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Stock Market: भारतीय शेयर बाजार में सपाट शुरुआत, वैश्विक दबाव और अमेरिकी टैरिफ से निवेशक सतर्क

Stock Market : भारतीय शेयर बाजार ने बुधवार को सपाट शुरुआत की. एशियाई बाजारों की कमजोरी और अमेरिकी टैरिफ नीति को लेकर अनिश्चितता के बीच निवेशक सतर्क नजर आए. फार्मा और तेल पर भारी शुल्क की संभावनाओं ने बाजार की धारणा पर नकारात्मक असर डाला है.

Stock Market: भारतीय शेयर बाजार ने बुधवार को सपाट शुरुआत की. वैश्विक बाजारों की कमजोर स्थिति और निवेशकों की सतर्कता के बीच बीएसई सेंसेक्स और एनएसई निफ्टी में सीमित उतार-चढ़ाव देखा गया. निवेशक आगामी कॉर्पोरेट अर्निंग्स और अमेरिका की व्यापार नीतियों से जुड़ी बड़ी घोषणाओं का इंतजार कर रहे हैं.

बाजार की शुरुआती चाल

बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (BSE) का प्रमुख इंडेक्स सेंसेक्स 36.24 अंक गिरकर 82,534.66 के स्तर पर खुला, जबकि नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) का निफ्टी 0.80 अंक फिसलकर 25,196.60 पर पहुंचा. शुरुआती कारोबार के दौरान लगभग 1,271 शेयरों में तेजी देखी गई, जबकि 818 शेयरों में गिरावट आई और 171 शेयर स्थिर रहे.

प्रमुख लाभ और हानि वाले स्टॉक्स

एनएसई पर शुरुआती बढ़त में रहने वाली प्रमुख कंपनियों में एसबीआई लाइफ इंश्योरेंस, ट्रेंट, टेक महिंद्रा, हीरो मोटोकॉर्प और टाटा कंज्यूमर शामिल रहीं. वहीं दूसरी ओर, श्रीराम फाइनेंस, सिप्ला, हिंडाल्को, रिलायंस इंडस्ट्रीज और टीसीएस जैसे दिग्गज शेयरों में गिरावट दर्ज की गई.

अमेरिका की टैरिफ नीति का प्रभाव

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की हालिया घोषणा ने वैश्विक निवेशकों को चौंका दिया है. ट्रंप ने फार्मा उत्पादों पर 200 प्रतिशत टैरिफ इसी महीने से लागू करने की बात कही है, जबकि पहले उन्होंने इसे 12–18 महीने बाद लागू करने की बात कही थी. इसके अलावा, रूस से व्यापार करने वाले देशों पर 100 प्रतिशत द्वितीयक टैरिफ की चेतावनी ने ऊर्जा बाजारों में भी अस्थिरता ला दी है.

बाजार विशेषज्ञ अजय बग्गा का कहना है, “भारत अमेरिका के साथ व्यापार समझौते को लेकर इंतजार कर रहा है. ट्रंप की अचानक टैरिफ नीति में सख्ती और रूस से जुड़े द्वितीयक प्रतिबंधों की डेडलाइन (2 सितंबर) के चलते निवेशकों में घबराहट है. भारत के लिए रूस एक दीर्घकालिक रणनीतिक साझेदार है और ऐसे में यह स्थिति बाजार के लिए चुनौतीपूर्ण हो सकती है.”

तकनीकी दृष्टिकोण से बाजार की स्थिति

एक्सिस सिक्योरिटीज के रिसर्च प्रमुख अक्षय चिंचालकर ने बताया कि मंगलवार को निफ्टी ने पांच दिन की गिरावट के बाद 113 अंकों की बढ़त के साथ 25,196 पर क्लोजिंग दी थी. उन्होंने कहा, “तकनीकी रूप से 25,000 का स्तर एक मजबूत ‘स्विंग लो’ बना है. यदि आज निफ्टी 25,245 के ऊपर बंद होता है, तो इसमें आगे तेजी की उम्मीद की जा सकती है. हालांकि, वास्तविक तेजी के लिए 25,340 के ऊपर क्लोजिंग ज़रूरी है.”

उन्होंने यह भी जोड़ा कि फिलहाल 24,940 से 25,000 के बीच मजबूत सपोर्ट मौजूद है, लेकिन एशियाई संकेतक और अमेरिकी फ्यूचर्स बाजार अभी भी कमजोरी की ओर इशारा कर रहे हैं.

ऑटो और BFSI सेक्टर में सुधार

मंगलवार को भारतीय बाजारों में चार दिन की गिरावट के बाद रिकवरी देखी गई, जिसका नेतृत्व ऑटो और बैंकिंग एवं वित्तीय सेवा (BFSI) सेक्टर ने किया. मिडकैप और स्मॉलकैप स्टॉक्स ने भी प्रमुख इंडेक्स से बेहतर प्रदर्शन किया.

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Disclaimer: शेयर बाजार से संबंधित किसी भी खरीद-बिक्री के लिए प्रभात खबर कोई सुझाव नहीं देता. हम बाजार से जुड़े विश्लेषण मार्केट एक्सपर्ट्स और ब्रोकिंग कंपनियों के हवाले से प्रकाशित करते हैं. लेकिन प्रमाणित विशेषज्ञों से परामर्श के बाद ही बाजार से जुड़े निर्णय करें.

Abhishek Pandey
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