Jagdeep Dhankhar Education: उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने 21 जुलाई को अपने पद से इस्तीफा देकर सभी को चौंका दिया. उन्होंने अपने इस्तीफे में स्वास्थ्य कारणों और चिकित्सकीय सलाह का हवाला दिया. लेकिन इस राजनीतिक फैसले से इतर, उनका शैक्षणिक जीवन भी उतना ही प्रेरणादायक और उल्लेखनीय रहा है.
राजस्थान के छोटे से गांव से शुरुआत
जगदीप धनखड़ का जन्म 18 मई 1951 को राजस्थान के झुंझुनू जिले के एक छोटे से गांव, किठाना में हुआ था. शिक्षा की शुरुआत उन्होंने किठाना सरकारी स्कूल और फिर घरधाना सरकारी स्कूल से की. शुरुआती पढ़ाई के बाद उन्हें राजस्थान के प्रतिष्ठित सैनिक स्कूल, चित्तौड़गढ़ में दाखिला मिला. 1961 में स्थापित यह स्कूल, राष्ट्रीय रक्षा अकादमी (NDA) में प्रवेश की तैयारी के लिए जाना जाता है.
राजस्थान विश्वविद्यालय से ली डिग्रियां
धनखड़ ने आगे की पढ़ाई के लिए राजस्थान विश्वविद्यालय, जयपुर का रुख किया. यहां से उन्होंने बीएससी (BSc) और एलएलबी (LLB) की डिग्रियां प्राप्त कीं. यह विश्वविद्यालय राज्य के सबसे बड़े और प्रतिष्ठित शैक्षणिक संस्थानों में से एक माना जाता है, जहां लाखों छात्र अध्ययनरत हैं.
कानून के क्षेत्र से राजनीति तक का सफर
धनखड़ ने 1979 में राजस्थान बार काउंसिल में बतौर वकील पंजीकरण करवाया. इसके बाद वे राजनीति की ओर अग्रसर हुए. वे पहले जनता दल और फिर कांग्रेस से जुड़े रहे. 2003 में उन्होंने भारतीय जनता पार्टी (BJP) का दामन थामा. 2019 में वे पश्चिम बंगाल के राज्यपाल बने और फिर 2022 में एनडीए के उपराष्ट्रपति पद के उम्मीदवार के रूप में चुने गए। उन्होंने 74.37% वोट पाकर ऐतिहासिक जीत दर्ज की.
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