23.1 C
Ranchi

लेटेस्ट वीडियो

नीरजा भनोट : जिसकी बहादुरी पर एक हो गये थे भारत-पाकिस्तान…! यहां सुनें उनकी आखिरी आवाज

31 साल पहले आज ही के दिन भारत ने एक बहादुर बेटी को खो दिया था. इनका नाम था – नीरजा भनोट. 5 सितंबर 1986 को पैन अमेरिका 73 एयरलाइंस का प्लेन कराची एयरपोर्ट से हाईजैक हो जाने के बाद उस विमान की एयर होस्‍टेस नीरजा भनोट ने 17 घंटे तक आतंकियों से जूझते हुए […]

31 साल पहले आज ही के दिन भारत ने एक बहादुर बेटी को खो दिया था. इनका नाम था – नीरजा भनोट.

5 सितंबर 1986 को पैन अमेरिका 73 एयरलाइंस का प्लेन कराची एयरपोर्ट से हाईजैक हो जाने के बाद उस विमान की एयर होस्‍टेस नीरजा भनोट ने 17 घंटे तक आतंकियों से जूझते हुए 359 लोगों की जान बचायी, लेकिन इस जंग में वह अपनी जान गंवा बैठी थी.

नीरजा के बलिदान के लिए भारत सरकार ने उन्‍हें सर्वोच्च नागरिक सम्मान ‘अशोक चक्र’ प्रदान किया, तो वहीं पाकिस्तान की सरकार ने नीरजा को ‘तमगा-ए-इन्सानियत’ से नवाजा.

भारत की इस बहादुर बेटी के जीवन-सफर पर आइए डालें एक नजर…

  • नीरजा भनोट का जन्म 7 सितंबर 1964 को चंडीगढ़ में हुआ था.
  • उनके पिता का नाम हरीश भनोट और मां का नाम रमा भनोट था.
  • नीरजा का बचपन मुंबई में बीता. स्कूली शिक्षा बॉम्बे स्कॉटिश स्कूल से हुई और सेंट जेवियर्स कॉलेज से ग्रैजुएशन की डिग्री ली.
  • नीरजा भनोट की शादी 1985 में हो गयी थी, लेकिन दहेज के दबाव के कारण उनके रिश्तों में खटास आ गयी. वह शादी के दो महीने बाद मुंबई लौट आयी थीं.
  • 1986 में मॉडल के रूप में उन्होंने टीवी और प्रिंट विज्ञापन करने शुरू कर दिये. इनमें बिनाका टूथपेस्ट, विको टरमरिक क्रीम, गोदरेज सोप जैसे ब्रांड्स शामिल थे.
  • नीरजा को बचपन से हवा में उड़ने का शौक था. अपने इस शौक को पूरा करने के लिए नीरजा ने एयर होस्टेस के तौर पर बाद में पैन एम 73 एयरलाइंस जॉइन कर लिया.

क्या हुआ था उस दिन…

  • 5 सितंबर 1986 को अमेरिकी एयरवेज का हवाई जहाज पैन एम 73 लगभग 380 यात्रियों के साथ पाकिस्तान के कराची एयरपोर्ट पर पायलट का इंतजार कर रहा था. अचानक उसमें चार हथियारबंद आतंकवादी घुस गये और सभी यात्रियों को गन पॉइंट पर अपने कब्जे में ले लिया.
  • आतंकियों ने पाक सरकार से पायलट भेजने की मांग की, ताकि वो विमान को अपने मन मुताबिक जगह पर ले जा सकें. लेकिन पाक सरकार ने मना कर दिया. इससे गुस्साये आतंकियों ने विमान में बैठे यात्रियों को मारने का फैसला कर लिया.
  • फ्लाइट अटेंडेंट नीरजा भनोट ने ऐसा नहीं होने दिया. उन्होंने अपनी सूझबूझ और हिम्मत दिखाते हुए फ्लाइट पर सवार 359 लोगों को तो बचा लिया, लेकिन 20 लोग और खुद नीरजा भी आतंकियों की गोली का शिकार हो गयी.
  • यह काफी दुखद रहा कि इस घटना के दोदिन बाद, यानी 7 सितंबर 1986 को नीरजा अपना 23वां जन्मदिन मनाने वाली थीं.


मिले ये सम्मान…

  • नीरजा को भारत सरकार ने सर्वोच्च नागरिक सम्मान ‘अशोक चक्र’ प्रदान कियाऔर पाकिस्तान की सरकार ने उन्हें ‘तमगा-ए-इन्सानियत’ से नवाजा.
  • नीरजा भनोट के नाम पर हर साल ब्रेवरी अवार्ड भी दिया जाता है.
  • नीरजा भनोट के बलिदान को सलाम करते हुए बॉलीवुड में एकफिल्म ‘नीरजा’ बनायी गयी. इसमें नीरजा का किरदार सोनम कपूर ने निभाया. इस फिल्मको बनाने में फिल्म इंडस्ट्री के बड़े सितारों सहित लगभग 200 कलाकारों ने सहयोग दिया.
  • ‘नीरजा’ ने सर्वश्रेष्ठ फिल्म का पुरस्कार जीता. आईफा 2017 में बेस्ट मूवी का अवार्ड भी इसे मिला.

यहां सुनें नीरजा की आखिरी आवाज

Prabhat Khabar Digital Desk
Prabhat Khabar Digital Desk
यह प्रभात खबर का डिजिटल न्यूज डेस्क है। इसमें प्रभात खबर के डिजिटल टीम के साथियों की रूटीन खबरें प्रकाशित होती हैं।

Prabhat Khabar App :

देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए

संबंधित ख़बरें

Trending News

जरूर पढ़ें

वायरल खबरें

ऐप पर पढें
होम आप का शहर
News Snap News Reel