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म्यूचुअल फंड एसआईपी निवेशकों ने छाप दिए पैसे, होश उड़ा देंगे ये सालभर के आंकड़े

Mutual Fund SIP: एसआईपी एक अनुशासित और प्रभावी निवेश साधन है, जिसने इस साल म्यूचुअल फंड निवेशकों को मोटा मुनाफा कमाने में मदद की. आंकड़े इस बात की पुष्टि करते हैं कि निवेशकों ने बाजार के उतार-चढ़ाव के बावजूद अपने वित्तीय लक्ष्यों को पूरा किया.

Mutual Fund SIP: म्यूचुअल फंड में सिस्टेमेटिक इन्वेस्टमेंट प्लान (एसआईपी) के जरिए निवेश करने वालों के लिए साल 2024 काफी लाभदायक साबित हुआ. हाल के आंकड़ों के मुताबिक, एसआईपी के जरिए निवेश करने वालों ने न केवल अपने निवेश में अच्छा रिटर्न अर्जित किया है, बल्कि म्यूचुअल फंड इंडस्ट्री ने रिकॉर्ड स्तर पर निवेशकों का भरोसा जीता है. इनके आंकड़े इतने बड़े हैं कि उन्हें देखकर आप चौंक जाइएगा. आइए, जानते हैं कि इस साल म्यूचुअल फंड एसआईपी ने निवेशकों को कितनी कमाई कराई है.

एसआईपी के जरिए बढ़ा निवेश

भारतीय म्यूचुअल फंड उद्योग ने पिछले कुछ सालों में एसआई को एक बेहद लोकप्रिय निवेश साधन बना दिया है. निवेशकों ने अपनी आय के अनुसार हर महीने नियमित रूप से छोटी राशि निवेश की और इसके जरिए लंबे समय में बड़ा मुनाफा कमाया. अमूमन एसआईपी में 1,000 रुपये से शुरू करके हर महीने एक निर्धारित राशि निवेश की जाती है.

ये हैं चौंकाने वाले आंकड़े

2024 में म्यूचुअल फंड उद्योग ने 16,000 करोड़ रुपये से अधिक मासिक एसआईपी कलेक्शन दर्ज किया, जो एक नया रिकॉर्ड है. इस अवधि में निवेशकों ने बाजार में उतार-चढ़ाव के बावजूद अपने निवेश को बनाए रखा, जिससे उनकी संपत्ति में महत्वपूर्ण वृद्धि हुई.

कैसे हुआ इतना लाभ?

साल 2024 के दौरान भारतीय शेयर बाजार विशेष रूप से निफ्टी और सेंसेक्स ने कई बार ऐतिहासिक ऊंचाईयों को छुआ. मिड-कैप और स्मॉल-कैप फंड्स ने भी शानदार प्रदर्शन किया. जो निवेशक नियमित रूप से एसआईपी कर रहे थे, उन्होंने बाजार के उच्चतम और निम्नतम स्तरों का लाभ उठाकर औसत लागत को कम किया. उदाहरण के लिए, एक मिड-कैप फंड ने साल भर में लगभग 25% से 30% रिटर्न दिया, जबकि कुछ स्मॉल-कैप फंड्स ने 35% से अधिक रिटर्न अर्जित किया. इसने एसआईपी निवेशकों के पोर्टफोलियो को मजबूत किया और उनकी संपत्ति को कई गुना बढ़ाया.

एसआईपी ने म्यूचुअल फंड निवेशकों की कराई मोटी कमाई

एसआईपी एक अनुशासित और प्रभावी निवेश साधन है, जिसने इस साल म्यूचुअल फंड निवेशकों को मोटा मुनाफा कमाने में मदद की. आंकड़े इस बात की पुष्टि करते हैं कि निवेशकों ने बाजार के उतार-चढ़ाव के बावजूद अपने वित्तीय लक्ष्यों को पूरा किया. जो लोग अभी तक निवेश शुरू नहीं कर पाए हैं, उनके लिए यह सही समय है कि वे एसआईपी के जरिए अपने भविष्य को सुरक्षित बनाएं.

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तीन साल में इन कंपनियों ने दिए बेहतर रिटर्न

पिछले एक से तीन साल के भीतर लॉन्च की गईं म्यूचुअल फंड स्कीमों ने बेहतर रिटर्न दिए हैं. इनमें एचडीएफसी फार्मा एंड हेल्थकेयर फंड ने एक साल की एसआईपी पर 54.12 फीसदी रिटर्न दिया है. इस कंपनी ने एकमुश्त निवेश करने वालों को एक साल में 53.62% रिटर्न मिला है. आईसीआईसीआई प्रूडेंशियल पीएसयू इक्विटी फंड ने दो साल की एसआईपी पर 44.25% सालाना रिटर्न दिया है. एचडीएफसी डिफेंस फंड ने एक साल की एसआईपी पर 70% रिटर्न दिया है. जबकि, एकमुश्त निवेश करने वालों को एक साल में 82.43% और लॉन्च के बाद से अब तक 80.24% सालाना की दर से रिटर्न मिला है. एसबीआई निफ्टी नेक्स्ट 50 इंडेक्स फंड ने 3 साल की एसआईपी पर 29.13% सालाना रिटर्न दिया है, जबकि एकमुश्त निवेश करने वालों को एक साल में 58.26% सालाना की दर से रिटर्न मिला है.

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KumarVishwat Sen
KumarVishwat Sen
कुमार विश्वत सेन प्रभात खबर डिजिटल में डेप्यूटी चीफ कंटेंट राइटर हैं. इनके पास हिंदी पत्रकारिता का 25 साल से अधिक का अनुभव है. इन्होंने 21वीं सदी की शुरुआत से ही हिंदी पत्रकारिता में कदम रखा. दिल्ली विश्वविद्यालय से हिंदी पत्रकारिता का कोर्स करने के बाद दिल्ली के दैनिक हिंदुस्तान से रिपोर्टिंग की शुरुआत की. इसके बाद वे दिल्ली में लगातार 12 सालों तक रिपोर्टिंग की. इस दौरान उन्होंने दिल्ली से प्रकाशित दैनिक हिंदुस्तान दैनिक जागरण, देशबंधु जैसे प्रतिष्ठित अखबारों के साथ कई साप्ताहिक अखबारों के लिए भी रिपोर्टिंग की. 2013 में वे प्रभात खबर आए. तब से वे प्रिंट मीडिया के साथ फिलहाल पिछले 10 सालों से प्रभात खबर डिजिटल में अपनी सेवाएं दे रहे हैं. इन्होंने अपने करियर के शुरुआती दिनों में ही राजस्थान में होने वाली हिंदी पत्रकारिता के 300 साल के इतिहास पर एक पुस्तक 'नित नए आयाम की खोज: राजस्थानी पत्रकारिता' की रचना की. इनकी कई कहानियां देश के विभिन्न पत्र-पत्रिकाओं में प्रकाशित हुई हैं.

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