नयी दिल्ली : कांग्रेस महासचिव गुलाम नबी आजाद ने आज आरोप लगाया कि आईयूएमएल नेता ई अहमद का निधन आरएमएल अस्पताल में की गयी घोषणा से ‘काफी पहले’ हो गया था लेकिन सरकार केंद्रीय बजट पेश होने तक उनकी पार्थिव देह को वहां रखना चाहती थी. उन्होंने इस मामले में संसद में चर्चा की मांग की.
आजाद ने संसद परिसर में संवाददाताओं से कहा कि कांग्रेस के पास जानकारी है कि पूर्व केंद्रीय मंत्री अहमद का निधन इस बारे में औपचारिक घोषणा से ‘काफी पहले’ हो गया था. उन्होंने सरकार पर आरोप लगाया कि उसने पार्थिव देह को अस्पताल में रखवाए रखा क्योंकि वह विपक्षी दलों की मांग के बावजूद एक फरवरी को बजट पेश करना चाहती थी.