NEET UG 2025: रांची (क्रांति दीप)– अगर आपका सपना डॉक्टर बनने का है, तो नेशनल एलिजिबिलिटी कम एंट्रेंस टेस्ट (नीट यूजी) 2025 आपके लिए सुनहरा अवसर है. इस साल परीक्षा में कई अहम बदलाव किये गये हैं. इस कारण रणनीति बनाकर पढ़ाई करना और भी जरूरी हो गया है. इसके लिए सात मार्च आवेदन की अंतिम तिथि है और परीक्षा चार मई को होगी. इस रिपोर्ट में नीट यूजी 2025 के नये पैटर्न, आवेदन प्रक्रिया, सीटों की उपलब्धता और कटऑफ ट्रेंड के बारे में जानकारी दी गयी है.
नहीं होंगे ऑप्शनल सवाल, क्लोजिंग स्कोर में आ सकती है गिरावट
नेशनल एलिजिबिलिटी कम एंट्रेंस टेस्ट, नीट यूजी 2025 में आवेदन प्रक्रिया चल रही है. आवेदन की अंतिम तिथि सात मार्च तक निर्धारित है, जबकि परीक्षा चार मई को होगी. इस साल होनेवाली नीट यूजी की परीक्षा में कई बदलाव किये गये हैं. इस साल परीक्षा में 180 सवाल पूछे जायेंगे. इसमें फिजिक्स व केमिस्ट्री में 45-45 सवाल और बायोलॉजी में 90 सवाल पूछे जायेंगे. इस साल से ऑप्शनल सवालों को हटा दिया गया है. परीक्षा के लिए तीन घंटे का समय मिलेगा, जो दोपहर दो बजे से शाम पांच बजे तक चलेगी. पिछले साल नीट यूजी की परीक्षा में 200 सवाल पूछे गये थे, जिसमें ऑप्शनल सवाल भी थे. परीक्षा के लिए तीन घंटे बीस मिनट का समय दिया गया था. मेडिकल एजुकेशन के एक्सपर्ट व बायोम संस्थान के डायरेक्टर पंकज सिंह ने बताया कि ऑप्शनल सवाल व परीक्षा अवधि के कम होने से झारखंड के मेडिकल कॉलेजों के क्लोजिंग स्कोर में भी गिरावट आयेगी. पिछले कुछ वर्षों के क्लोजिंग स्कोर के अनुसार इस साल के क्लोजिंग स्कोर में 20 से 25 अंक तक गिरावट हो सकती है.
परीक्षा का परिणाम 14 जून को जारी होगा
नीट यूजी की परीक्षा के लिए एडमिट कार्ड एक मई को जारी किया जायेगा. परीक्षा का परिणाम 14 जून को जारी हो सकता है. नीट यूजी की परीक्षा 13 भाषाओं में आयोजित की जाएगी. इसमें आवेदन शुल्क जेनरल कैटेगरी के लिए 1700 रुपए, जनरल इडब्ल्यूएस, ओबीसी के लिए 1600 रुपये, एससी-एसटी, पीडब्ल्यूडी, थर्ड जेंडर के लिए 1000 रुपये निर्धारित है. नीट यूजी की परीक्षा के माध्यम से देशभर के सरकारी व प्राइवेट मेडिकल संस्थानों में एमबीबीएस, बीडीएस, बीएचएमएस कोर्स में एडमिशन होता है.
झारखंड के छह सरकारी मेडिकल कॉलेजों में 563 सीटें
नीट यूजी के माध्यम से झारखंड के सरकारी व निजी मेडिकल संस्थानों में नामांकन की प्रक्रिया होगी. स्टेट कोटा के तहत राज्य के छह सरकारी कॉलेजों में एमबीबीएस की कुल 563 सीटें हैं. इसमें स्टेट कोटा के तहत रिम्स रांची में 148 सीटें, फूलो-झानो मेडिकल कॉलेज दुमका में 83 सीटें, शेख भिखारी मेडिकल कॉलेज हजारीबाग में 83 सीटें, मेदिनीराय मेडिकल कॉलेज पलामू में 83 सीटें, एमजीएम मेडिकल कॉलेज जमशेदपुर में 83 सीटें और शहीद निर्मल महतो मेडिकल कॉलेज धनबाद में 83 सीटें हैं.
पढ़ें प्रभात खबर की प्रीमियम स्टोरी: सावधान! कहीं आपका बच्चा घंटों मोबाइल से चिपक कर मनोरोगी तो नहीं बन रहा