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Success Story: 15 साल की उम्र में छोड़ा घर, रेलवे स्टेशन पर सोई, आज है 100 करोड़ की कंपनी की मालकिन

Success Story: चीनू काला ने 15 साल की उम्र में घर छोड़ा, रेलवे स्टेशन पर रातें गुजारीं और छोटी-मोटी नौकरियों से शुरुआत की. मेहनत और हिम्मत के बल पर उन्होंने Rubans Accessories की शुरुआत की, जो आज 100 करोड़ रुपये की कंपनी बन चुकी है.

Success Story: 15 साल की उम्र में, जब ज्यादातर लड़कियां बोर्ड की पढ़ाई की टेंशन में उलझी होती हैं, चीनू काला ने घर छोड़ दिया. जेब में सिर्फ 300 रुपये और कुछ कपड़े. न कोई ठिकाना, न कोई सहारा. लेकिन एक चीज थी – इरादा और वो इरादा था कुछ कर दिखाने का. मुंबई आईं, तो जिंदगी ने जैसे हर मोड़ पर इम्तिहान लिया. वेट्रेस, रिसेप्शनिस्ट, बर्तन बेचने वाली सेल्सगर्ल — सबकुछ किया. मगर मेहनत से भागी नहीं.

दुकान से सीखा ग्राहक का मन, टेलीमार्केटिंग से बदली तकदीर

चीनू ने एक कपड़ों की दुकान में काम करते हुए सीखा कि ग्राहक क्या सोचता है और उसे कैसे ट्रीट करना चाहिए. यहीं से सर्विस की समझ विकसित हुई. इसके बाद टाटा कम्युनिकेशंस में एक टेलीमार्केटिंग जॉब मिली. यहीं मुलाकात हुई एमबीए पास और समझदार अमित काला से. दोनों की शादी 2004 में हुई और फिर चीनू बेंगलुरु शिफ्ट हो गईं. अब उनके पास एक मजबूत पार्टनर था, जिसने उनके अंदर छिपी उद्यमिता की चिंगारी को आग में बदलने में मदद की.

मॉडलिंग का शौक बना बिजनेस की चाबी

2008 में उन्होंने भाग लिया ग्लैडरैग्स मिसेज इंडिया में, और टॉप 10 में पहुंचीं. यहां उन्हें एक नई पहचान और आत्मविश्वास मिला. यहीं से शुरू हुआ बिजनेस का असली सफर. इसके बाद चीनू ने खोली अपनी पहली कंपनी – Fonte Corporate Solutions. ये कंपनी सोनी, ईएसपीएन, एयरटेल जैसी बड़ी कंपनियों के लिए कॉर्पोरेट गिफ्ट और मर्चेंडाइज बनाती थी. बिजनेस अच्छा चल रहा था, लेकिन चीनू को फैशन खींच रहा था.

36 स्क्वायर फीट से शुरू हुआ “Rubans” का जलवा

2014 में उन्होंने अपनी सेविंग्स से 3 लाख रुपये लगाए और लॉन्च किया अपना सपना – Rubans Accessories. सिर्फ 36 स्क्वायर फीट की छोटी-सी दुकान से शुरुआत की, लेकिन नजरें बड़ी थीं.

  • 80 प्रतिशत डिजाइन खुद के
  • कस्टमर की लाइफस्टाइल के हिसाब से प्रॉडक्ट
  • वेस्टर्न से लेकर ट्रेडिशनल हर तरह के ज्वेलरी ऑप्शन

56 लाख से 35 करोड़ तक का जादू

  • Rubans का ग्रोथ रिकॉर्ड किसी MBA केस स्टडी से कम नहीं.
  • 2014 में राजस्व था 56 लाख रुपये,
  • 2022 में पहुंचा 35 करोड़ रुपये पर.
  • अब चीनू का टारगेट है 2024 तक इसे 140 करोड़ तक ले जाना और वो भी 150 प्रतिशत की सालाना ग्रोथ के साथ.

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Abhishek Pandey
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