saiyaara movie :म्यूजिकल रोमांटिक फिल्म सैयारा इनदिनों बॉक्स ऑफिस पर सफलता की नयी कहानी लिख रही है. फिल्म के निर्देशक मोहित सूरी ने इस फिल्म की मेकिंग और उससे जुड़े उतार चढ़ाव पर बात की है. उर्मिला कोरी से हुई बातचीत के प्रमुख अंश
सैयारा को कई निर्माताओं ने रिजेक्ट किया था
सैयारा का आईडिया मेरा था. मैं चाहता था कि लार्जर देन लाइफ फिल्मों से अलग नए चेहरों को लेकर एक म्यूजिकल लव स्टोरी बनाऊं तब मैंने अपने असिस्टेंट को प्रोमोट करके राइटर बना दिया.जिसका नाम संकल्प सदानंद है. उसके साथ मिलकर मैंने कहानी लिखी लेकिन कहानी लिखने के बाद मैं जिस भी निर्माता के पास गया.सबने कहा कि लार्जर देन लाइफ फिल्मों के बीच इसे कौन देखेगा. हर जगह से रिजेक्शन ही मिला लेकिन वो कहते हैं ना जब आपके इरादे नेक हो तो चीजें अपने आप हो जाती हैं. एक दिन अपने बेटे को लेकर मैं मंदिर गया था. वहां पर मैं यशराज की क्रिएटिव एक्सक्यूटिव प्रोड्यूसर सुमाना घोष से मिला.उन्होंने बताया कि यशराज फिल्म्स एक लव स्टोरी फिल्म बनाना चाहते हैं. मैंने सोचा कि चांस लेकर देखता हूं.मैंने स्क्रिप्ट भेज दी.मेरी स्क्रिप्ट आदित्य चोपड़ा को पसंद आयी. उन्होंने मुझसे मीटिंग की और कहा कि उनके पास कई लव स्टोरीज की स्क्रिप्ट आयी है, लेकिन वह सैयारा जैसा ही कुछ बनाना चाहते हैं.जिस फिल्म से कोई निर्माता नहीं जुड़ना चाह रहा था.उससे देश का सबसे बड़ा प्रोडक्शन हाउस जुड़ गया.
एक्टर्स का ढूंढने का क्रेडिट शानू शर्मा को
इस फिल्म के नए चेहरों अनित और अहान को चुनने का पूरा क्रेडिट मैं कास्टिंग डायरेक्टर शानू शर्मा को देना चाहूंगा. अहान बीते सात साल से अस्सिटेंट के तौर पर यशराज से जुड़ा हुआ है. उनके साथ काम कर रहा है.शानू ने उसे फिल्म के लिए शार्ट लिस्ट किया. अनित को ढूंढने में चार से पांच महीने और गए क्योंकि मैं एक मासूमियत से भरा चेहरा चाहता था और शानू शर्मा ने दोनों ही टैलेंटेड लोगों से हमको रूबरू करवाया.
एक्टर्स के सिलेक्शन से पहले म्यूजिक पर काम शुरू हो गया था
मैंने अपनी पहली फिल्म से अब तक हमेशा कम से कम एक नए चेहरे को संगीत में मौक़ा दिया है. मुझे लगता है कि इससे आपके कान जमींन पर रहते हैं.अक्सर सफलता के बाद कांटेक्ट पॉइंट निकल जाता है,लेकिन नए लोग आपको नई चीजों से जोड़े रखते हैं. मैंने इस फिल्म के संगीतकार तनिष्क को कहा था कि मुझे फहीम और अरसलान के साथ काम करना है.मैंने उनका इंडी गाना इश्क़ सुना था, जो मुझे बहुत अच्छा लगा था. जब तनिष्क उनसे मिले तो मालूम पड़ा कि वह मेरे फैन हैं तो जल्द ही सबकुछ सेट हो गया और टाइटल ट्रैक बन गया. ऋषभ ने बर्बाद किया गाना बनाया है.वह ग्लिच पॉप आर्टिस्ट है और उन्होंने ऐसा इमोशनल गाना बनाया है. हमारे देश में टैलेंट की कमी नहीं है. बस आपको उसे ढूंढना होगा.इस फिल्म के कुछ गाने स्क्रिप्ट लिखने के साथ बने थे. कुछ तो एक्टर्स के चुनाव से पहले क्योंकि हमारे लिए स्टार म्यूजिक होने वाला था इसलिए हमने बहुत पहले से ही उस पर काम शुरू कर दिया था.
यशराज और भट्ट कैम्प इस मामले में है एक जैसा
मैंने अब तक सबसे ज्यादा फिल्में भट्ट कैम्प के लिए बनायी है.यह पहला मौका है, जब मैं यशराज के लिए फिल्म बनाया. मुझसे लगातार दोनों प्रोडक्शन हाउस के बीच फर्क के बारे में पूछा जा रहा है तो प्रेजेंटेशन में आप देखेंगे तो फर्क है,लेकिन जो बेसिक चीजें हैं.जिनपर लोग फिल्में बनाते हैं, जैसे स्क्रिप्ट और संगीत पर महत्व. ये दोनों ही बातें दोनों कंपनियों में एक जैसी है.बजट की जहां तक बात है, जो भी जरुरत थी.वह दिया गया है. एक बार भी नहीं कहा गया कि नए चेहरे हैं तो आप इतना खर्च नहीं कर सकते हैं.
और बीस साल फिल्मों बनाते हुए बिताना चाहता हूं
इस साल इंडस्ट्री में मेरे बीस साल पूरे हो गए हैं. सच कहूं तो मैं पीछे मुड़कर नहीं देखता हूं लेकिन मुझे अभी भी लगता है कि जैसे यह कल की बात है. गोवा में शूट कर रहे थे.इमरान हाश्मी था. मेरी वाइफ उदिता थी. पहले दिन का शिफ्ट था. होटल कासा डेटोना था. मुझे हर छोटी बड़ी बात आज भी याद है. जर्नी उतार चढ़ाव से भरी हुई है. इतनी जल्दी इतना वक़्त बीत जाएगा.मैंने सोचा नहीं था,लेकिन मैं खुश हूं कि 20 साल बाद भी मैं यहां हूं. मैं भगवान ,किस्मत और मेरे दर्शकों का शुक्रगुजार हूं. मैं चाहता हूं कि बीस साल और ऐसे बीत जाए. मैं 17 साल की उम्र से सेट पर हूं. आधी से ज्यादा जिंदगी सेट पर बीत गयी. आज मैं 44 साल का हो गया हूं. आज मेरी गाडी का टायर पंचर हो जाए तो मुझे वह बदलना नहीं आएगा,लेकिन नींद से उठाकर एक सीन शूट करने को बोला जाएगा तो मैं ठीक ठाक कर लूंगा. उम्मीद है कि आनेवाले हर दो साल से में कम से कम एक फिल्म बना पाऊंगा.
एआई को कोर्स करने जा रहा हूं
बीस साल से इंडस्ट्री में हूं और टिके रहना है तो सीखते रहना होगा.मुझे लगता है कि मैंने सबकुछ अभी सीखा नहीं है. मैं अभी भी लोगों को पूछता हूं कि ये कैसे करते हैं.मुझे लगता है कि सामायिक बने रहने के लिए आपको लगातार खुद को अपडेट करते रहना होगा.मैं एआई का कोर्स करने जा रहा हूं क्योंकि मुझे लगता है कि वही भविष्य है.टेक्नोलॉजी के साथ -साथ लगातार रीडिंग करता हूं और युवा पीढ़ी के साथ भी लगातार काम करता हूं.मेरा मानना है कि मार्केट लीडर्स के साथ आप उतना नहीं सीखेंगे, जितना आप न्यूकमर के साथ सीखेंगे.