नयी दिल्ली:2007के मक्का मसजिद मामले में आजएनआइएकोर्ट द्वारास्वामी असीमानंद सहित सभीआरोपियों को बरी कर दिये जानेकेबाद भारतीय जनता पार्टी व कांग्रेस में राजनीतिक जंग छिड़ गयी है. दोनों पार्टियां एक-दूसरे पर आरोप लगा रही हैं. भाजपा ने कहा है कि सोनिया गांधी व राहुल गांधी को इस मामले में देश से माफी मांगना चाहिए, वहीं कांग्रेस नेता गुलाम नबी आजाद ने कहा है कि एनआइए की पोल खुल गयी है. इस पूरे मामले में विहिप ने भी अपनी प्रतिक्रिया दी है.
सोनिया, राहुल देश से माफी मांगें : भाजपा
राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआइए) की विशेष अदालत से मक्का मस्जिद में विस्फोट मामले के पांचों आरोपियों के बरी होने की पृष्ठभूमि में भाजपा ने कांग्रेस की मंशा पर सवाल उठाते हुए कहा कि कुछ वोटों के लिए कांग्रेस पार्टी ने जिस प्रकार से हिंदू धर्म को बदनाम करने का काम किया था, उसके लिए आज सोनिया गांधी और राहुल गांधी को पूरे देश से माफी मांगनी चाहिए. भाजपा प्रवक्ता संबित पात्रा ने संवाददाताओं से कहा कि आज कांग्रेस पार्टी के चेहरे पर से मुखौटा उतर गया है. कांग्रेस पार्टी जिस प्रकार से हिंदू आंतकवाद के नाम पर हिंदू धर्म को बदनाम कर तुष्टिकरण की राजनीति करने का काम कर रही थी उसका आज पर्दाफाश हो गया है. उल्लेखनीय है कि विशेष एनआइए अदालत ने 2007 मक्का मस्जिद विस्फोट मामले में पांच आरोपियों को बरी कर दिया.
उन्होंने आरोप लगाया कि कांग्रेस पार्टी ने ‘भगवा आतंकवाद’ शब्द गढ़कर देश के करोड़ों हिंदुओं का अपमान किया. भाजपा ने कहा कि वह अदालत के फैसले पर टिप्पणी नहीं करती लेकिन कांग्रेस पार्टी ने एनआइए की भूमिका पर सवाल उठाए हैं.
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एजेंसियों से भरोसा खत्म हो रहा : कांग्रेस
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता गुलाम नबी आजाद ने वर्ष 2007 के मक्का मस्जिद विस्फोट मामले में एक अदालत द्वारा स्वामी असीमानंद और चार अन्य को बरी किए जाने के निर्णय के बाद आज राष्ट्रीय जांच एजेंसी ( एनआइए ) के कामकाज पर सवाल उठाए. उन्होंने संवाददाताओं से कहा , ‘‘ चार वर्ष पहले सरकार बनने के बाद से यह ( बरी किया जाना ) हर मामले में हो रहा है … लोगों का एजेंसियों से विश्वास समाप्त होता जा रहा है.
मक्का मस्जिद फैसले से कांग्रेस की कलई खुल गयी है : आलोक कुमार
मक्का मस्जिद विस्फोट मामले में विशेष एनआइए अदालत के निर्णय पर संतोष व्यक्त करते हुए विश्व हिंदू परिषद के अंतरराष्ट्रीय कार्याध्यक्ष आलोक कुमार ने आरोप लगाया कि इस निर्णय से मुस्लिम तुष्टीकरण की आड़ में हिंदू धर्म को अपमानित करने की तत्कालीन कांग्रेस सरकार की नीतियों की कलई खुल गयीहै. कुमार ने आज अपने बयान में दावा किया कि तत्कालीन कांग्रेस सरकार भगवा आतंकवाद का शगूफा रच कर निर्दोष हिंदुओं को फंसाने के षड्यंत्र की आड़ में विस्फोट करने वाले वास्तविक अपराधियों को बचा लेगयी. विहिप कार्याध्यक्ष ने कहा कि इस निर्णय से मुस्लिम तुष्टीकरण की आड़ में हिंदू धर्म को अपमानित करने तथा जांच एजेंसियों को राजनैतिक मोहरा बनाने की तत्कालीन सरकार की घृणित नीति की भी कलई खुल गयीहै. उल्लेखनीय है कि विशेष एनआइए अदालत ने 2007 मक्का मस्जिद विस्फोट मामले में पांच आरोपियों को बरी कर दिया.