Success Story in Hindi: तुषांगी गुप्ता जितनी अच्छी पढ़ाई में हैं, उतनी ही शानदार उनकी एक्टिंग और डांसिंग भी है. एक समय था जब वह थिएटर करती थीं, वेब सीरीज “कॉलेज रोमांस” में काम करती थीं और पढ़ाई के साथ-साथ ऑनलाइन क्लास भी लेती थीं. लेकिन जिंदगी ने करवट ली और उन्होंने तय कर लिया कि अब सरकारी नौकरी की तैयारी करनी है.
तुषांगी ने ग्रेजुएशन के दौरान ही SSC CGL की तैयारी शुरू कर दी थी. पहली बार 2020 में परीक्षा दी और पहले ही प्रयास में चयनित हो गईं. आज वह केंद्र सरकार के एक मंत्रालय में असिस्टेंट सेक्शन ऑफिसर (ASO) के पद पर कार्यरत हैं. (SSC CGL first attempt success in Hindi)
Success Story: दोस्तों के साथ पहुंचीं डेमो क्लास
मीडिया में उपलब्ध जानकारी के अनुसार, कॉलेज के दिनों में तुषांगी करियर को लेकर उलझन में थीं. कभी थियेटर, कभी मास कम्युनिकेशन तो कभी एक्टिंग. इसी दौरान एक दिन दोस्तों के साथ CGL की डेमो क्लास में चली गईं. वहां मैथ्स और इंग्लिश पढ़ी तो रुचि जागी. फिर उन्होंने ठान लिया कि अब पूरी तैयारी के साथ परीक्षा देनी है.
Tushangi Gupta success story: दिल्ली की महंगी जिंदगी और ज्यादा खर्चा बनी रुकावट
सोशल मीडिया में दिए हुए जानकारी के अनुसार, तुषांगी दिल्ली में रहकर तैयारी कर रही थीं. लेकिन संसाधनों की कमी और बढ़ते खर्च ने मुश्किलें खड़ी कर दीं. कॉलेज खत्म होते ही वह अपने शहर लौट आईं. यहां पारिवारिक समस्याएं, आर्थिक तंगी और मानसिक तनाव ने उन्हें अवसाद में धकेल दिया. परीक्षा भी स्थगित हो गई. उन्होंने सोशल मीडिया से दूरी बना ली और खुद में सिमट गईं.
एक किताब ने बदली सोच, फिर से शुरू की तैयारी
एक दोस्त की सलाह पर तुषांगी ने ‘How to Stop Worrying and Start Living’ नाम की किताब पढ़ी. इससे उन्हें नई सोच और आत्मबल मिला. उन्होंने मेडिटेशन शुरू किया, मानसिक स्वास्थ्य पर ध्यान दिया और फिर से पढ़ाई में जुट गईं.
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शानदार प्रदर्शन से पाई मनचाही पोस्ट
जून 2018 में परीक्षा दी और टॉप 200 में जगह बनाई. टियर-2 और टियर-3 में भी बेहतरीन प्रदर्शन किया और कुल 593 अंक लाकर उन्हें मनचाही पोस्ट मिली और आज ASO के पोस्ट पे सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय, भारत सरकार में कार्यरत हैं. SSC के माध्यम से कोई भी उम्मीदवार इस भर्ती में आवेदन कर सकता है.
तुषांगी कहती हैं कि उन्होंने तीन सवालों पर ध्यान दिया –
- क्या पढ़ना है
- कैसे पढ़ना है
- क्यों पढ़ना है
उन्होंने सीमित संसाधनों से कई बार रिवीजन किया. खुद से पढ़ाया, सवाल हल किए और मॉक टेस्ट से खुद को परखा. आज तुषांगी सरकारी नौकरी में हैं. लेकिन इसके साथ ही वह कई युवाओं के लिए प्रेरणा भी बन चुकी हैं. वह बताती हैं कि मेहनत, सही रणनीति और आत्म-प्रेरणा हो, तो कोई भी परीक्षा पास की जा सकती है.