Foods To Avoid In Constipation: हमारे लाइफस्टाइल से यह तय होता है कि हम स्वस्थ रहेंगे या बीमार और हमारे लाइफस्टाइल का मुख्य आधार आहार है. हम भोजन के रूप में किन चीजों को ग्रहण कर रहे हैं इससे काफी हद तक हमारा स्वास्थ्य निर्धारित होता है क्योंकि कहा गया है की इंसानी स्वास्थ्य की चुनौतियां पेट से शुरू होती हैं. आहार के असंतुलन से आजकल हर तीसरे इंसान को कब्ज, ब्लोटिंग, गैस और एसिडिटी जैसी समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है. पेट संबंधी एक आम दिक्कत है कब्ज. कब्ज की समस्या आजकल बहुत आम हो गई है. कब्ज शारीरिक निष्क्रियता, कुछ, दवाओं, दिनचर्या में बदलाव और अनहेल्दी आहार जैसे कई कारणों से होता है लेकिन कब्ज के मौजूदा कुछ कारणों में अनहेल्दी भोजन एक प्रमुख कारण है. कब्ज होगा या नहीं इसका निर्धारण भोजन के हर एक निवाले से तय होता है यानी अगर हम भोजन के रूप में जंक फूड का सेवन कर रहे हैं तो कब्ज जैसी समस्या का होना तय है. आज के इस आर्टिकल में हम कुछ ऐसे भोजन के बारे में बताएंगे जिनके सेवन से कब्ज की समस्या उत्पन्न होती है.
डेयरी प्रोडक्ट
डेयरी प्रोडक्ट जैसे दूध, मक्खन, पनीर और आइस्क्रीम में लैक्टोज, वसा और प्रोटीन अच्छे मात्रा में पाया जाता है. कुछ लोगों के पेट में लैक्टोज टूट नही पाता है जिसकी वजह से इसका पाचन सही से नही हो पाता है. लैक्टोज का नही टूटना कब्ज का कारण बनता है . डेयरी प्रोडक्ट्स में मौजूद प्रोटीन को डाइजेस्ट करना भी मुश्किल होता है. वही डेयरी उत्पादों में फाइबर नही पाया जाता है जिस वजह से दूध, मक्खन, पनीर आदि को पचाने में ज्यादा दिक्कत होती है. इसलिए कमजोर पाचन वाले लोग अगर डेयरी प्रोडक्ट्स का सेवन करते हैं तो उन्हें लैक्टोज के साथ साथ प्रोटीज के पाचन में समस्या हो सकती है, जो आगे चलकर कब्ज का रूप ले सकता है.
तला-भुना भोजन
फास्ट फूड का सेवन आज के जीवनशैली का अभिन्न हिस्सा बन गया है जिसकी वजह से आजकल कम उम्र के बच्चों को भी कब्ज की समस्या का सामना करना पड़ रहा है. बर्गर, पिज्जा, छोला-भटूरा, चिप्स जैसे खाद्य आइटम्स में पोषक तत्वों के नाम पर सिर्फ वसा और बैड कार्बोहाइड्रेट प्रचुर मात्रा में होता है और फाइबर नही होता है. इस कारण ये सभी खाद्य पदार्थ पचने में बहुत समय लेते हैं. इन फूड्स में नमक की मात्रा ज्यादा होती है नमक शरीर में लिक्विड्स यानी पानी को सोख लेता है जिस कारण आंत सुख जाता है और यह स्थिति कब्ज का कारण बनता है.
चाय-कॉफी का सेवन
चाय और काफी में पाए जाने वाला कैफ़ीन कब्ज का कारण बन सकता है. कैफीन आंतों के संकुचन( सिकुड़ने खुलने) को कम कर सकता है जिससे भोजन पचाने की गति बहुत धीमी हो सकती है. कैफ़ीन आंतों द्वारा पानी के अवशोषण को कम कर देता है जिससे कब्ज की दिक्कत होने लगती है.
सफेद आटा
सफेद आटा से बने हर चीज में फाइबर की घोर कमी होती है.पेस्ट्री , कुकिस, ब्रेड पेट में जाकर पचने में बहुत अधिक समय लेते हैं जिससे पेट में भोजन बहुत देर तक पड़ा रहता है और कई बार पेट में ये भोजन सड़ जाता है जिससे कब्ज सहित कई अन्य गंभीर समस्याओं को जन्म होता है.
Disclaimer: हमारी खबरें जनसामान्य के लिए हितकारी हैं. लेकिन दवा या किसी मेडिकल सलाह को डॉक्टर से परामर्श के बाद ही लें.