24.1 C
Ranchi

लेटेस्ट वीडियो

RTGS: आरटीजीएस और एनईएफटी में दिखेगा रिसीवर का नाम, आरबीआई लगाएगा डिजिटल फ्रॉड पर लगाम

RTGS: आरटीजीएस और एनईएफटी में रिसीवर का नाम दिखने की यह सुविधा भारत के डिजिटल पेमेंट सिस्टम में एक क्रांतिकारी कदम है. यह न केवल फाइनेंशियल सिक्योरिटी को बढ़ाएगा, बल्कि यूजर्स एक्सपीरियंस को भी बेहतर बनाएगा. अप्रैल 2025 से लागू होने वाले नए फीचर से हर अकाउंटहोल्डर्स को अपनी डिजिटल बैंकिंग को सुरक्षित और भरोसेमंद बनाने का एक और साधन मिलेगा.

RTGS: आरटीजीएस (रियल टाइम ग्रॉस सेटलमेंट) और एनईएफटी (नेशनल इलेक्ट्रॉनिक फंड ट्रांसफर) के जरिए पैसा ट्रांसफर करने पर अब 1 अप्रैल 2025 से रिसीवर का नाम भी दिखेगा. डिजिटल पेमेंट में होने वाली धोखाधड़ी और गलत खाते में फंड ट्रासंफर पर लगाम लगाने के लिए आरबीआई ने यह कदम उठाया है. इससे आपको आरटीजीएस और एनईएफटी के जरिए पैसे ट्रांसफर करते वक्त आपको फायदा मिलेगा. आइए, जानते हैं कैसे?

आरटीजीएस और एनईएफटी में क्या नया है?

पहले जब आप पैसे ट्रांसफर करते थे, तो बस खाता नंबर और आईएफसी कोड सही होना जरूरी था. लेकिन, अब जब आप किसी को पेमेंट करेंगे, तो रिसीवर का नाम भी दिखेगा. इसका मतलब यह कि अब आरटीजीएस और एनआईएफटी में भी “नाम में क्या रखा है” का जमाना आने वाला है.

आरटीजीएस और एनईएफटी में बदलाव के फायदे क्या हैं?

नो मोर मिस्टेक: यह सिस्टम आने के बाद गलत नाम वाले खाते में पैसे जाने का टेंशन खत्म. अब सही नाम देखकर ही पेमेंट कन्फर्म करें.
फ्रॉड को बाय-बाय: धोखेबाजों के फेक अकाउंट्स में पैसे फंसने का खतरा कम होगा.
सुपर ईजी और सेफ: डिजिटल ट्रांजेक्शन्स पहले से ज्यादा भरोसेमंद बनेंगे.

कैसे काम करेगा आरटीजीएस और एनईएफटी का नया अपडेट?

1. जब भी आप आरटीजीएस या एनईएफटी से पैसे ट्रांसफर करेंगे, तो रिसीवर का नाम 2. आपके स्क्रीन पर शो होगा.
3. अगर नाम मैच नहीं करता है, तो आप तुरंत ट्रांसफर रोक सकते हैं.
4. आपकी मेहनत की कमाई सही अकाउंट में जाएगी.
5. पेमेंट के बाद किसी तरह की टेंशन लेने की जरूरत नहीं पड़ेगी.
6. इससे टेक्नोलॉजी का सही इस्तेमाल होगा.

आपको क्या करना है?

1. अपने बैंक अकाउंट की डीटेल्स चेक करें. नाम और अन्य जानकारी सही है या नहीं, यह कन्फर्म करें.
2. हमेशा ट्रांसफर से पहले रिसीवर का नाम चेक करें.
3. अगर कोई दिक्कत हो, तो बैंक से तुरंत संपर्क करें.
4. डिजिटल पेमेंट्स करते समय जल्दीबाजी से बचें.
5. नए फीचर को टेस्ट करें और इसे अपने दोस्तों के साथ शेयर करें.
6. अपने बैंकिंग ऐप्स को हमेशा अपडेट रखें.

आरटीजीएस और एनईएफटी नए अपडेट में खास क्या है?

आरटीजीएस और एनईएफटी के फीचर में बदलाव सिर्फ एक टेक अपडेट नहीं है, बल्कि हमारे डिजिटल पेमेंट एक्सपीरियंस को नेक्स्ट लेवल पर ले जाने का तरीका है. अप्रैल 2025 से आपकी बैंकिंग ज्यादा स्मार्ट, ज्यादा सिक्योर और ज्यादा रिलायबल होगी.

इसे भी पढ़ें: ITR: लाखों टैक्सपेयर्स को नए साल का तोहफा, आईटीआर फाइल करने की बढ़ गई डेडलाइन

Disclaimer: शेयर बाजार से संबंधित किसी भी खरीद-बिक्री के लिए प्रभात खबर कोई सुझाव नहीं देता. हम बाजार से जुड़े विश्लेषण मार्केट एक्सपर्ट्स और ब्रोकिंग कंपनियों के हवाले से प्रकाशित करते हैं. लेकिन प्रमाणित विशेषज्ञों से परामर्श के बाद ही बाजार से जुड़े निर्णय करें.

KumarVishwat Sen
KumarVishwat Sen
कुमार विश्वत सेन प्रभात खबर डिजिटल में डेप्यूटी चीफ कंटेंट राइटर हैं. इनके पास हिंदी पत्रकारिता का 25 साल से अधिक का अनुभव है. इन्होंने 21वीं सदी की शुरुआत से ही हिंदी पत्रकारिता में कदम रखा. दिल्ली विश्वविद्यालय से हिंदी पत्रकारिता का कोर्स करने के बाद दिल्ली के दैनिक हिंदुस्तान से रिपोर्टिंग की शुरुआत की. इसके बाद वे दिल्ली में लगातार 12 सालों तक रिपोर्टिंग की. इस दौरान उन्होंने दिल्ली से प्रकाशित दैनिक हिंदुस्तान दैनिक जागरण, देशबंधु जैसे प्रतिष्ठित अखबारों के साथ कई साप्ताहिक अखबारों के लिए भी रिपोर्टिंग की. 2013 में वे प्रभात खबर आए. तब से वे प्रिंट मीडिया के साथ फिलहाल पिछले 10 सालों से प्रभात खबर डिजिटल में अपनी सेवाएं दे रहे हैं. इन्होंने अपने करियर के शुरुआती दिनों में ही राजस्थान में होने वाली हिंदी पत्रकारिता के 300 साल के इतिहास पर एक पुस्तक 'नित नए आयाम की खोज: राजस्थानी पत्रकारिता' की रचना की. इनकी कई कहानियां देश के विभिन्न पत्र-पत्रिकाओं में प्रकाशित हुई हैं.

Prabhat Khabar App :

देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए

संबंधित ख़बरें

Trending News

जरूर पढ़ें

वायरल खबरें

ऐप पर पढें
होम आप का शहर
News Snap News Reel