, लेकिन 9 जुलाई की टैरिफ समयसीमा एक महत्वपूर्ण घटना बनी हुई है.बग्गा ने कहा, “बाजार को उम्मीद है कि 12 से अधिक प्रमुख व्यापार साझेदारों के साथ समझौते होंगे और 10% सामान्य टैरिफ तथा क्षेत्रीय टैरिफ की व्यवस्था पर सहमति बन सकती है.”
सेक्टोरल प्रदर्शन व मिडकैप- स्मॉलकैप की मजबूती
ब्रॉडर इंडेक्स में निफ्टी 100 ने 0.05% की बढ़त के साथ शुरुआत की, निफ्टी मिडकैप 100 0.47% और निफ्टी स्मॉलकैप 100 0.57% चढ़े. सेक्टोरल इंडेक्स में निफ्टी पीएसयू बैंक 1% से ज्यादा चढ़ा, जबकि आईटी, मीडिया, मेटल्स और कंज्यूमर ड्यूरेबल्स में भी हल्की बढ़त दर्ज की गई.
तकनीकी संकेत दे रहे तेजी की ओर इशारा
अल्फामोजो फाइनेंशियल सर्विसेस के संस्थापक और SEBI-पंजीकृत रिसर्च एनालिस्ट सुनील गुर्जर ने बताया कि “निफ्टी में 31 दिन की समेकन अवस्था से ब्रेकआउट ने तेजी की नई उम्मीद जगाई है. विदेशी निवेश, कच्चे तेल में 11% की साप्ताहिक गिरावट और जुलाई की ऐतिहासिक तेजी प्रवृत्ति से बाजार में मजबूती दिख रही है.”
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