World Hypertension Day 2025: हर साल 17 मई को वर्ल्ड हाइपरटेंशन डे यानी विश्व उच्च रक्तचाप दिवस मनाया जाता है. इसका मकसद लोगों को हाई ब्लड प्रेशर (उच्च रक्तचाप) के खतरों के बारे में जागरूक करना है. हाई बीपी को एक ‘साइलेंट किलर’ कहा जाता है, क्योंकि इसके लक्षण तुरंत नजर नहीं आते, लेकिन यह धीरे-धीरे हमारे दिल, किडनी और दिमाग को नुकसान पहुंचा सकता है. एक रिपोर्ट के मुताबिक, भारत में हर तीसरा व्यक्ति हाई बीपी से पीड़ित है, और बहुत से लोगों को यह पता भी नहीं होता कि उन्हें यह बीमारी है. ऐसे में वर्ल्ड हाइपरटेंशन डे पर, हम आपको बताने जा रहें हैं कि हाई बीपी क्या है, इसके लक्षण, कारण और इससे बचने के आसान तरीके कौन से हैं.
हाई ब्लड प्रेशर क्या होता है?
जब हमारे खून का दबाव हमारे शरीर की नसों पर ज्यादा पड़ता है, तो उसे हाई ब्लड प्रेशर या उच्च रक्तचाप कहते हैं. यह धीरे-धीरे दिल, दिमाग और किडनी जैसे अंगों को नुकसान पहुंचा सकता है.
हाई बीपी के लक्षण
(अक्सर हाई बीपी के कोई साफ लक्षण नहीं होते, लेकिन कुछ लोगों को ये दिक्कतें हो सकती हैं)
- सिर दर्द
- चक्कर आना
- थकान महसूस होना
- आंखों के आगे धुंध आना
- सीने में दर्द या घबराहट
- सांस लेने में परेशानी
कई बार कोई लक्षण नहीं दिखता, फिर भी बीपी हाई होता है. इसलिए जांच जरूरी है.
हाई बीपी होने के कारण
- बहुत ज्यादा नमक खाना
- ज्यादा तला-भुना या जंक फूड खाना
- चिंता या तनाव लेना
- मोटापा
- व्यायाम न करना
- शराब या सिगरेट पीना
- परिवार में पहले से किसी को हाई बीपी होना
हाई बीपी से बचने के आसान तरीके
- खाने में नमक कम करें
- रोज थोड़ा व्यायाम या टहलना शुरू करें
- ताजे फल-सब्जियां खाएं
- तनाव कम करें – मेडिटेशन या योग करें
- धूम्रपान और शराब से दूर रहें
- समय-समय पर बीपी की जांच कराएं
- अगर डॉक्टर ने दवा दी है, तो सही समय पर लें
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Disclaimer: यह आर्टिकल सामान्य जानकारियों और मान्यताओं पर आधारित है. प्रभात खबर इसकी पुष्टि नहीं करता है.