Jagdeep Dhankhar: भारत के उपराष्ट्रपति और राज्यसभा के सभापति जगदीप धनखड़ ने स्वास्थ्य कारणों की वजह से अपने पद से इस्तीफा दे दिया है. उन्होंने राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को भेजे पत्र में तत्काल प्रभाव से पद छोड़ने की जानकारी दी है.
बतौर उपराष्ट्रपति उन्हें 4 लाख रुपये मासिक वेतन, कई भत्ते और सुविधाएं मिलती थीं. भारत में उपराष्ट्रपति पद के लिए सीधे तौर पर कोई वेतन निर्धारित नहीं होता है. उपराष्ट्रपति को ये वेतन राज्यसभा के सभापति के रूप में मिलता है. उपराष्ट्रपति पद के लिए 2018 में हुए संशोधन से पहले वेतन 1.25 लाख रुपये प्रति माह था, बाद में इसे बढ़ाकर 4 लाख रुपये कर दिया गया.
क्या सुविधाएं मिलती है?
- दिल्ली में एक मुफ्त सरकारी आवास (उपराष्ट्रपति भवन) मिलता है.
- उन्हें और उनके परिवार को चिकित्सा सुविधाएं मिलती हैं.
- ट्रेन और हवाई यात्रा की मुफ्त सुविधा उपलब्ध हैं.
- लैंडलाइन कनेक्शन और मोबाइल फोन सेवाएं फ्री.
- उच्च स्तरीय व्यक्तिगत सुरक्षा के साथ-साथ आधिकारिक कामों में सहायता के लिए पर्याप्त स्टाफ भी प्रदान किया जाता है.
- आधिकारिक वाहनों के साथ चालक और ईंधन के खर्च की सुविधा भी मिलती है.
- कार्यालय के रखरखाव और आधिकारिक खर्चों के लिए भत्ता भी दिया जाता है.
सैलरी
उपराष्ट्रपति को महीने के 4 लाख मिलते थे, इसका मतलब साप्ताहिक सैलरी 92,307 रुपये है, जबकि हर दिन के हिसाब से यह 18,461 रुपये है.
जगदीप धनखड़ की संपत्ति
रिपोर्टस के अनुसार, जगदीप धनखड़ की संपत्ति 7.8 करोड़ रुपए है. जिसमें से चल संपत्ति 4.5 करोड़ से अधिक है और अचल संपत्ति 3.3 करोड़ के आस पास.
कमाई का सोर्स
उनकी कमाई का बड़ा हिस्सा कृषि जमीन, पेशन, बैंक डिपॅाजिट, किराया, लीगल प्रैक्टिस से आता है.
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