Bihar BEd Admission 2025: बिहार में बीएड कोर्स में एडमिशन को लेकर बड़ी खबर सामने आ रही है. बीएड एडमिशन का इंतजार कर रहे छात्रों को बड़ा झटका लगने वाला है. नेशनल काउंसिल फॉर टीचर एजुकेशन (NCTE) की तरफ से बिहार के 335 कॉलेजों का अधिकार छिन लिया गया है. ऐसे में बीएड की सीटों में भारी गिरावट देखने को मिल सकती है. आइए समझते हैं ऐसा क्यों हुआ.
बिहार में अभी चार कॉलेजों में इंटीग्रेटेड बीएड कोर्स की पढ़ाई होती है. सभी कॉलेज बीआरएबीयू में ही आते हैं. NCTE ने बीएड कोर्स में एडमिशन से पहले कई शर्तों की जांच करता है. बता दें कि बीआरएबीयू के बीएड कॉलेजों में 400 सीटों पर दाखिला होता है.
Bihar BEd Admission 2025: बिहार में बीएड एडमिशन
बिहार में बीएड कोर्स में एडमिशन से पहले सीटों में कमी आ सकती है. नेशनल काउंसिल फॉर टीचर एजुकेशन (NCTE) ने बिहार के 335 कॉलेजों को चार वर्षीय कोर्स से बाहर किया गया है. इस नियम के ये कॉलेज तहत चार वर्षीय बीएड इंटीग्रेडेट की दौड़ से बाहर हो चुके हैं.
BEd Course के लिए NCTE नियम
NCTE ने शैक्षिक वर्ष 2026-27 के लिए आवेदन मांगे हैं. इसमें चार वर्षीय इंटीग्रेडेट कोर्स को रखा गया है. बता दें कि बीएड कोर्स चलाने के लिए एनसीटीई ने कुछ शर्तें रखी हैं. इन शर्तों को मानने वाले ही बीएड कोर्स को चलाने का अधिकार रखते हैं. आइए इन शर्तों को विस्तार से जानते हैं:-
- बीएड कोर्स में आवेदन करने के लिए कॉलेजों को नैक और NIRF Ranking मिलाकर 10 अंक होने चाहिए.
- बिहार में बीएड कॉलेजों में अभी NIRF और नैक का मूल्यांकन नहीं हुआ है.
- कुछ कॉलेज शिक्षण अनुभव वाले उम्मीदवारों को प्राथमिकता दे सकते हैं.
- बीएड में एडमिशन लेने के लिए राज्य शिक्षा निदेशालय द्वारा मान्यता प्राप्त प्रवेश परीक्षा को पास करना जरूरी है.
- नैक की ग्रेडिंग और एनआईआरएफ की रैंकिंग के अनुसार नंबर तय किए गए हैं.
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