School Holiday 2025 in Hindi: जुलाई की शुरुआत हो चुकी है और कई लोग इस बात को लेकर उत्सुक हैं कि मुहर्रम की छुट्टी कब होगी. हर साल की तरह इस बार भी मुहर्रम का अवकाश चांद दिखने पर तय होगा. इस्लामिक कैलेंडर के अनुसार, मुहर्रम साल का पहला महीना होता है और इसका दसवां दिन यानी ‘अशूरा’, बेहद पवित्र माना जाता है. यही वह दिन है जब पैगंबर मोहम्मद साहब के नवासे इमाम हुसैन की शहादत की याद में पूरी मुस्लिम दुनिया मातम मनाती है.
सरकारी कैलेंडर के अनुसार इस साल आशूरा 6 जुलाई (रविवार) को पड़ रहा है, लेकिन अगर चांद एक दिन देरी से दिखाई देता है तो यह तारीख 7 जुलाई (सोमवार) हो सकती है. ऐसे में लोगों को 2 दिन की छुट्टी मिल सकती है, रविवार और सोमवार.
किन राज्यों में हो सकती है छुट्टी?
बिहार, उत्तर प्रदेश, महाराष्ट्र, तेलंगाना, पश्चिम बंगाल सहित कई राज्यों में मुहर्रम के दिन सार्वजनिक अवकाश घोषित किया जाता है. अगर 7 जुलाई को अशूरा मनाया गया, तो इन राज्यों में सोमवार को सरकारी दफ्तरों, स्कूलों और बैंकों में अवकाश घोषित हो सकता है. हालांकि अंतिम निर्णय राज्य सरकारें और स्थानीय प्रशासन चांद के दीदार के आधार पर लेंगे.
मुहर्रम क्यों मनाया जाता है?
मुहर्रम इस्लामी कैलेंडर का पहला महीना होता है. इसके 10वें दिन ‘अशूरा’ को पैगंबर हजरत मोहम्मद साहब के नवासे इमाम हुसैन की शहादत की याद में मनाया जाता है. इमाम हुसैन की करबला में 680 ईस्वी में हुई शहादत को मुस्लिम समुदाय शोक, मातम और जुलूसों के माध्यम से याद करता है.
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School Holiday 2025 in Hindi: स्कूल-कॉलेज पर असर
देश के ज्यादातर स्कूल गर्मी की छुट्टियों के बाद जुलाई के पहले हफ्ते में खुल चुके हैं. उत्तर भारत के कई राज्यों में स्कूल शुरू हो चुके हैं. अगर 7 जुलाई को छुट्टी घोषित होती है, तो बच्चों को एक और अवकाश मिल सकता है. CBSE ने जो नया शैक्षणिक कैलेंडर 2025–26 जारी किया है, उसमें भी मुहर्रम 6 जुलाई (रविवार) को बताया गया है, लेकिन उसमें भी ‘तारीख परिवर्तन’ का जिक्र है. इस्लामी कैलेंडर चंद्रमा की स्थिति पर आधारित होता है, इसलिए अंतिम छुट्टी की तिथि चांद दिखने के बाद ही तय होती है. 6 या 7 जुलाई में से किसी एक दिन ही सरकारी छुट्टी की घोषणा होगी.