NEET UG 2025 in Hindi: नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (NTA) ने NEET UG 2025 का रिजल्ट 14 जून को घोषित कर दिया. इस बार करीब 12.36 लाख छात्रों ने परीक्षा पास की है. अब सभी को मेडिकल काउंसलिंग का इंतजार है, जिससे उन्हें देश के अलग-अलग मेडिकल कॉलेजों में एडमिशन मिल सकेगा. लेकिन इंदौर के एक परीक्षा केंद्र में आई तकनीकी दिक्कत के कारण अब यह प्रक्रिया देरी से शुरू हो सकती है.
इंदौर में परीक्षा के दौरान बिजली गुल, हाईकोर्ट का हस्तक्षेप
इंदौर के एक परीक्षा केंद्र पर 4 मई को परीक्षा के दौरान बिजली चली गई थी, जिससे छात्रों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ा. इस घटना को लेकर 75 छात्रों ने इंदौर हाईकोर्ट में याचिका दायर की. कोर्ट ने छात्रों को राहत देते हुए नेशनल टेस्टिंग एजेंसी को दोबारा परीक्षा आयोजित करने का निर्देश दिया है. इन छात्रों की परीक्षा जल्द कराई जाएगी और फिर उनका नया रिजल्ट जारी किया जाएगा.
काउंसलिंग प्रक्रिया में संभावित देरी
NTA द्वारा दोबारा परीक्षा आयोजित करने और उसके परिणाम घोषित करने में करीब 10 से 15 दिन का समय लग सकता है. इस कारण मेडिकल काउंसलिंग कमेटी (MCC) और राज्य स्तर की काउंसलिंग, जो जुलाई के पहले सप्ताह से शुरू होने की उम्मीद थी, अब 15 दिन या उससे अधिक देरी से शुरू हो सकती है.
पढ़ें: Best MBBS College: ये हैं देश के टॉप 20 MBBS कॉलेज, एडमिशन के लिए होती है धक्का-मुक्की
पिछले साल भी काउंसलिंग में लगी थी देर
NEET 2024 में भी काउंसलिंग प्रक्रिया में देरी हुई थी. तब भी रिजल्ट 4 जून को जारी हो गया था, लेकिन कोर्ट केस और अनियमितता के आरोपों के कारण काउंसलिंग 14 अगस्त से शुरू हुई थी. MCC काउंसलिंग के सभी राउंड 30 अक्टूबर तक चले थे. इस दौरान एकेडमिक सेशन भी अक्टूबर में ही शुरू किया गया था.
NEET UG 2025 in Hindi: छात्र क्या करें इस बीच?
जिन छात्रों ने परीक्षा पास की है, उन्हें अब NTA द्वारा कटऑफ जारी होने का इंतजार करना चाहिए. जैसे ही कटऑफ आएगा, मेडिकल कॉलेज MCC या राज्य बोर्ड की काउंसलिंग के जरिए एडमिशन प्रक्रिया शुरू करेंगे. छात्र इस बीच अपना जरूरी डॉक्यूमेंट तैयार रखें और काउंसलिंग की प्रक्रिया को अच्छी तरह समझ लें.
पढ़ें: NEET UG Counselling 2025: AIIMS दिल्ली में बढ़ी MBBS की सीटें, इतने नीट मार्क्स पर एडमिशन
डॉक्टर बनने का सपना अब पूरा होने की ओर है. ऐसे में छात्रों को सलाह दी जाती है कि वे पूरी सतर्कता और जानकारी के साथ काउंसलिंग की प्रक्रिया में भाग लें, ताकि उन्हें मनपसंद मेडिकल कॉलेज में दाखिला मिल सके और वे अपने करियर की मजबूत शुरुआत कर सकें.