Rahul Gandhi Poonch Visits: कांग्रेस नेता राहुल गांधी इस महीने की शुरुआत में पाकिस्तानी सेना द्वारा सीमा पार से की गई गोलाबारी के पीड़ितों से मिलने के लिए शनिवार को जम्मू-कश्मीर के पुंछ जिले पहुंचे. वे पुंछ पहुंचते ही Christ school क्यों गए? इस सवाल का जवाब सुप्रिया श्रीनेत ने सोशल मीडिया प्लेटफार्म एक्स पर दिया. उन्होंने लिखा–राहुल जी पुंछ पहुंचते ही Christ school क्यों गए? क्योंकि इसी स्कूल में पढ़ने वाले 12 साल के दो जुड़वा भाई बहन उरबा फातिमा और जेन अली पाकिस्तान की गोलीबारी में मारे गए थे. इन दोनों के साथ क्लास में पढ़ने वाले बाकी बच्चे परेशान हैं, दुखी हैं- राहुल जी ने उनसे बात की, उनके बिछड़ गए दोस्तों की बात की, उनको ढांढस बंधाया, उनमें एक उम्मीद जगाई. बच्चों के पिता अभी भी जम्मू में ICU में भर्ती हैं.

आतंकवादी हमले के बाद राहुल गांधी का दूसरा दौरा
लोकसभा में विपक्ष के नेता का पहलगाम में 22 अप्रैल को हुए आतंकवादी हमले के बाद से केंद्र शासित प्रदेश का यह दूसरा दौरा था. इस आतंकवादी हमले में 26 लोगों की जान चली गई थी जिनमें से अधिकतर पर्यटक थे. कांग्रेस ने एक्स पर वीडियो शेयर किया है. इस वीडियो में राहुल लोगों से मुलाकात करते नजर आ रहे हैं. एक वीडियो में वे बच्चों से हाथ मिलाते नजर आ रहे हैं. देखें वीडियो.
LoP Shri @RahulGandhi visited Christ school in Poonch and met students affected by Pakistan's cross-border shelling.
— Congress (@INCIndia) May 24, 2025
📍J&K pic.twitter.com/vd8sldUC6b
राहुल गांधी ने आतंकवादी हमले में घायल हुए लोगों से मिलने के लिए 25 अप्रैल को श्रीनगर का दौरा किया था. उन्होंने उस दौरान जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल, मुख्यमंत्री और कई हितधारकों से भी मुलाकात की थी. कांग्रेस के एक नेता ने बताया कि गांधी शनिवार सुबह जम्मू हवाई अड्डे पहुंचे और सीमा पार से की गई गोलाबारी से प्रभावित इलाकों का दौरा करने तथा शोकसंतप्त परिवारों से मिलने के लिए हेलीकॉप्टर से पुंछ रवाना हुए.
पाकिस्तान द्वारा गोले दागे जाने, मिसाइल और ड्रोन हमलों में 28 लोग मारे गए
पहलगाम आतंकवादी हमले के जवाब में भारत ने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के तहत पाकिस्तान और इसके कब्जे वाले कश्मीर में नौ आतंकवादी ठिकानों पर छह मई की देर रात सटीक हमले किए थे. इसके बाद से पुंछ सेक्टर में गोलाबारी बढ़ गई थी. पाकिस्तान द्वारा सात से 10 मई के बीच जम्मू-कश्मीर में तोप से गोले दागे जाने, मिसाइल और ड्रोन हमलों में 28 लोग मारे गए, जिनमें से 13 अकेले पुंछ जिले में मारे गए और 70 से अधिक घायल हो गए.