Operation Sindoor: मंगलवार देर रात सेना ने आतंकियों को उन्हीं के घर में ढेर कर दिया. पीओके (PoK) स्थित आतंकियों के ठिकानों पर भारत ने बेहद सटीक हमले किए. इन हमलों से सिर्फ आतंकियों के ठिकानों को नुकसान पहुंचा. रिहायशी इलाकों में बने आतंकियों के घर को छोड़कर आम लोगों के घरों को कोई नुकसान नहीं पहुंचा है. भारतीय सेना के हमले को कई लोग इजराइली सेना के हमलों से भी तुलना कर रहे हैं. इजराइली सेना पहले टारगेट सेट करती है फिर उस टारगेट पर अचूक निशाना लगाकर उसे तबाह करती है. मंगलवार देर रात भारतीय सेना ने कुछ ऐसा ही किया. पहलगाम में 22 अप्रैल को आतंकी हमले में 26 लोगों की मौत के बाद पलटवार करते हुए ये भारत ने टारगेट सेट कर आतंकियों को घरों में मार डाला.
आतंकियों के ठिकानों पर सटीक हमला
मंगलवार देर रात सेना ने टारगेट सेट कर मिसाइल हमला किया. हमले में आतंकियों को काफी नुकसान पहुंचा है. करीब 26 आतंकी मारे गए हैं. जबकि 46 घायल हुए हैं. भारत में कई बार के हमला करने वाला जैश-ए-मोहम्मद चीफ हाफिज अजहर के रिश्तेदारों समेत उसके चार करीबी इस इस हमले में मारे गए हैं. भारतीय लड़ाकू विमानों ने पाकिस्तानी हवाई सीमा पार किए बिना पीओके में आतंकवादियों के कई ठिकानों पर सटीक हमले किए. जैश-ए-मोहम्मद के अलावा लश्कर-ए-तैयबा के प्रशिक्षण शिविरों, लॉन्च पैड और मुख्यालयों को भी निशाना बनाया गया. अधिकारियों ने बताया कि हमले के समय वहां बड़ी संख्या में आतंकी मौजूद थे.
मोसाद और इजराइली सेना की तरह भारत ने लिया एक्शन
इजराइल की तरह एक बार फिर भारतीय सेना ने आतंकियों को ही टारगेट किया. भारत का हमला बेहद सटीक और त्वरित था. पाकिस्तान की हवाई सुरक्षा के चीनी HQ-9 सिस्टम के भरोसे है. यह सुपरसोनिक मिसाइलों को भी ट्रैक कर लेता है. ब्रह्मोस और रुद्रम मिसाइलों को यह रोक नहीं पाया. इससे पहले भी साल 2022 में पाकिस्तान के मियां चन्नू में गलती से चल गई ब्रह्मोस मिसाइल को भी पाकिस्तान का एयर डिफेंस सिस्टम HQ-9 रोक नहीं पाया था.
सेना ने गुप्त खुफिया जानकारी का लिया सहारा
ऑपरेशन के बाद अधिकारियों ने बताया कि सशस्त्र बलों ने इन स्थलों पर संचालित हो रहे आतंकी शिविरों के बारे में खुफिया जानकारी के आधार पर पाकिस्तान में चार और पीओके में पांच स्थानों को चुना. पाकिस्तानी सशस्त्र बल के प्रवक्ता ने भी बीबीसी को दिए एक इंटरव्यू में कहा कि भारतीय वायुसेना ने बहावलपुर और मुरीदके को निशाना बनाया है. मुरीदके में लश्कर के मुख्य ठिकाने पर लगातार चार बार हमला किया गया. मुरीदके 1990 से लश्कर का गढ़ बना हुआ है. यहीं से अजमल कसाब समेत नौ अन्य आतंकवादियों को मुंबई में 26/11 के आतंकी हमले से पहले प्रशिक्षित किया गया था. इसके अलावा 26/11 हमले के आरोपी डेविड हेडली और तहव्वुर राणा भी यहां आए हुए हैं.
पाकिस्तान की सोच से ज्यादा तेजी से हुई कार्रवाई
भारतीय सेना ने मंगलवार देर रात जिस तरह से एक्शन लिया है वो पाकिस्तान की सोच से भी ज्यादा तेज निकली. बुधवार को भारत ने मॉक ड्रिल की घोषणा की है. पाकिस्तान समेत दुनिया के देशों की निगाहें होने वाले मॉक ड्रिल पर ही टिकी रही और सेना के जवानों ने पीओके में आतंकियों के ठिकानों को तबाह कर दिया.
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