SSC Protest: “जब परीक्षा ही नहीं हो रही, तो मेहनत का क्या मतलब?” यही सवाल आज हजारों अभ्यर्थियों की आंखों में तैर रहा है. दिल्ली की सड़कों पर गुरुवार को जो दृश्य देखने को मिले, वे भारतीय भर्ती व्यवस्था पर एक बड़ा सवालिया निशान खड़ा करते हैं. कर्मचारी चयन आयोग (SSC) की चयन पद परीक्षा (Phase-13) में हुई गड़बड़ियों और लापरवाहियों से नाराज छात्र दिल्ली में जंतर-मंतर और सीजीओ कॉम्प्लेक्स पर विरोध प्रदर्शन करने पहुंचे. खास बात ये रही कि इस बार उनके साथ नीतू मैम जैसी जानी-मानी शिक्षिका भी सड़क पर उतरीं और छात्रों के समर्थन में खड़ी दिखीं.
SSC के हज़ारों अभ्यर्थी आंदोलन कर रहे हैं. उन का आरोप है कि सरकारी लापरवाही और कथित साज़िश के चलते ऑनलाइन सिस्टम और परीक्षा प्रणाली उनका भविष्य बर्बाद कर रही है. बाद में पुलिस ने लाठियाँ चलाईं. गिरफ़्तार करके थाने ले गई. #SSC#SSCReforms #SSC_VENDOR_FAILURE pic.twitter.com/9R0FkXdz9m
— Dr. Laxman Yadav (@DrLaxman_Yadav) July 31, 2025
परीक्षा में गड़बड़ी और रद्द होने से नाराज छात्र
24 जुलाई से 1 अगस्त, 2025 तक चल रही SSC Phase-13 परीक्षा में अभ्यर्थियों को कई स्तर पर अव्यवस्था का सामना करना पड़ा.
- कई छात्रों को परीक्षा केंद्र पर पहुंचने के बाद पता चला कि परीक्षा रद्द कर दी गई है.
- कुछ जगहों पर सिस्टम क्रैश हो गया, तो कहीं कंप्यूटर खराब थे.
- कई अभ्यर्थियों को गलत परीक्षा केंद्र आवंटित किया गया.
यह सब उस परीक्षा में हो रहा है, जिसके लिए उम्मीदवार महीनों नहीं, वर्षों से तैयारी करते हैं. किसी ने कोचिंग छोड़ी, किसी ने नौकरी, किसी ने घर-परिवार से दूर रहकर केवल एक उम्मीद पर मेहनत की लेकिन जब परीक्षा देने पहुंचे तो मिला निराशा और अपमान.
“नीतू मैम पर भी चला डंडा”- छात्रों का आरोप
दिल्ली में विरोध के दौरान छात्रों ने पुलिस प्रशासन पर गंभीर आरोप लगाए. सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे वीडियो में छात्र कहते दिखे: “हमें नहीं लगा था कि आवाज उठाने पर हमें लाठी मिलेगी. यहां तक कि नीतू मैम जैसी शिक्षिका पर भी डंडा चलाया गया. ये तो सरासर अन्याय है.”
छात्रों का आरोप है कि जंतर-मंतर और CGO कॉम्प्लेक्स पर शांतिपूर्ण प्रदर्शन कर रहे छात्रों और शिक्षकों पर लाठीचार्ज किया गया, जिससे कई लोग घायल भी हुए.
नीतू मैम ने भी साफ तौर पर कहा: “जब छात्रों का भविष्य अधर में हो, तो शिक्षक का धर्म है उनके साथ खड़ा होना. मैं न डरने वाली हूं, न झुकने वाली.”
नया एग्जाम वेंडर बना परेशानी की जड़?
छात्रों का गुस्सा इस बार सिर्फ SSC पर नहीं, बल्कि उस एजेंसी पर भी है जिसे परीक्षा आयोजित करने की जिम्मेदारी दी गई है.
- छात्रों का दावा है कि SSC ने एक नया परीक्षा वेंडर नियुक्त किया है, जो पूरी तरह से नाकाम रहा है.
- कहीं सर्वर बैठ गया, तो कहीं छात्र बैठने की जगह तक नहीं मिली.
- अभ्यर्थियों का कहना है कि वेंडर ने पहले भी UPSC जैसी परीक्षाओं में खराब प्रदर्शन किया था.
इस बार का विरोध इस मांग के साथ भी जुड़ा है कि इस एजेंसी से SSC अपना अनुबंध तुरंत रद्द करे, वरना आने वाली परीक्षाओं (जैसे आयकर विभाग की भर्ती) भी इसी तरह प्रभावित होंगी जिनमें 30 लाख से अधिक उम्मीदवारों के शामिल होने की संभावना है.
“एक-एक मिनट मायने रखता है” – छात्रों की पीड़ा
कई छात्रों ने बताया कि वो परीक्षा देने के लिए 400-500 किलोमीटर दूर तक यात्रा करके आए, अपने जेब खर्च से रहने और खाने का इंतजाम किया, लेकिन बिना परीक्षा दिए वापस लौटना पड़ा.
शिक्षकों पर लाठी चार्ज, ये सिर्फ इसी सरकार में संभव है..
— Pushpendra Saroj (@Pushpendra_MP_) July 31, 2025
जनता इसका जवाब देगी।#SSC #SSCMisManagement #ssc_system_sudharo pic.twitter.com/bsIcFfZ7i8
एक छात्र का कहना था: “एक प्रतियोगी के लिए दस मिनट की देरी भी हार और जीत का फर्क ला सकती है. लेकिन यहां तो हमें परीक्षा देने ही नहीं दी गई.”
छात्रों की मांग क्या है?
प्रदर्शन कर रहे छात्रों और शिक्षकों की मुख्य मांगें इस प्रकार हैं:
- परीक्षा आयोजन में हुई गड़बड़ियों की जांच हो
- वेंडर को हटाया जाए और नई एजेंसी नियुक्त की जाए
- रद्द परीक्षाओं की नई तारीख तुरंत घोषित हो
- परीक्षा केंद्रों की निगरानी और जवाबदेही तय हो
- छात्रों और शिक्षकों पर हुए लाठीचार्ज की जांच हो
- सरकार इस मामले में सीधा हस्तक्षेप करे
सोशल मीडिया बना छात्रों की आवाज
ट्विटर (X), इंस्टाग्राम और यूट्यूब जैसे प्लेटफॉर्म इस विरोध का मुख्य मंच बन चुके हैं. हैशटैग्स जैसे –
- #SSCMisManagement
- #SSCVendorFailure
- #JusticeForAspirants
- #NeetuMaam
- #SystemSudharoSSC
हर प्लेटफॉर्म पर ट्रेंड कर रहे हैं. कई छात्रों ने अपनी परेशानियां वीडियो के माध्यम से भी साझा कीं, जिसमें परीक्षा केंद्रों की बदहाली साफ नजर आती है.
शिक्षक भी छात्रों के साथ
इस आंदोलन की खास बात यह रही कि कोचिंग और गाइडेंस देने वाले शिक्षक खुद छात्रों के साथ खड़े हुए. नीतू मैम के अलावा कई यूट्यूब एजुकेटर्स, ऑफलाइन कोचिंग इंस्टीट्यूट्स और संस्थानों ने SSC की आलोचना की और सरकार से सीधी कार्रवाई की मांग की.
SSC की चुप्पी – सबसे बड़ी चिंता
अब तक SSC की ओर से इस पूरे विवाद पर कोई ठोस बयान सामने नहीं आया है. न ही रद्द परीक्षाओं को लेकर कोई स्पष्ट सूचना दी गई है. इससे छात्रों में असंतोष और भी बढ़ रहा है.
सरकार और SSC दोनों से स्पष्टता, पारदर्शिता और संवेदनशीलता की उम्मीद की जा रही है, क्योंकि बात अब केवल परीक्षा की नहीं, बल्कि विश्वास की है.
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