Top Diploma Course: एक सफल करियर के लिए सही कोर्स चुनना बेहद जरूरी है. यदि आप 10वीं या 12वीं पास हैं और जल्दी नौकरी पाना चाहते हैं, तो डिप्लोमा कोर्स कर सकते हैं. ये कोर्स कम समय में पूरे होते हैं और प्रैक्टिकल स्किल्स सिखाते हैं जो सीधे रोजगार से जुड़ते हैं. टेक्निकल, मेडिकल, आईटी और डिजाइन जैसे क्षेत्रों में कई शॉर्ट टर्म डिप्लोमा कोर्स उपलब्ध हैं जो करियर की मजबूत शुरुआत दे सकते हैं. आइए जानते हैं ऐसे ही टॉप 5 डिप्लोमा कोर्स, जो कम समय में अच्छे जॉब के मौके दिला सकते हैं.
Diploma in Computer Science: डिप्लोमा इन कंप्यूटर साइंस
डिप्लोमा इन कंप्यूटर साइंस डिप्लोमा कोर्स कंप्यूटर और टेक्नोलॉजी के बेसिक और प्रैक्टिकल ज्ञान देता है. ये कोर्स आमतौर पर 1 से 3 साल का होता है और 10वीं या 12वीं के बाद किया जा सकता है. इसमें आपको कंप्यूटर की बुनियादी बातें, प्रोग्रामिंग (जैसे C++, Java, Python) वेब डेवलपमेंट, डेटाबेस मैनेजमेंट, नेटवर्किंग, और सॉफ्टवेयर डेवलपमेंट जैसी चीजें सिखाई जाती हैं.
ये कोर्स उन लोगों के लिए है जो आईटी फील्ड में जॉब करना चाहते हैं, जैसे प्रोग्रामर, वेब डिजाइनर या टेक्नीशियन. इसे करने के बाद आप छोटी-मोटी नौकरी शुरू कर सकते हैं या आगे की पढ़ाई, जैसे डिग्री कोर्स, कर सकते हैं. आसान शब्दों में कहें तो ये कोर्स आपको कंप्यूटर की आईटी सेक्टर की दुनिया में कदम रखने के लिए तैयार करता है.
कंप्यूटर साइंस डिप्लोमा कोर्स के बाद सैलरी पैकेज
सामान्य तौर पर, भारत में एक फ्रेशर जो डिप्लोमा इन कंप्यूटर साइंस कर चुका है, उसकी शुरुआती सैलरी 15,000 से 25,000 रुपये प्रति महीना हो सकती है. यानी सालाना 2 लाख से 3 लाख रुपये कमा सकता है. अगर आप अच्छे कॉलेज से डिप्लोमा करते हैं और प्रोग्रामिंग, वेब डेवलपमेंट, या डेटा एनालिसिस जैसे खास स्किल्स में माहिर हैं, तो आपको शुरुआत में 4 लाख से 6 लाख रुपये सालाना तक का पैकेज मिल सकता है. कुछ खास नौकरियों, जैसे सॉफ्टवेयर डेवलपर, वेब डिजाइनर या क्लाउड आर्किटेक्ट में सैलरी 6 लाख से 9 लाख रुपये सालाना तक भी हो सकती है.

Diploma in Digital Marketing: डिप्लोमा इन डिजिटल मार्केटिंग
आज की डिजिटल दुनिया में डिजिटल मार्केटिंग का दायरा तेजी से बढ़ रहा है. इस कोर्स में आपको SEO, सोशल मीडिया मार्केटिंग, कंटेंट मार्केटिंग और ईमेल मार्केटिंग जैसे स्किल्स सिखाए जाते हैं. कोर्स की अवधि 6 महीने से 1 साल तक होती है. इसे करने के बाद आप मल्टीनेशनल कंपनियों, स्टार्टअप्स या फ्रीलांसिंग के जरिए 3 से 10 लाख रुपये सालाना कमा सकते हैं. इस क्षेत्र में क्रिएटिविटी और अप-टू-डेट रहना जरूरी है.
डिप्लोमा इन डिजिटल मार्केटिंग के बाद सैलरी
यह डिप्लोमा कोर्स कई चीजों पर निर्भर करती है, जैसे कि अनुभव, शहर, कंपनी, और आपकी स्किल्स. भारत में इस कोर्स के बाद छोटी कंपनियों में शुरुआती सैलरी 15,000 से 30,000 महीने की हो सकती है. थोड़े अनुभव वाले (2-5 साल) की सैलरी 5 लाख से 10 लाख सालाना भी हो सकती हैं. अगर आप डिजिटल मार्केटिंग मैनेजर, एसईओ एक्सपर्ट या सोशल मीडिया मैनेजर हो, तो 50,000 महीने तक मिल सकता है.
Diploma in Nursing: डिप्लोमा इन नर्सिंग
मेडिकल और नर्सिंग जैसे फील्ड में डिमांड साल दर साल बढ़ते ही जा रहे हैं. कोरोना काल के बाद से हेल्थकेयर सेक्टर में कई नए कोर्स सामने आने लगे हैं. इसमें डिप्लोमा इन नर्सिंग एक लोकप्रिय कोर्स है. यह 1 से 3 साल का कोर्स आपको अस्पतालों, क्लिनिक्स और डायग्नोस्टिक सेंटर में नौकरी के लिए तैयार करता है. नर्सिंग प्रोफेशनल्स की मांग हमेशा रहती है.
डिप्लोमा इन नर्सिंग के बाद सैलरी पैकेज
डिप्लोमा इन नर्सिंग कोर्स के बाद प्राइवेट सेक्टर में नए लोग (0-1 साल का अनुभव रखने वालों) की शुरुआती सैलरी 2 लाख से 3 लाख सालाना लगभग 15,000 से 25,000 महीने हो सकती है. प्राइवेट हॉस्पिटल्स में थोड़ा कम, जैसे 12,000 से 20,000 महीने और सरकारी नौकरी में 20,000 से 30,000 महीने हो सकता है. 1 से 4 साल का अनुभव होने पर सैलरी 3 लाख से 5 लाख सालाना लगभग 25,000 से 40,000 महीने भी हो सकती हैं.
Diploma in Engineering: डिप्लोमा इन इंजीनियरिंग
इंजीनियरिंग में डिप्लोमा (मैकेनिकल, इलेक्ट्रिकल, सिविल आदि) 10वीं या 12वीं के बाद किया जा सकता है. यह 3 साल का कोर्स आपको टेक्निकल स्किल्स सिखाता है, जिससे आप सरकारी और प्राइवेट सेक्टर में नौकरी पा सकते हैं. शुरुआती सैलरी 3 से 5 लाख रुपये सालाना होती है.
डिप्लोमा इन इंजीनियरिंग के बाद सैलरी
डिप्लोमा इन इंजीनियरिंग की सैलरी 1.8 लाख से 3.6 लाख सालाना लगभग 15,000 से 30,000 महीने तक होती है. छोटी प्राइवेट कंपनियों या स्टार्टअप्स में शुरुआत 10,000 से 20,000 महीने हो सकती है. सरकारी नौकरी (जैसे जूनियर इंजीनियर) में 25,000 से 35,000 महीने तक मिल सकता है. थोड़ा अनुभव वाले (2-5 साल) की सैलरी 3.6 लाख से 6 लाख सालाना लगभग 30,000 से 50,000 महीने भी हो सकती हैं.
Diploma in Journalism: डिप्लोमा इन जर्नलिज्म
डिप्लोमा इन जर्नलिज्म एक ऐसा कोर्स है जो आपको पत्रकारिता यानी जर्नलिज्म के क्षेत्र में करियर बनाने के लिए तैयार करता है. यह आमतौर पर 1 साल का कोर्स होता है, जिसे 12वीं पास करने के बाद किया जा सकता है. कुछ संस्थान इसे 6 महीने या 2 साल के लिए भी ऑफर करते हैं. इस कोर्स का मकसद आपको समाचार लिखने, इंटरव्यू लेने, खबरें कवर करने और मीडिया से जुड़े कामों की ट्रेनिंग देना है.
डिप्लोमा इन जर्नलिज्म के बाद सैलरी
जर्नलिज्म के डिप्लोमा डिग्री मे सैलरी पैकेज अलग-अलग हो सकती हैं जैसे की फ्रेशर्स 0-2 साल का अनुभव की सैलरी 1.8 लाख से 3.6 लाख सालाना लगभग 15,000 से 30,000 रुपये महीने हो सकती हैं. छोटे न्यूजपेपर, लोकल चैनल, या डिजिटल मीडिया स्टार्टअप्स में शुरुआत 10,000 से 20,000 महीने हो सकती है. बड़े मीडिया हाउस में 25,000 तक मिल सकता है. थोड़े अनुभव वाले 2-5 साल के अनुभव पर सैलरी 3.6 लाख से 6 लाख सालाना लगभग 30,000 से 50,000 महीने होती हैं.
रिपोर्ट- श्रेया सलोनी पांडे
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