CUET Counselling 2025 in Hindi: सीयूईटी यूजी 2025 परीक्षा का रिजल्ट जारी करने वाला है ऐसे में समझना जरूरी है कि रिजल्ट आने के बाद Raw Marks और Percentile में अंतर क्या होता है. Raw marks का मतलब है कि आपने परीक्षा में कुल कितने अंक हासिल किए. वहीं Percentile बताता है कि आपने देश के बाकी सभी उम्मीदवारों में से कितने प्रतिशत से बेहतर प्रदर्शन किया. उदाहरण के तौर पर, यदि आपका Percentile 95 है, तो इसका मतलब है कि आपने 95 प्रतिशत छात्रों को पीछे छोड़ दिया.
Normalization क्या होता है?
CUET परीक्षा कई शिफ्टों में आयोजित होती है, जिनमें कठिनाई स्तर अलग-अलग हो सकता है. इसलिए, National Testing Agency (NTA) ने Normalization Process अपनाई है. यह प्रक्रिया सभी शिफ्टों के raw marks को समायोजित करके उन्हें एक समान स्तर पर लाती है. इसका उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि किसी भी शिफ्ट के छात्रों को अन्य शिफ्ट के मुकाबले कोई नुकसान न हो और सभी का सही आकलन हो सके.
Marks के आधार पर Percentile का अनुमान
पिछले वर्षों के आंकड़ों और विशेषज्ञों के विश्लेषण के आधार पर CUET 2025 में अनुमानित marks और percentile के बीच संबंध कुछ इस प्रकार होगा, यदि कोई छात्र 188 से 200 के बीच अंक प्राप्त करता है, तो उसका percentile लगभग 100 के करीब होगा. इसी तरह, 170 से 187 अंक पाने वाले का percentile 99 के आसपास होगा. 150 से 169 अंक वाले छात्रों का percentile 97 से 98 के बीच रहने की संभावना है. इस तरह 130 से 149 अंक पर 95-96 percentile और 110 से 129 अंक पर 93-94 percentile मिलता दिखता है. यह तालिका छात्रों को अपने प्रदर्शन का सही आकलन करने में मदद करती है.
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विषयों के अनुसार Percentile में अंतर
CUET में हर विषय के मार्क्स और Percentile का संबंध अलग-अलग होता है. उदाहरण के लिए, Physics में 130 मार्क्स पर percentile करीब 98.2% होता है, जबकि Chemistry में यही मार्क्स 95.7% के करीब रहता है. Economics जैसे विषयों में 130 मार्क्स पर percentile लगभग 85% तक हो सकता है. इसी तरह, 120 मार्क्स लाने पर Maths में करीब 93%, Chemistry में 95%, और Physics में लगभग 97% का percentile मिलना संभव है. यह दर्शाता है कि हर विषय की कठिनाई और प्रतिस्पर्धा के अनुसार percentile बदलता रहता है.
CUET में मार्क्स कैसे कैलकुलेट होती है?
CUET 2025 में मार्किंग स्कीम इस प्रकार है, प्रत्येक सही उत्तर के लिए उम्मीदवार को 5 अंक मिलते हैं, जबकि प्रत्येक गलत उत्तर पर 1 अंक की कटौती होती है. कोई जवाब न देने पर कोई अंक नहीं कटता. उदाहरण के तौर पर, यदि आपने 100 सही उत्तर दिए और 10 गलत, तो आपका raw score होगा: (100×5) − (10×1) = 500 − 10 = 490 अंक.
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CUET Counselling 2025 in Hindi: ऐसे करें पर्सेंटाइल की कैलकुलेशन
Percentile की कैलकुलेशन के लिए यह फॉर्मूला अपनाया जाता है कि आपके बराबर या उससे कम अंक पाने वाले उम्मीदवारों की संख्या को उस शिफ्ट में उपस्थित कुल उम्मीदवारों की संख्या से भाग दिया जाता है और उसे 100 से गुणा किया जाता है. इस प्रक्रिया से यह पता चलता है कि आप कितने प्रतिशत छात्रों से आगे हैं. इसके बाद normalization के द्वारा सभी शिफ्ट के नतीजों को एक साथ समायोजित कर फाइनल percentile निर्धारित किया जाता है.
CUET 2025 में ध्यान रखने योग्य बातें
CUET की परीक्षा में केवल अधिक अंक हासिल करना ही काफी नहीं है, बल्कि आपका percentile भी अच्छा होना आवश्यक है. Normalization की वजह से सभी शिफ्ट के छात्रों को बराबर मौका मिलता है. इसके अलावा, हर विषय की कटऑफ अलग होती है, इसलिए subject-wise तैयारी पर ध्यान देना जरूरी है. Admission प्रक्रिया में percentile का महत्व अधिक होता है, इसलिए इसे समझकर रणनीति बनाना चाहिए.