AAP:दिल्ली की नयी सरकार का शपथ ग्रहण समारोह गुरुवार को रामलीला मैदान में आयोजित किया गया. इस कार्यक्रम में भाजपा और एनडीए शासित राज्य के मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री शामिल हुए. इसके अलावा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, गृह मंत्री अमित शाह, शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान और अन्य केंद्रीय मंत्री शामिल हुए. शपथ ग्रहण समारोह में आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल और पूर्व मुख्यमंत्री आतिशी को भी निमंत्रण दिया गया था.
परंपरा के अनुसार शपथ ग्रहण समारोह में पूर्व मुख्यमंत्री को भी निमंत्रण देने की परंपरा है. लेकिन गुरुवार को शपथ ग्रहण समारोह में आम आदमी पार्टी की ओर से कोई शामिल नहीं हुआ. लेकिन शपथ ग्रहण समारोह में आम आदमी पार्टी की राज्यसभा सांसद स्वाति मालीवाल शामिल हुई और उन्हें मंच पर भी जगह दी गयी. परंपरा के अनुसार शपथ ग्रहण समारोह में निवर्तमान मुख्यमंत्री आतिशी को शामिल होना चाहिए था. लेकिन आतिशी भी शपथ ग्रहण समारोह से दूर रही. इससे साफ जाहिर होता है कि आम आदमी पार्टी ने परंपरा का पालन नहीं किया.
मालीवाल को निमंत्रण देकर भाजपा ने चली सधी चाल
आम आदमी पार्टी की राज्यसभा सांसद स्वाति मालीवाल कभी अरविंद केजरीवाल की बेहद करीबी मानी जाती थी. दिल्ली के महिला आयोग के अध्यक्ष के तौर पर मालीवाल ने एक अलग पहचान बनायी. इसी पहचान को देखते हुए आम आदमी पार्टी ने मालीवाल को राज्यसभा का सदस्य बनाया. लेकिन बाद में मुख्यमंत्री आवास में मालीवाल के साथ दुर्व्यवहार मामले के बाद आम आदमी पार्टी के खिलाफ वह मुखर हाे गई.
मालीवाल ने रेखा गुप्ता को मुख्यमंत्री पद के लिए चुने जाने पर बधाई देते हुए कहा था कि उम्मीदों पर खरी उतरेगी. साथ ही अरविंद केजरीवाल पर भी निशाना साधते हुए कहा कि कितनी शर्मनाक बात है कि केजरीवाल ने अपने द्वारा शुरू किए गए आंदोलन को धोखा दिया. वह भ्रष्टाचार के खिलाफ अपनी लड़ाई के साथ मुख्यमंत्री बने और इतना बड़ा आंदोलन शुरू किया. लेकिन वर्ष 2016 की सीएजी रिपोर्ट आज तक विधानसभा में पेश नहीं की. भाजपा की कोशिश मालीवाल के जरिये आम आदमी पार्टी की भ्रष्टाचार को लेकर केजरीवाल की छवि को कमजोर करना है.