Dassault Aviation: राफेल फाइटर जेट, जो तकनीक और ताकत का प्रतीक माना जाता है, फ्रांस की प्रतिष्ठित कंपनी डसॉल्ट एविएशन (Dassault Aviation) द्वारा तैयार किया गया है. यह कंपनी दशकों से दुनिया के सबसे बेहतरीन फाइटर प्लेन्स डिजाइन और निर्माण कर रही है. भारत में जब भी राष्ट्रीय सुरक्षा या एयर स्ट्राइक की बात होती है, राफेल का नाम ज़रूर सामने आता है. ऐसे में आज हम आपको बताएंगे कि किन लोगों को और कैसे मिलता है Dassault Aviation में मौका.
डसॉल्ट एविएशन क्यों है खास?
डसॉल्ट एविएशन सिर्फ राफेल ही नहीं, बल्कि मिराज और फाल्कन जैसे अन्य एडवांस एयरक्राफ्ट भी बनाती है. यह कंपनी एविएशन सेक्टर में इनोवेशन और क्वालिटी के लिए जानी जाती है. इसलिए इसमें काम करने का सपना कई युवाओं का होता है, खासकर उन भारतीय छात्रों का जो फाइटर जेट्स या एयरोस्पेस इंजीनियरिंग में रुचि रखते हैं.
राफेल बनाने के लिए क्या चाहिए?
राफेल जैसे आधुनिक लड़ाकू विमान बनाने के लिए एयरोस्पेस या मैकेनिकल इंजीनियरिंग का मजबूत बैकग्राउंड होना आवश्यक है.इसके साथ ही आपको सिविल एविएशन, फ्लाइट मैकेनिक्स, सिस्टम डिजाइन, और डिफेंस टेक्नोलॉजी की गहरी समझ होनी चाहिए. कम्प्यूटर प्रोग्रामिंग, AI और रोबोटिक्स जैसी तकनीकें भी इस क्षेत्र में तेजी से जुड़ रही हैं, जिनकी जानकारी होना फायदेमंद हो सकता है.
भारत से कैसे मिलता है मौका?
रिपोर्ट्स के अनुसार, डसॉल्ट एविएशन भारतीय छात्रों को भी इंटर्नशिप और नौकरी के मौके देती है. खासतौर पर IIT जैसे प्रीमियर संस्थानों से छात्रों का चयन किया जाता है. यदि आप इन संस्थानों में पढ़ाई कर रहे हैं या प्लान कर रहे हैं, तो आपके पास इस कंपनी में करियर बनाने का सुनहरा अवसर हो सकता है.
करियर की शुरुआत कहां से करें?
इस क्षेत्र में करियर की शुरुआत के लिए सबसे जरूरी है कि आप किसी मान्यता प्राप्त यूनिवर्सिटी से एयरोस्पेस, मैकेनिकल या इलेक्ट्रॉनिक्स इंजीनियरिंग करें. उसके बाद आप डसॉल्ट जैसे इंटरनेशनल कंपनियों में इंटर्नशिप के लिए अप्लाई कर सकते हैं. साथ ही, फ्रेंच भाषा का ज्ञान भी आपको अतिरिक्त बढ़त दिला सकता है, क्योंकि कंपनी फ्रांस में बेस्ड है.