Parliament Session: भारत सरकार ने शुक्रवार को स्पष्ट किया कि संयुक्त राज्य अमेरिका ने भारत पर कोई विशेष टैरिफ या पारस्परिक शुल्क (Reciprocal Tariff) नहीं लगाया है. यह जानकारी वाणिज्य और उद्योग राज्य मंत्री जितिन प्रसाद ने राज्यसभा में एक सवाल के जवाब में दी.
अमेरिका ने सभी देशों पर लगाए हैं स्टील और एल्यूमीनियम शुल्क
सीपीआई (एम) सांसद जॉन ब्रिटास द्वारा पूछे गए एक सवाल के जवाब में मंत्री ने कहा, ‘आज की तारीख तक अमेरिका ने भारत पर विशेष रूप से कोई पारस्परिक शुल्क नहीं लगाया है. अमेरिका ने सभी देशों से स्टील और एल्यूमीनियम आयात पर समान रूप से अतिरिक्त शुल्क लगाए हैं, जिनका प्रभाव व्यापक स्तर पर देखा जा रहा है. सरकार इन शुल्कों के प्रभाव का बारीकी से मूल्यांकन कर रही है. अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप पहले भी भारत द्वारा लगाए गए उच्च टैरिफ की आलोचना कर चुके हैं, लेकिन अभी तक दोनों देशों के बीच कोई विशेष व्यापारिक विवाद नहीं उभरा है.
भारत-अमेरिका व्यापार बढ़ाने की दिशा में काम जारी
मंत्री ने बताया कि भारत और अमेरिका अपने आर्थिक संबंधों को मजबूत करने के लिए प्रतिबद्ध हैं. इसी दिशा में दोनों देशों ने 13 फरवरी 2025 को एक संयुक्त बयान जारी किया था, जिसमें मिशन 500 के तहत 2030 तक द्विपक्षीय व्यापार को 500 बिलियन अमेरिकी डॉलर तक ले जाने का लक्ष्य रखा गया है.
उन्होंने कहा, भारत और अमेरिका एक पारस्परिक रूप से लाभकारी व्यापार समझौते पर बातचीत कर रहे हैं. इस समझौते के तहत दोनों देश बाजार पहुंच बढ़ाने, टैरिफ और गैर-टैरिफ बाधाओं को कम करने, आपूर्ति श्रृंखला को मजबूत करने और प्रमुख व्यापारिक मुद्दों को द्विपक्षीय रूप से हल करने पर ध्यान देंगे.”*
भारत-अमेरिका व्यापार संबंधों का भविष्य
भारत और अमेरिका के बीच व्यापारिक संबंधों को और गहरा करने के लिए कई नीतिगत सुधारों और समझौतों पर चर्चा हो रही है. दोनों देश व्यापारिक बाधाओं को कम करने और टेक्नोलॉजी, फार्मा, ऑटोमोबाइल, रक्षा और कृषि जैसे विभिन्न क्षेत्रों में सहयोग बढ़ाने के लिए प्रयासरत हैं.