Share Market Crash: सोमवार को शेयर बाजार खुलते ही निवेशकों को एक और झटका लगा. बीएसई सेंसेक्स में 608 अंकों की गिरावट दर्ज की गई, जिससे यह 75,330.38 पर पहुंच गया. वहीं, एनएसई निफ्टी भी 194.50 अंक टूटकर 22,734.75 के स्तर पर आ गया. यह गिरावट लगातार नौवें दिन जारी रही, जिससे निवेशकों के बीच बेचैनी बढ़ गई है.
किन कंपनियों के शेयरों में आई भारी गिरावट?
इस गिरावट में खास तौर पर महिंद्रा, टाटा स्टील, एनटीपीसी, जोमैटो, टीसीएस और इन्फोसिस जैसी प्रमुख कंपनियों के शेयरों में सबसे अधिक नुकसान देखने को मिला. बाजार में मिड कैप और स्मॉल कैप कंपनियों के स्टॉक्स में भी तेज गिरावट आई है, जिससे निवेशकों की चिंता और गहरी हो गई है.
Share Market में गिरावट के मुख्य कारण
विशेषज्ञों के अनुसार इस गिरावट के कई कारण हैं:
- ग्लोबल मार्केट से कमजोर संकेत: अंतरराष्ट्रीय बाजार में अस्थिरता के कारण भारतीय बाजार में दबाव बढ़ा है.
- विदेशी निवेशकों की निकासी: विदेशी निवेशकों द्वारा लगातार पैसा निकालने से भारतीय बाजार कमजोर हुआ है.
- अमेरिकी बाजार में महंगाई का असर: अमेरिका में महंगाई बढ़ने के कारण ब्याज दरों में वृद्धि की संभावना है, जिसका असर भारतीय बाजार पर भी पड़ रहा है.
- प्रॉफिट बुकिंग: कई निवेशक अपने लाभ को सुरक्षित करने के लिए शेयर बेच रहे हैं, जिससे बाजार पर अतिरिक्त दबाव बना है.
कितने शेयर लाल निशान में खुले?
सोमवार को बाजार खुलते ही 1709 कंपनियों के शेयर लाल निशान में चले गए, जबकि केवल 731 कंपनियों के शेयर ग्रीन जोन में कारोबार करते दिखे. हालांकि, Sun Pharma, HUL और Cipla जैसे शेयरों में तेजी देखने को मिली. इसके विपरीत, M&M, Bharat Electronics, Tata Steel और ONGC के स्टॉक्स में गिरावट बनी रही.
क्या कहते हैं बाजार विशेषज्ञ?
बाजार विशेषज्ञों का मानना है कि आने वाले दिनों में बाजार में वोलाटिलिटी (उतार-चढ़ाव) देखने को मिल सकती है. हालांकि, लॉन्ग टर्म निवेशकों को घबराने की जरूरत नहीं है. विशेषज्ञों का सुझाव है कि अगर बाजार में गिरावट और बढ़ती है तो यह अच्छी कंपनियों के स्टॉक्स खरीदने का एक सुनहरा मौका हो सकता है.
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