Reliance Retail: भारत की अग्रणी खुदरा कंपनी रिलायंस रिटेल लिमिटेड (आरआरएल) अब अपने उपभोक्ता उत्पाद कारोबार (एफएमसीजी) को एक नई इकाई ‘न्यू रिलायंस कंज्यूमर प्रोडक्ट्स लिमिटेड’ को स्थानांतरित करने जा रही है. कंपनी ने यह जानकारी राष्ट्रीय कंपनी विधि न्यायाधिकरण (एनसीएलटी) के सामने दायर एक पुनर्गठन योजना में दी गई है.
एनसीएलटी से पुनर्गठन की प्रक्रिया को मंजूरी
एनसीएलटी की मुंबई पीठ ने 25 जून 2025 को इस पुनर्गठन योजना पर विचार के लिए एक बैठक बुलाने का आदेश दिया है. यह बैठक 70 दिनों के भीतर होगी, जिसमें आरआरएल, आरआरवीएल और आरसीपीएल के असुरक्षित लेनदारों की सहमति ली जाएगी.
“जैसा है, वैसे ही” के आधार पर होगा स्थानांतरण
एनसीएलटी के सामने दायर योजना के अनुसार, रोजमर्रा के उपभोग वाले उत्पादों (एफएमसीजी) का संपूर्ण कारोबार ‘जैसा है, वैसे ही’ आधार पर न्यू आरसीपीएल को स्थानांतरित किया जाएगा. रिलायंस ग्रुप ने कहा है कि उपभोक्ता उत्पाद कारोबार में ब्रांड निर्माण, शोध, विकास, उत्पादन, वितरण और विपणन जैसे समस्त चक्र शामिल हैं. यह एक स्वतंत्र और विशेष रणनीति की मांग करता है, जो रिटेल कारोबार से भिन्न है.
निवेशकों को आकर्षित करने की रणनीति
रिलायंस रिटेल का मानना है कि उपभोक्ता ब्रांड व्यवसाय में विशेषज्ञता, कौशल और पूंजी निवेश की जरूरत है, जो अलग संरचना में बेहतर तरीके से संभव है. यह नई इकाई भविष्य में निवेशकों के विभिन्न वर्गों को आकर्षित करने की क्षमता भी रखती है. यह रणनीतिक बदलाव रिलायंस इंडस्ट्रीज समूह की समग्र आंतरिक पुनर्गठन योजना का हिस्सा है, जिससे समूह अपने विभिन्न व्यावसायिक खंडों को ज्यादा फोकस्ड और दक्षता आधारित बना सके.
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पूरी मजबूती के साथ बाजार में उतरेगी नई कंपनी
‘न्यू रिलायंस कंज्यूमर प्रोडक्ट्स लिमिटेड’ के गठन और उपभोक्ता कारोबार के हस्तांतरण के इस कदम से रिलायंस एफएमसीजी बाजार में अधिक संगठित, केंद्रित और प्रतिस्पर्धात्मक रणनीति के साथ उतर सकेगा. इससे भविष्य में ब्रांड वैल्यू और निवेशकों के विश्वास को भी बल मिलेगा.
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