27.1 C
Ranchi

लेटेस्ट वीडियो

ट्रंप के सामने नहीं झुकेगा ड्रैगन, अमेरिका पर ठोक दिया 125% टैरिफ

Tariff War: चीन ने अमेरिका से आयातित वस्तुओं पर शुल्क बढ़ाकर 125 प्रतिशत कर दिया है. यह कदम अमेरिका द्वारा 145 प्रतिशत टैरिफ लगाने के जवाब में उठाया गया है. चीन ने WTO में शिकायत भी दर्ज कराई है. व्यापार युद्ध गहराने की आशंका के बीच चीन ने वार्ता की संभावना भी जताई है. वैश्विक बाजार पर इसका असर पड़ सकता है.

Tariff War: अमेरिका और चीन के बीच टैरिफ वार तेज होता जा रहा है. अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की ओर से चीन से आयात होने वाले सामानों पर 145% रेसिप्रोकल टैरिफ लगाए जाने के बाद ड्रैगन ने जवाबी कार्रवाई की है. उसने अमेरिका से आयात होने वाली वस्तुओं पर 125% शुल्क लगा दिया है. हालांकि, पहले यह 84% था.

चीन ने बताया अमेरिका का रवैया ‘अनुचित’

चीन के वाणिज्य मंत्रालय ने शुक्रवार को बयान जारी करते हुए कहा कि अमेरिका की “एकतरफा और अनुचित” व्यापार नीतियों के चलते यह फैसला लिया गया है. मंत्रालय के अनुसार, अमेरिका की यह कार्रवाई WTO (विश्व व्यापार संगठन) के नियमों का उल्लंघन करती है और इससे वैश्विक व्यापार संतुलन बिगड़ सकता है.

चीन ने WTO में दर्ज कराई शिकायत

अमेरिका की ओर से टैरिफ बढ़ाने के जवाब में चीन ने केवल शुल्क नहीं बढ़ाए, बल्कि इस मुद्दे को लेकर WTO में औपचारिक तरीके से शिकायत भी दर्ज कराई है. चीन ने कहा कि अमेरिका की संरक्षणवादी नीतियां ग्लोबल सप्लाई चेन को गंभीर रूप से बाधित कर सकती हैं.

अमेरिकी कंपनियों पर भी लग चुका है प्रतिबंध

चीन पहले ही कुछ प्रमुख अमेरिकी कंपनियों के उत्पादों पर प्रतिबंध लगा चुका है. इनमें कृषि, टेक्नोलॉजी और रक्षा से जुड़े उत्पाद शामिल हैं. यह कदम भी अमेरिका को आर्थिक दबाव में लाने के प्रयास का हिस्सा माना जा रहा है.

अभी खुले हैं बातचीत के दरवाजे

हालांकि, चीन ने यह भी संकेत दिया है कि वह अमेरिका के साथ बातचीत के लिए तैयार है, बशर्ते चर्चा निष्पक्ष और समाधानपरक हो. इसका संकेत दोनों देशों के कूटनीतिक संबंधों को फिर से पटरी पर लाने की उम्मीद देता है.

ग्लोबल मार्केट में संभावित हलचल से विशेषज्ञ चिंतित

विश्लेषकों का कहना है कि अगर यह ट्रेड वार और बढ़ता है, तो इसका असर केवल चीन और अमेरिका तक सीमित नहीं रहेगा. वैश्विक आर्थिक बाजार, खासकर एशियाई और यूरोपीय क्षेत्र में अस्थिरता बढ़ सकती है.

इसे भी पढ़ें: मुंबई हमले के मास्टरमाइंड को पाकिस्तानी सेना देती थी पैसा, अब एनआईए उगलवाएगी असली राज

दबाव में नहीं आएगा ड्रैगन

चीन का यह सख्त रुख साफ दिखाता है कि वह अमेरिकी दबाव के सामने झुकने को तैयार नहीं है. अब यह देखना दिलचस्प होगा कि आने वाले हफ्तों में क्या यह विवाद राजनयिक समाधान की ओर बढ़ेगा या फिर ट्रेड वार और गहराता चला जाएगा.

इसे भी पढ़ें: आधा भारत नहीं जानता BATA किस देश की कंपनी है? जान जाएगा तो घर में लगा देगा जूते-चप्पलों की लाइन

Disclaimer: शेयर बाजार से संबंधित किसी भी खरीद-बिक्री के लिए प्रभात खबर कोई सुझाव नहीं देता. हम बाजार से जुड़े विश्लेषण मार्केट एक्सपर्ट्स और ब्रोकिंग कंपनियों के हवाले से प्रकाशित करते हैं. लेकिन प्रमाणित विशेषज्ञों से परामर्श के बाद ही बाजार से जुड़े निर्णय करें.

KumarVishwat Sen
KumarVishwat Sen
कुमार विश्वत सेन प्रभात खबर डिजिटल में डेप्यूटी चीफ कंटेंट राइटर हैं. इनके पास हिंदी पत्रकारिता का 25 साल से अधिक का अनुभव है. इन्होंने 21वीं सदी की शुरुआत से ही हिंदी पत्रकारिता में कदम रखा. दिल्ली विश्वविद्यालय से हिंदी पत्रकारिता का कोर्स करने के बाद दिल्ली के दैनिक हिंदुस्तान से रिपोर्टिंग की शुरुआत की. इसके बाद वे दिल्ली में लगातार 12 सालों तक रिपोर्टिंग की. इस दौरान उन्होंने दिल्ली से प्रकाशित दैनिक हिंदुस्तान दैनिक जागरण, देशबंधु जैसे प्रतिष्ठित अखबारों के साथ कई साप्ताहिक अखबारों के लिए भी रिपोर्टिंग की. 2013 में वे प्रभात खबर आए. तब से वे प्रिंट मीडिया के साथ फिलहाल पिछले 10 सालों से प्रभात खबर डिजिटल में अपनी सेवाएं दे रहे हैं. इन्होंने अपने करियर के शुरुआती दिनों में ही राजस्थान में होने वाली हिंदी पत्रकारिता के 300 साल के इतिहास पर एक पुस्तक 'नित नए आयाम की खोज: राजस्थानी पत्रकारिता' की रचना की. इनकी कई कहानियां देश के विभिन्न पत्र-पत्रिकाओं में प्रकाशित हुई हैं.

Prabhat Khabar App :

देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए

संबंधित ख़बरें

Trending News

जरूर पढ़ें

वायरल खबरें

ऐप पर पढें
होम आप का शहर
News Snap News Reel