Side Effects Of Dark Chocolate: डार्क चॉकलेट को बहुत लोग शौक से खाते हैं क्योंकि स्वादिष्ट होने के साथ-साथ यह सेहत के लिए भी फायदेमंद होता है. इसे अभी तक एक हेल्दी फूड के तौर पर देखा जाता रहा है इसलिए फिटनेस फ्रिक्स भी डार्क चॉकलेट खाना पसंद करते हैं. डार्क चॉकलेट में जिंक,आयरन,कॉपर,फास्फोरस और अनेक विटामिंस जैसे जरूरी पोषक तत्व पाए जाते हैं, जिस वजह से डार्क चॉकलेट डायबिटीज, तनाव, हार्ट रोग, डिप्रेशन,ब्लड प्रेशर, सर्दी-जुकाम और कैंसर जैसे रोगों में लाभकारी होता है लेकिन डार्क चॉकलेट के इतने सारे लाभ होने के बावजूद भी इसका सेवन हर कोई नहीं कर सकता है, कहने का मतलब है की कुछ विशेष स्वास्थ्य स्थितियों में कुछ लोगों के लिए डार्क चॉकलेट हानिकारक हो सकता है. इसमें कई ऐसे पोषक तत्व होते हैं जो कुछ लोगों के लिए कई शारीरिक दिक्कतों का कारण बन सकता है. कुछ स्वास्थ्य विशेषज्ञों के मुताबिक डार्क चॉकलेट को सही और संतुलित मात्रा में ही खाना उचित रहता है. आज के इस लेख में हम यह बताएंगे की किन लोगों को डार्क चॉकलेट खाने से बचना चाहिए.
माइग्रेन से पीड़ित लोग
माइग्रेन से पीड़ित व्यक्ति को डार्क चॉकलेट से बचना चाहिए क्योकी माइग्रेन की स्थिति में डार्क चॉकलेट पेन ट्रिगर का काम करता है ऐसा इसलिए क्योंकि डार्क चॉकलेट में कैफीन और थियोब्रोमाइन होता है जो सिर दर्द का कारण बन सकता है. इतना ही नहीं इसमें मौजूद कुछ तत्व अनिद्रा की समस्या उत्पन्न कर सकते हैं जो माइग्रेन के लिए बिल्कुल सही नही है.
अनिद्रा से परेशान लोग
आजकल लोग देर रात तक जगने के शौकीन हो चुके हैं और बहुत लोगों को पूरी रात नींद ही नही आती है, अब ऐसे लोग अगर कैफिन से भरपूर डार्क चॉकलेट को खाते हैं तो इसका परिणाम बहुत खराब हो सकता है. डार्क चॉकलेट में कैफीन की अधिकता होती है जो सीधे हमारे नींद को हमसे दूर कर देता है. ऐसे में अनिद्रा से पीड़ित लोग इससे दूर ही रहें तो ही अच्छा रहेगा.
डायबिटीज से पीड़ित व्यक्ति
डार्क चॉकलेट को वैसे तो डायबिटीज में अच्छा माना जाता है क्योंकि डार्क चॉकलेट में मौजूद एंटीऑक्सीडेंट ब्लड प्रेशर और ब्लड फ्लो को अच्छा रखता है. लेकिन इसमें शुगर की मात्रा होती है अब ऐसे में डायबिटीज से पीड़ित लोग डार्क चॉकलेट से दूर रहे या फिर सीमित मात्रा में बेहतर क्वालिटी के डार्क चॉकलेट को ले सकते हैं.
किडनी के रोगी
डार्क चॉकलेट में ऑक्सालेट और पोटैशियम की मात्रा ज़्यादा होती है. अधिक ऑक्सालेट से किडनी स्टोन हो सकता है. वहीं, ज़्यादा पोटैशियम से हार्ट की मांसपेशियों पर असर पड़ सकता है. इसलिए किडनी के रोग से पीड़ित व्यक्ति को डार्क चॉकलेट से दूरी बनाकर रहना ही बेहतर होगा.
Disclaimer: हमारी खबरें जनसामान्य के लिए हितकारी हैं. लेकिन दवा या किसी मेडिकल सलाह को डॉक्टर से परामर्श के बाद ही लें.