Success Story: एक नंबर से मिली असफलता किसी के लिए अंत हो सकती है, लेकिन मृदुपाणि नंबी के लिए ये एक नई शुरुआत थी. पहले प्रयास में केवल एक अंक से UPSC प्रीलिम्स में फेल होने के बाद उन्होंने हार नहीं मानी, बल्कि खुद से एक वादा किया—अब ध्यान सिर्फ लक्ष्य पर होगा. फोन से दूरी बना ली, डिस्ट्रैक्शन को दूर किया और फिर वही मृदुपाणि ने दूसरे ही प्रयास में UPSC IES में ऑल इंडिया रैंक 21 हासिल कर इतिहास रच दिया.
पहली कोशिश में मिली थी हार
साल 2020 में मृदुपाणि ने पहली बार IES परीक्षा दी, लेकिन वह महज 1 अंक से प्रीलिम्स पास नहीं कर पाईं. यह उनके लिए एक बड़ा झटका था, लेकिन उन्होंने इसे अपनी कमजोरी नहीं बनने दिया. उन्होंने फोन का इस्तेमाल पूरी तरह से बंद कर दिया और खुद से एक कसम खाई — अब सिर्फ पढ़ाई पर ध्यान देना है.
दूसरी कोशिश में शानदार वापसी
मृदुपाणि ने पूरी मेहनत और लगन के साथ दोबारा तैयारी शुरू की. उन्होंने 2022 में एक बार फिर परीक्षा दी और इस बार ऑल इंडिया रैंक 21 हासिल की. उनकी नियुक्ति Ministry of Communications में IES अधिकारी के रूप में हुई.
इंजीनियरिंग से UPSC तक का सफर
मृदुपाणि ने अपनी बीटेक की पढ़ाई G. Narayanamma Institute of Technology and Science, हैदराबाद से की थी. उन्होंने इलेक्ट्रॉनिक्स और कम्युनिकेशन इंजीनियरिंग ब्रांच से ग्रेजुएशन किया. कॉलेज के दौरान ही उनका रुझान UPSC की ओर हुआ और उन्होंने IES को अपना लक्ष्य बना लिया.
Also Read: Success Story: IIM Ahmedabad से किया MBA, आज हैं 21,600 करोड़ की मालकिन