International Womens Day 2024: हर साल 8 मार्च को महिलाओं के सम्मान में अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस (International Women’s Day) मनाया जाता हैं. देखा जाए तो हर दिन महिलाओं के लिए खास होना चाहिए हैं लेकिन इस दिन खासतौर से महिलाओं को उनके संघर्ष और समर्पण के लिए शाबाशी दी जाती है साथ ही उन्हें सम्मान के रूप में सम्मानित भी किया जाता हैं. अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस का मुख्य उद्देश्य है महिलाओं को हौसला देना कि वे वर्तमान और भविष्य में अपने बलबूते पर आगे बढ़कर खुद की पहचान बना सकती हैं. आज इस आर्टिकल में हम आपको अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के इतिहास और उसके महत्व के बारे में बताने वाले हैं. तो चलिए विस्तार से जानते हैं.
अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस का इतिहास
यूनेस्को (UNESCO) के अनुसार अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस मनाने का चलन बीसवीं सदी से शुरू हुआ था. इस दिन नॉर्थ अमेरिका और यूरोप में लेबर मूवमेंट की शुरुआत हुई थी. बता दें, कि सबसे पहले अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस 28 फरवरी, 1909 को न्यूयॉर्क में गार्मन्ट वर्कर्स द्वारा किए गए हड़ताल की स्मृति में मनाया गया था. इस दौरान महिलाओं ने कठोर और बेरहम रूप से काम कराए जाने के खिलाफ अपनी आवाज उठाई थी. इसके बाद 1945 में यूनाइटेड नेशन चार्टर पहला इंटरनेशनल एग्रीमेंट बन गया था जिसमें यह नियम लागू किया गया था कि पुरुष और महिला दोनों एक समान हैं. यूएन ने 8 मार्च, 1975 को अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस को ऑफिशियल रूप से मान्यता दी थी. तब से ही देशभर में अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस को महिलाओं के सम्मान में मनाया जाता है.
अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस का महत्व
अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस को मनाना खास माना जाता हैं क्योंकि इस दिन अपने अधिकार के लिए आवाज उठाने वाली महिलाओं को सम्मानित किया जाता हैं. इस दिन का मुख्य उद्देश्य हैं लोगों को जेंडर इक्वलिटी और महिलाओं के समान अधिकार जुड़ी बातों से अवगत कराना ताकि समाज किसी भी तरह के भेद भाव से मुक्त रहें. इस दिन महिलाओं के प्रति हो रहें हैं दुर्व्यवहार और हिंसा के खिलाफ आवाज भी उठाया जाता है. इस दिन लोग अपने जीवन में मौजूद खास महिलाओं को कई तरीकों से खास महसूस कराकर अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस सेलिब्रेट करते हैं.