26.9 C
Ranchi

लेटेस्ट वीडियो

शिक्षक दिवसः राष्ट्रपति ने देशभर के शिक्षकों को किया सम्मानित, झारखंड के दो सहित 46 को मिला अवार्ड

नयी दिल्लीः अपने अनोखे प्रयासों से शिक्षक की भूमिका को एक नया मुकाम देने वाले शिक्षकों को गुरुवार को राष्ट्रपतिरामनाथ कोविंद ने राष्ट्रीय पुरस्कार से सम्मानित किया. झारखंड के दो सहित देश के 46 शिक्षकों ये पुरस्कार दिया गया. झारखंड के जिन दो शिक्षकों को पुरस्कार मिला उनके नाम हैं- ओड़िया मध्य विद्यालय आदित्यपुर की […]

नयी दिल्लीः अपने अनोखे प्रयासों से शिक्षक की भूमिका को एक नया मुकाम देने वाले शिक्षकों को गुरुवार को राष्ट्रपतिरामनाथ कोविंद ने राष्ट्रीय पुरस्कार से सम्मानित किया. झारखंड के दो सहित देश के 46 शिक्षकों ये पुरस्कार दिया गया. झारखंड के जिन दो शिक्षकों को पुरस्कार मिला उनके नाम हैं- ओड़िया मध्य विद्यालय आदित्यपुर की शिक्षिका संध्या प्रधान और जवाहर नवोदय विद्यालय लातेहार (सीबीएसइ कोटि) के भूगोल के शिक्षक सच्चिदानंद सिन्हा. राष्ट्रीय पुरस्कार हर साल विज्ञान भवन में दिया जाता है.

डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्ण की जयंती ‘शिक्षक दिवस’ पर राष्ट्रीय शिक्षक पुरस्कार प्रदान करने के बाद राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने कहा कि व्यवसायीकरण एवं जीवन मूल्यों में गिरावट के कारण उत्पन्न चुनौतियों से निपटने के लिये शिक्षकों की मौलिक जिम्मेदारी ‘ज्ञान एवं विवेक’ से परिपूर्ण पीढ़ी का निर्माण करना है. कहा कि विश्व आज सूचना युग से ज्ञान युग में प्रवेश कर रहा है.

लेकिन केवल ज्ञान के विकास से ही समाज की समग्र सुरक्षा सुनिश्चित नहीं की जा सकती. ज्ञान के साथ विवेक जरूरी है. विवेक सम्मत ज्ञान से ही मानवीय समस्याओं का समाधान निकाला जा सकता है. उन्होंने कहा कि आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के साथ मानवीय करूणा का मेल तथा डिजिटल ज्ञान के साथ चरित्र निर्माण के बीच सामंजस्य जरूरी हैं.

राष्ट्रपति ने कहा कि विवेकपूर्ण ज्ञान के आधार पर ही हम जलवायु परिवर्तन, प्रजातियों के लुप्त होने, प्राकृतिक जल स्रोतों की कमी होने, ग्लेशियर के पिघलने, प्रदूषित हवा जैसी समस्याओं का हल निकाल सकते हैं. उन्होंने कहा कि विद्यार्थियों को बूंद बूंद पानी बचाने की सीख देकर शिक्षक भी जल संरक्षण में महत्वपूर्ण योगदान दे सकते हैं.

राष्ट्रपति ने कहा कि विवेक के बल पर ही समाज के हर क्षेत्र में व्यवसायीकरण, जीवन मूल्यों में गिरावट से उत्पन्न चुनौतियों का हम सभी सामना कर पायेंगे. शिक्षकों की जिम्मेदारियों का उल्लेख करते हुए राष्ट्रपति ने कहा कि आप सभी अपनी मौलिक जिम्मेदारियों को रेखांकित करते हुए ऐसी पीढ़ी का निर्माण करें जो ज्ञान एवं विवेक से परिपूर्ण हो.

यही सच्चे अर्थों में शिक्षक दिवस की प्रामाणिकता होगी. राष्ट्रपति ने अपने संबोधन में एक शिक्षक के रूप में आचार्य चाणक्य, स्वामी विवेकानंद एवं डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्ण की सीख को भी उद्धृत किया. उन्होंने कहा कि अपने पूर्ववर्ती के रूप में डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्ण जैसे व्यक्तित्व से वह स्वयं को गौरवान्वित महसूस करते हैं. उन्होंने कहा कि विद्यार्थियों की प्रतिभा को संवारने, उनके भविष्य निर्माण में योगदान के लिये आज शिक्षकों को पुरस्कृत किया गया है.

Prabhat Khabar Digital Desk
Prabhat Khabar Digital Desk
यह प्रभात खबर का डिजिटल न्यूज डेस्क है। इसमें प्रभात खबर के डिजिटल टीम के साथियों की रूटीन खबरें प्रकाशित होती हैं।

Prabhat Khabar App :

देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए

संबंधित ख़बरें

Trending News

जरूर पढ़ें

वायरल खबरें

ऐप पर पढें
होम आप का शहर
News Snap News Reel