24.1 C
Ranchi

लेटेस्ट वीडियो

तो क्या दो भागों में बंट जाएगी रतन टाटा की ये कंपनी? कर्जमुक्त होने पर बढ़ा आत्मविश्वास

Tata Motors Demerger: टाटा मोटर्स जल्द ही दो लिस्टेड कंपनियों में विभाजित होने जा रही है. इसमें एक कमर्शियल व्हीकल, दूसरी पैसेंजर व्हीकल और जेएलआर के लिए होगी. कंपनी कर्जमुक्त हो चुकी है और वित्त वर्ष 2024-25 में 4.39 लाख करोड़ रुपये का राजस्व दर्ज किया है. वार्षिक आमसभा में चेयरमैन एन चंद्रशेखरन ने रतन टाटा को श्रद्धांजलि दी और डिविडेंड की घोषणा की. टाटा पंच देश की सबसे अधिक बिकने वाली एसयूवी बनी, वहीं जेएलआर ने भी वैश्विक स्तर पर मजबूत प्रदर्शन किया.

Tata Motors Demerger: भारत के दिवंगत परोपकारी उद्योगपति रतन टाटा के टाटा ग्रुप की प्रतिष्ठित वाहन निर्माता कंपनी टाटा मोटर्स एक बड़े संगठनात्मक बदलाव की ओर अग्रसर है. 20 जून, 2025 को कंपनी की 80वीं वार्षिक आम बैठक (एजीएम) में चेयरमैन एन चंद्रशेखरन ने यह साफ कर दिया कि टाटा मोटर्स दो लिस्टेड कंपनियों में विभाजित हो जाएगी. पहली कंपनी कमर्शियल व्हीकल (सीवी) सेगमेंट पर केंद्रित होगी, जबकि दूसरी कंपनी पैसेंजर व्हीकल (पीवी) और जगुआर लैंड रोवर (जेएलआर) सेगमेंट को संभालेगी.

कर्जमुक्त हो गई टाटा मोटर्स

चंद्रशेखरन ने घोषणा की कि टाटा मोटर्स ग्रुप अब पूरी तरह कर्जमुक्त हो चुका है. वित्त वर्ष 2024–25 में कंपनी ने 4.39 लाख करोड़ रुपये का रिकॉर्ड राजस्व, 57,649 करोड़ रुपये का ईबीआईटीडीए और 34,330 करोड़ रुपये का टैक्स से पहले मुनाफा (पीबीटी) दर्ज किया है. ये आंकड़े कंपनी के लिए मील का पत्थर साबित हुए हैं.

कमर्शियल व्हीकल सेगमेंट का शानदार प्रदर्शन

टाटा मोटर्स के कमर्शियल व्हीकल सेगमेंट ने 75,100 करोड़ रुपये का राजस्व, 8,800 करोड़ रुपये का ईबीआईटीडीए और 7,500 करोड़ रुपये का फ्री कैश फ्लो जनरेट किया. साथ ही, इसने 37.7% का आरओसीई दर्ज किया. ट्रक और बस सेगमेंट में अच्छी बाजार हिस्सेदारी बनी रही, लेकिन छोटे कमर्शियल वाहन (एसीवी) में गिरावट चिंता का विषय बनी रही, जिसे कंपनी आने वाले वर्षों में सुधार का क्षेत्र मान रही है.

पैसेंजर व्हीकल्स में टाटा पंच की सबसे अधिक बिक्री

पैसेंजर व्हीकल सेगमेंट में टाटा पंच भारत की सबसे ज्यादा बिकने वाली एसयूवी बन गई. कंपनी के मल्टी-पावरट्रेन पोर्टफोलियो में सीएनजी और इलेक्ट्रिक वाहन का योगदान 36% तक पहुंच गया. वित्त वर्ष 25 में 48,445 करोड़ रुपये का राजस्व और 0.9% का ईबीआईटीडीए दर्ज किया गया, जो पिछले वर्ष की तुलना में 40 आधार अंकों की वृद्धि है.

जेएलआर की वैश्विक सफलता

टाटा मोटर्स की सहायक कंपनी जगुआर लैंड रोवर (जेएलआर) ने 28.9 बिलियन पौंड का राजस्व और 8.5% का ईबीआईटीडीए दर्ज किया. इस प्रदर्शन के परिणामस्वरूप 2.5 बिलियन पौंड का प्री-टैक्स प्रॉफिट मिला और कंपनी नेट कैश पॉजिटिव हो गई. रेंज रोवर और डिफेंडर की मजबूत मांग इस ग्रोथ की मुख्य वजह रही. खास बात यह रही कि भारत में रेंज रोवर और स्पोर्ट मॉडल की स्थानीय असेंबली शुरू कर दी गई है, जिससे लक्जरी एसयूवी अब भारतीय ग्राहकों के लिए और सुलभ हो गई है.

रतन टाटा को श्रद्धांजलि और योगदान की सराहना

चंद्रशेखरन ने बैठक की शुरुआत एअर इंडिया फ्लाइट 171 त्रासदी के पीड़ितों और रतन टाटा को श्रद्धांजलि देकर की. उन्होंने कहा कि रतन टाटा ने जिस मूल्य-आधारित नेतृत्व और दूरदर्शिता के साथ कंपनी को दिशा दी, वही आज की रणनीति की नींव बनी. उन्होंने यह भी बताया कि उन्होंने रतन टाटा को उनके निधन से पहले व्यक्तिगत रूप से पैसेंजर व्हीकल बिजनेस के बदलावों के बारे में जानकारी दी थी और उन्होंने इन बदलावों पर सहमति जताई थी.

इसे भी पढ़ें: LIC Kanyadan Policy: चाय-पान के दाम में 27 लाख रुपये की बंपर बचत, बेटी के ब्याह की चिंता खत्म

शेयरधारकों को डिविडेंड देगी कंपनी

कंपनी के बोर्ड ने वित्त वर्ष 25 के लिए प्रति शेयर 6 रुपये का अंतिम डिविडेंड घोषित किया है, जिसे शेयरहोल्डर्स की मंजूरी के बाद जारी किया जाएगा. चंद्रशेखरन ने आगाह किया कि आने वाले समय में इनकम के उतार-चढ़ाव बने रह सकते हैं. उन्होंने भू-राजनीतिक अस्थिरता, सप्लाई चेन में बदलाव, टैरिफ, एआई की चुनौतियां और एनर्जी ट्रांजिशन को प्रमुख जोखिम बताया.

इसे भी पढ़ें: टैक्स का टोटका: ITR फाइल करने से पहले जानिए AIS और फॉर्म 26AS का फर्क

Disclaimer: शेयर बाजार से संबंधित किसी भी खरीद-बिक्री के लिए प्रभात खबर कोई सुझाव नहीं देता. हम बाजार से जुड़े विश्लेषण मार्केट एक्सपर्ट्स और ब्रोकिंग कंपनियों के हवाले से प्रकाशित करते हैं. लेकिन प्रमाणित विशेषज्ञों से परामर्श के बाद ही बाजार से जुड़े निर्णय करें.

KumarVishwat Sen
KumarVishwat Sen
कुमार विश्वत सेन प्रभात खबर डिजिटल में डेप्यूटी चीफ कंटेंट राइटर हैं. इनके पास हिंदी पत्रकारिता का 25 साल से अधिक का अनुभव है. इन्होंने 21वीं सदी की शुरुआत से ही हिंदी पत्रकारिता में कदम रखा. दिल्ली विश्वविद्यालय से हिंदी पत्रकारिता का कोर्स करने के बाद दिल्ली के दैनिक हिंदुस्तान से रिपोर्टिंग की शुरुआत की. इसके बाद वे दिल्ली में लगातार 12 सालों तक रिपोर्टिंग की. इस दौरान उन्होंने दिल्ली से प्रकाशित दैनिक हिंदुस्तान दैनिक जागरण, देशबंधु जैसे प्रतिष्ठित अखबारों के साथ कई साप्ताहिक अखबारों के लिए भी रिपोर्टिंग की. 2013 में वे प्रभात खबर आए. तब से वे प्रिंट मीडिया के साथ फिलहाल पिछले 10 सालों से प्रभात खबर डिजिटल में अपनी सेवाएं दे रहे हैं. इन्होंने अपने करियर के शुरुआती दिनों में ही राजस्थान में होने वाली हिंदी पत्रकारिता के 300 साल के इतिहास पर एक पुस्तक 'नित नए आयाम की खोज: राजस्थानी पत्रकारिता' की रचना की. इनकी कई कहानियां देश के विभिन्न पत्र-पत्रिकाओं में प्रकाशित हुई हैं.

Prabhat Khabar App :

देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए

संबंधित ख़बरें

Trending News

जरूर पढ़ें

वायरल खबरें

ऐप पर पढें
होम आप का शहर
News Snap News Reel