World Refugee Day 2025 : विभाजनकारी राजनीति, युद्ध, गरीबी, हिंसा या जलवायु आपदा के कारण हर साल करोड़ों लोगों को विस्थापित होना पड़ता है. ऐसे ही लोगों की कहानियां कहती ये फिल्में बताती हैं कि एक ऐसे व्यक्ति के होने का क्या मतलब है जिसका जीवन आकस्मिक बना दिया गया है, जिसे अपना घर, अपनी जमीन, अपना देश छोड़कर दूसरे देशों में शरण लेना पड़ा है. आज 20 जून को जब दुनिया भर में विश्व शरणार्थी दिवस मनाया जा रहा है, देखें शरणार्थियों के जीवन पर बनी बेहतरीन फिल्में.
आईओ कैपिटानो
जुलाई 2014 में 15 वर्षीय पश्चिम अफ्रीकी फोफाना अमरो को मानव तस्करों ने लीबिया से सिसिली तक एक प्रवासी नाव चलाने के लिए मजबूर किया था, जिसमें 250 लोग सवार थे. सभी बाधाओं के बावजूद नाव को सुरक्षित तट तक पहुंचाने के बाद अमरो ने गर्व से इतालवी तटरक्षक का ‘आईओ कैपिटानो’ (मैं कप्तान हूं) शब्दों के साथ अभिवादन किया, लेकिन मानव तस्करी के आरोप में उसे गिरफ्तार कर लिया गया और जेल में डाल दिया गया. ऑस्कर के लिए नामित हुई आईओ कैपिटानो फिल्म में आप अमरो की कहानी को देख सकते हैं. माटेओ गैरोन निर्देशित यह फिल्म प्राइम वीडियो में देखी जा सकती है.
ग्रीन बॉर्डर
यह इतिहास के एक उदास दौर को लगभग उसी तरह से दिखाती है, जैसा कि वह घटित होता है. ग्रीन बॉर्डर पोलैंड और बेलारूस के बीच सीमा पर स्थिति के माध्यम से यूरोप में शरणार्थी संकट को कई दृष्टिकोणों और परस्पर जुड़े धागों का उपयोग करते हुए दिखाती है. एग्निस्का हॉलैंड निर्देशित यह फिल्म आप प्राइम वीडियो पर देख सकते हैं.
ड्रिफ्ट
सिंगापुर के निर्देशक एंथनी चेन की यह फिल्म शरणार्थी-केंद्रित फिल्मों से थोड़ी अलग है. एक समय में संपन्न लाइबेरियाई महिला, जिसकी पढ़ाई-लिखाई इंग्लैंड में हुई थी, गृहयुद्ध के कारण अपनी मातृभूमि से निकाले जाने के बाद खुद को एक ग्रीक पर्यटक द्वीप पर बहुत दयनीय पाती है.लेकिन, वह दान और मित्रता का विरोध करती है और उसे एक खतरे के तौर पर देखती है. यह फिल्म नेटफ्लिक्स पर देख सकते हैं.
स्काई एंड ग्राउंड
अलेप्पो से जर्मनी तक सीरियाई-कुर्द नबी परिवार की कठिन यात्रा पर आधारित यह फिल्म एक तीन-पीढ़ी के परिवार के संघर्षों को जीवंत रूप से चित्रित करती है. साथ ही, हमें हमारे समय के सबसे बड़े मानवीय संकटों में से एक की ओर भी खींच ले जाती है. शरणार्थी के रूप में यह परिवार बार-बार असफलताओं और दिल तोड़ने वाले पलों का सामना करता है. यह फिल्म प्राइम वीडियो देखी जा सकती है.
द स्विमर्स
सैली एल होसैनी की बाफ्टा-नामांकित फिल्म सारा और युसरा मर्दिनी बहनों की उल्लेखनीय सच्ची कहानी पर आधारित है, जो सुरक्षा की तलाश में युद्धग्रस्त सीरिया छोड़कर निकली थीं. यह फिल्म जर्मनी में शरण पाने और रियो ओलंपिक खेलों में भाग लेने से पहले भूमध्य सागर में घंटों तैरकर ग्रीस पहुंचने के उनके कष्टदायक सफर को दर्शाती है. यह फिल्म हमें सुरक्षा की तलाश करने वाले लोगों की यात्रा के बारे में जानकारी देती है. यह फिल्म आप नेटफ्लिक्स पर देख सकते हैं.
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