JMI Fees: जामिया मिल्लिया इस्लामिया (JMI) ने अपने नए शैक्षणिक सत्र 2025-26 के लिए विभिन्न पाठ्यक्रमों की फीस में वृद्धि की घोषणा की है. इस वृद्धि के तहत कई पाठ्यक्रमों की ट्यूशन फीस में 16 से 41 प्रतिशत तक की बढ़ोतरी की गई है, जिससे छात्रों पर अतिरिक्त आर्थिक दबाव पड़ने की संभावना है. विश्वविद्यालय प्रशासन का कहना है कि यह वृद्धि संस्थान की उच्च गुणवत्ता वाली शिक्षा और आधुनिक संसाधनों को बनाए रखने के लिए आवश्यक है. अगर पिछले वर्ष के प्रॉस्पेक्टस से तुलना की जाए, तो यह स्पष्ट होता है कि ट्यूशन फीस में भारी वृद्धि हुई है. यह वृद्धि स्नातक, स्नातकोत्तर, और डॉक्टरेट कार्यक्रमों सहित कई पाठ्यक्रमों में लागू की गई है. कुछ पेशेवर और तकनीकी पाठ्यक्रमों में फीस बढ़ोतरी अधिक देखी गई है, जिससे इन पाठ्यक्रमों को चुनने वाले छात्रों के लिए स्थिति और कठिन हो सकती है.
कई कोर्सेस के फीस में बढ़ोत्तरी
नए प्रॉस्पेक्टस के अनुसार, जामिया मिल्लिया इस्लामिया (JMI) ने अपने विभिन्न पाठ्यक्रमों की फीस में उल्लेखनीय वृद्धि की है, जिससे छात्रों पर आर्थिक दबाव बढ़ सकता है. इस साल की तुलना में फीस में 16% से 41% तक की वृद्धि दर्ज की गई है. विशेष रूप से, भाषा विभागों में फीस वृद्धि स्पष्ट रूप से देखी जा सकती है. उदाहरण के लिए, फारसी विभाग की वार्षिक फीस 6,700 रुपये से बढ़कर 9,475 रुपये हो गई है, जो 41.41% की वृद्धि को दर्शाती है. इसी प्रकार, अरबी विभाग में भी 37.15% की वृद्धि हुई है, जिससे फीस 7,200 रुपये से बढ़कर 9,875 रुपये हो गई है.
प्रोफेशनल कोर्सेस की फीस में बड़ी बढ़ोत्तरी
बीटेक कार्यक्रमों की वार्षिक फीस में 19.04% की वृद्धि दर्ज की गई है, जिससे यह 16,150 रुपये से बढ़कर 19,225 रुपये हो गई है. इसी तरह, एमटेक कार्यक्रमों की फीस में 16.48% की बढ़ोतरी हुई है, जिससे यह अब 21,375 रुपये प्रति वर्ष हो गई है. विधि कार्यक्रमों में भी उल्लेखनीय वृद्धि देखी गई है. एलएलएम (नियमित) और बीए एलएलबी (ऑनर्स) जैसे पाठ्यक्रमों की वार्षिक फीस 15,000 रुपये से बढ़कर 17,850 रुपये हो गई है, जो कि लगभग 19% की वृद्धि को दर्शाती है.
JMI में शुरू किए जाएंगे 14 नए कोर्स
जामिया मिल्लिया इस्लामिया (JMI) ने अपने नए शैक्षणिक सत्र में शैक्षणिक विस्तार की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम उठाते हुए 14 नए पाठ्यक्रम शुरू करने की घोषणा की है. ये नए पाठ्यक्रम छात्रों को अधिक विविध और आधुनिक शिक्षा प्रदान करने की दिशा में उठाया गया कदम हैं, जिससे उन्हें व्यापक करियर विकल्प मिल सकेंगे. इसके अलावा, विश्वविद्यालय ने प्रवेश प्रक्रिया में भी बदलाव किया है और कॉमन यूनिवर्सिटी एंट्रेंस टेस्ट (CUET) स्कोर के उपयोग को और अधिक पाठ्यक्रमों तक विस्तारित किया है. इस वर्ष 25 शैक्षणिक कार्यक्रमों में प्रवेश CUET मेरिट के आधार पर दिया जाएगा, जिनमें नौ स्नातक (UG), पांच स्नातकोत्तर (PG), आठ डिप्लोमा और तीन उन्नत डिप्लोमा पाठ्यक्रम शामिल हैं.