नयी दिल्ली : राज्यसभा में सोमवार को सदस्यों ने गोरखालैंड के आंदोलनकारियों से बातचीत करने, विदेशी कंपनी को लोकोमोटिव इंजनों के लिए ऑर्डर देने तथा मछुआरों सहित विभिन्न मुद्दे उठाये और सरकार से इन पर तत्काल ध्यान देने की मांग की. शून्यकाल में राकांपा के मजीद मेमन ने गोरखालैंड आंदोलन का मुद्दा उठाते हुए मांग की कि सरकार को पृथक गोरखालैंड की मांग कर रहे आंदोलनकारियों को बातचीत के लिए बुलाना चाहिए ताकि खूबसूरत दार्जिलिंग शहर और प्रभावित हिस्से में हालात सामान्य हो सकें और आम लोगों की परेशानी दूर हो सके.
उन्होंने कहा कि गोरखालैंड के लिए गोरखा जनमुक्ति मोर्चा द्वारा चलाया जा रहा आंदोलन हिंसक हो गया है. यह आंदोलन करीब आठ सप्ताह से चल रहा है जिसकी वजह से खूबसूरत दार्जिलिंग शहर में पानी, खाद्य सामग्री जैसी आवश्यक वस्तुओं की किल्लत हो गयी है. लोग इन जरुरी वस्तुओं के लिए परेशान हो रहे हैं. मेमन ने कहा कि 150 साल में पहली बार, आंदोलन की वजह से दार्जिलिंग की चाय नीलामी के लिए बाजारों में नहीं पहुंची.