Indian Navy: भारत ने सोमवार को स्वदेशी तकनीक से विकसित मल्टी इन्फ्लुएंस ग्राउंड माइन (MIGM) का सफल परीक्षण किया. यह प्रणाली भारतीय नौसेना की समुद्री युद्ध क्षमताओं को और ज्यादा बढ़ाएगी. इसका परीक्षण सोमवार को रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (DRDO) और भारतीय नौसेना ने किया. इस कामयाबी पर रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने भारतीय नौसेना और डीआरडीओ को बधाई दी है.
#WATCH | DRDO (Defence Research and Development Organisation) and Indian Navy successfully conducted validation trial of Multi-Influence Ground Mine. This system will further enhance undersea warfare capabilities of Indian Navy.
— ANI (@ANI) May 5, 2025
(Video Source: DRDO) pic.twitter.com/tnaASlhpvt
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने दी बधाई
सोमवार को डीआरडीओ और नौसेना की ओर से एमआईजीएम के सफल परीक्षण पर रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने देश को बधाई दी है. उन्होंने कहा कि भारतीय नौसेना और डीआरडीओ ने स्वदेशी रूप से डिजाइन और विकसित एमआईजीएम का सफलतापूर्वक परीक्षण कर लिया है. उन्होंने कहा कि यह सिस्टम भारतीय नौसेना की ताकत और बढ़ाएगी. पानी में युद्ध करने की क्षमता में इससे और निखार आएगी.
उन्होंने कहा कि यह प्रणाली भारतीय नौसेना की अंडरसी युद्ध क्षमताओं को और बढ़ाएगी.
The @DRDO_India and @indiannavy successfully undertook combat firing (with reduced explosive) of the indigenously designed and developed Multi-Influence Ground Mine (MIGM).
— रक्षा मंत्री कार्यालय/ RMO India (@DefenceMinIndia) May 5, 2025
Raksha Mantri Shri @rajnathsingh has complimented DRDO, Indian Navy and the Industry on this… pic.twitter.com/pOvynpBcr5
क्या है एमआईजीएम प्रणाली
मल्टी-इन्फ्लुएंस ग्राउंड माइन(MIGM) भारतीय नौसेना के लिए एक बड़ी उपलब्धि है. यह एक प्रकार की समुद्री बारूदी सुरंग है. यह खतरा भांपकर दुश्मनों के जहाजों या पनडुब्बियों को नष्ट कर देती है. मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक MIGM को इस तरह डिजाइन किया गया है कि इसके आसानी से रडार या सोनार या कई अन्य तरीके से आसानी से नहीं डिडेक्ट किया जा सकता है.