Vidur Niti: महात्मा विदुर एक महान ज्ञानी और नीति के पंडित थे, जिनकी सलाह और उपदेशों ने महाभारत के युद्ध से पहले के कई संकटों को हल किया था. उन्होंने हस्तिनापुर के महाराजा धृतराष्ट्र को जीवन के विभिन्न पहलुओं पर नैतिक और राजनीतिक सलाह दी थी. उनकी नीतियों का संग्रह विदुर नीति के नाम से प्रसिद्ध है. यह नीति राजनीतिक विषयों के साथ निजी जीवन से जुड़े तमाम विषयों पर आधारित है. जो व्यक्ति विदुर नीति में लिखी बातों को अपने जीवन में अनुसरण करता है, वह हर मुश्किल से निपटने में सक्षम हो जाता है. यह लोगों को सद्मार्ग पर चलने के लिए प्रेरित करती है. यह व्यक्ति को सही निर्णय लेने और अपने कर्तव्यों के प्रति जागरूकता का पाठ सिखाने में मदद करता है. विदुर नीति में के अनुसार, इंसान की कुछ आदतें उन्हें पापी बना देती हैं. ऐसे में भूलकर भी इन आदतों को नहीं अपनाना चाहिए. अगर इन आदतों को नजरअंदाज कर देते हैं, तो आपको नर्क भोगना पड़ सकता है.
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धार्मिक चीजों पर संदेह करने की आदत
महात्मा विदुर के अनुसार, कुछ लोग आगे बढ़ने के लिए अनैतिक कार्य करते हैं और धर्म से जुड़े चीजों पर संदेह करने लगते हैं. ऐसे व्यक्ति पापी और अधर्मी होते हैं. इसके अलावा, जो लोग जरूरत के समय दूसरों को अकेला छोड़ देते हैं. ऐसे लोग भी अपनी आदतों में जरूर सुधार कर लें. नहीं तो इन्हें नर्क के समान जिंदगी भोगना पड़ता है.
दूसरों की कमाई पर नजर रखने की आदत
विदुर नीति के अनुसार, कुछ लोग हमेशा दूसरों की कमाई पर ही नजर रखते हैं. उनको हड़प लेने की कोशिश करते हैं. ऐसे में ये लोग कुछ ही समय के लिए तरक्की करते हैं. भविष्य में ऐसे लोगों को अपने कर्मों से दोगुनी कीमत चुकानी पड़ती है.
काम, क्रोध और लोभ
विदुर नीति के मुताबिक, व्यक्ति को काम, क्रोध और लोभ तीनों अवगुणों का त्याग कर देना चाहिए. यह व्यक्ति को पापी बनाने का काम करता है. ऐसे में जिस व्यक्ति में ये तीनों गुण रहते हैं. उनकी आत्मा का नाश होना निश्चित होता है.
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