Career Guidance : दसवीं एवं बारहवीं की बोर्ड परीक्षाओं के बाद छात्रों को पढ़ाई व रिवीजन के टाइट शेड्यूल से कुछ राहत मिली है. इसी के साथ उनके लिए समय आ गया है आगे की पढ़ाई, करियर व व्यक्तिगत विकास से जुड़े महत्वपूर्ण फैसले लेने का. किसी छात्र को करियर की किस दिशा में आगे बढ़ना है, किन विषयों का चयन करना है, इन फैसलों को लेकर किसी भी तरह की जल्दबाजी ठीक नहीं. सही दृष्टिकोण के साथ परीक्षा के बाद का यह समय आपके जीवन का सबसे परिवर्तनकारी दौर साबित हो सकता है.
खुद को करें रिचार्ज
आपने लगातार पढ़ाई का बिजी शेड्यूल फॉलो किया है, इसलिए परीक्षा खत्म होने के बाद दिमाग को थोड़ा आराम दें. अपनी हॉबी को कुछ वक्त दें. पसंदीदा किताबें पढ़ें, कहीं घूमने जाएं, परिवार व दोस्तों के साथ वक्त बिताएं. साथ ही यह चिंतन भी करें कि आपको किस क्षेत्र में करियर बनाना है और किस राह पर चल कर मंजिल तक पहुंचना है. करियर का फैसला करने में आप अपने अभिभावक व शिक्षकों की मदद ले सकते हैं.
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तय करें आगे की राह
मेडिकल व इंजीनियरिंग जैसे पारंपरिक करियर विकल्पों के अलावा आज छात्रों के सामने डेटा साइंस, डिजिटल मार्केटिंग, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, सस्टेनेबल डेवलपमेंट, गेमिंग, ई-स्पोर्ट्स और कंटेंट क्रिएशन जैसे रोमांचक करियर ऑप्शन मौजूद हैं. ऐसे में छात्रों के लिए बेहतर है कि वे अपनी रुचि व भविष्य की आकांक्षाओं को जानें. किसी विशेषज्ञ की मदद से उन करियर क्षेत्रों के बारे में जानें जिनके बारे में आपने पहले कभी विचार नहीं किया. इससे आपको सोच-समझकर करियर का सही निर्णय लेने में मदद मिलेगी.
करें परीक्षाओं की तैयारी
एक बार आप यह तय कर लेंगे कि आपको किसी क्षेत्र में आगे बढ़ना है, तो आपको उससे संबंधित पढ़ाई के लिए सही कॉलेज व कोर्स का चयन करना होगा. आप अगर जेईई, नीट, क्लैट या सैट जैसी प्रतिस्पर्धी परीक्षाओं में शामिल होना चाहते हैं, तो आपको इनकी तैयारी पर फोकस करना होगा. परीक्षा के पैटर्न, सिलेबस और आवेदन प्रक्रिया को समझना होगा.
स्किल डेवलपमेंट पर करें फोकस
तेजी से बदलते जॉब मार्केट में स्किल्स पर काफी जोर दिया जा रहा है. ऐसे में आप यदि टेक्निकल फील्ड में आगे बढ़ने का मन बना रहे हैं, तो डिजिटल स्किल्स जैसे प्रोग्रामिंग, डेटा एनालिटिक्स, ग्राफिक डिजाइन और डिजिटल मार्केटिंग सीख सकते हैं. अन्य क्षेत्रों के लिए पब्लिक स्पीकिंग, नेगोसिएशन और टीमवर्क जैसी सॉफ्ट स्किल्स काफी जरूरी हैं. आप इनको निखारने का प्रयास भी कर सकते हैं.
तैयार करें एंटरप्रेन्योर बनने का रोडमैप
ऐसे भी कई युवा है, जो एंटरप्रेन्योर के रूप में पहचान बनाने का इरादा रखते हैं, उनके लिए भी यह समय अपनी मंजिल की ओर कदम बढ़ाने के लिए उपयुक्त साबित हो सकता है. किसी बिजनेस व उनकी कार्यप्रणाली को समझने के लिए आप संबंधित क्षेत्र में इंटर्नशिप कर सकते हैं. कंटेंट राइटिंग, कोडिंग या डिजाइनिंग जैसे क्षेत्रों में करियर बनाने के इच्छुक युवा संबंधित क्षेत्र में फ्रीलांसिंग कर सकते हैं.