Chanakya Niti: किसी भी घर को खुशहाल बनाने के लिए पति और पत्नी दोनों के बीच में प्यार होना चाहिए. चाणक्य नीति में सुखी पारिवारिक जीवन के ऊपर कई नीतियां बताई गई हैं. आचार्य चाणक्य को उनकी बुद्धिमत्ता और कुशल रणनीति के लिए लोग आज भी स्मरण करते हैं. आचार्य चाणक्य ने राजनीति, रिश्ते, समाज और व्यक्तिगत व्यवहार पर अपने विचार रखे हैं. इन्हीं विचारों के बारे में चाणक्य नीति में देखने को मिलता है. चाणक्य नीति के चौथे अध्याय के 13वें श्लोक के अनुसार,
सा भार्या या शुचिदक्षा सा भार्या या पतिव्रता ।
सा भार्या या पतिप्रीता सा भार्या सत्यवादिनी॥
- चाणक्य नीति के चौथे अध्याय का ये श्लोक पत्नी के आचरण के बारे में है. इस श्लोक के अनुसार, अच्छी पत्नी वही है जो कुशल और पतिव्रता हो. आगे इस श्लोक में श्रेष्ट पत्नी के गुण को बताते हुए कहा गया है की पत्नी को अपने पति से प्रेम होना चाहिए और हमेशा सच बोलना चाहिए. ये गुण किसी भी घर को स्वर्ग बना देते हैं और व्यक्ति जीवन में सफल होता है.
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- चाणक्य नीति के अनुसार, पत्नी को पतिव्रता होना चाहिए और अपने काम को कुशलता से करने में सक्षम होना चाहिए. आज के समय में अपने रिश्ते को लंबे समय तक चलाने के लिए पति-पत्नी दोनों को अपने रिश्ते में ईमानदारी रखनी चाहिए.
- आचार्य चाणक्य पत्नी के गुणों के बारे में कहते हैं कि पत्नी को अपनी जिम्मेदारी को समझना चाहिए और काम करने में निपुण होना चाहिए. आचार्य चाणक्य के मुताबिक, पत्नी को पति से प्रेम करना चाहिए और पति को सत्य बोलना चाहिए. किसी भी रिश्ते को मजबूत बनाने के लिए प्यार सबसे ज्यादा जरुरी है. अगर आप भी दांपत्य जीवन को अच्छे से गुजारना चाहते हैं तो बातों को एक दूसरे से छुपाएं नहीं और दोनों एक दूसरे से सच बोलें.
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