नयी दिल्ली : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज क्यूबा के नेता फिदेल कास्त्रो के निधन पर श्रद्धांजलि देते हुए उन्हें 20वीं सदी की इतिहास रचने वाली हस्तियों में से एक तथा भारत का ‘अच्छा मित्र’ बताया. प्रधानमंत्री ने ट्वीट किया ‘फिदेल कास्त्रो के निधन पर मैं क्यूबा की सरकार और जनता के प्रति गहरी संवेदनाएं जाहिर करता हूं. उनकी आत्मा को शांति मिले.’
उन्होंने कहा ‘फिदेल कास्त्रो 20वीं सदी की इतिहास रचने वाली हस्तियों में से एक थे. भारत अपने एक महान दोस्त के निधन पर शोकग्रस्त है.’ मोदी ने कहा कि भारत दुख की इस घड़ी में क्यूबा की सरकार और वहां की जनता के साथ है. क्यूबा के पूर्व राष्ट्रपति तथा साम्यवादी नेता फिदेल कास्त्रो का 90 वर्ष की उम्र में निधन हो गया.
पीढियों के लिए प्रेरणा रहे कास्त्रो : भाकपा
भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (भाकपा) ने क्यूबियाई क्रांतिकारी फिदेल कास्त्रो के निधन पर आज उन्हें भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की और उन्हें साम्राज्यवाद विरोधी आंदोलन के महान नेता और पीढियों की प्रेरणा बताया. भाकपा महासचिव एस. सुधाकर रेड्डी ने बताया, ‘मैंने कास्त्रो के निधन की दुखद खबर सुनी. वह साम्राज्वाद विरोधी आंदोलन के महानतम नेताओं में से, खास कर ‘तीसरी दुनिया’ के नेताओं में से एक थे. वह साम्राज्यवाद के सामने अडिग रहे और उसके आक्रमण का मुकाबला किया.’
रेड्डी ने कहा, ‘हम (कास्त्रो को) अपनी सर्वाधिक सम्मानजनक क्रांतिकारी श्रद्धांजलि अर्पित करते हैं. भाकपा महासचिव ने हका, ‘वह अनेक पीढियों के लिए प्रेरणा थे और अमेरिकी साम्राज्यवाद के लातीन अमेरिका को एक वामपंथी गढ में रुपांतरित करने के लिए जिम्मेदार थे. पूर्व क्यूबाई राष्ट्रपति का हवाना में 90 साल की उम्र में निधन हो गया.