Hunger : स्वास्थ्य, शिक्षा, भूख एवं गरीबी उन्मूलन, महिला सशक्तिकरण, पर्यावरण संरक्षण और वंचितों के लिए आवास मुहैया कराने के लिए कई कंपनी कॉरपोरेट रिस्पांसिबिलिटी फंड(सीएसआर) के तहत फंड मुहैया कराती है. इस काम में भारत के अग्रणी व्यापारिक समूह एवं मालाबार गोल्ड एंड डायमंड्स की मूल कंपनी मालाबार समूह ने 2025-26 में सीएसआर पहल के तहत 150 करोड़ रुपये आवंटित किया है. यह कंपनी सीएसआर पहल ‘हंगर फ्री वर्ल्ड’ के तहत भारत और जाम्बिया में वंचितों को प्रतिदिन 70 हजार भोजन वितरित करने की प्रतिबद्धता जतायी है. वर्ष 2025-26 में में कुल 2.50 करोड़ भोजन बांटे जाएंगे. यह पिछले 3 सालों में बांटे गए 2.5 करोड़ भोजन के आंकड़ों से अधिक है.यह संयुक्त राष्ट्र के सस्टेनेबल डेवलपमेंट गोल 2- जीरो हंगर के अनुसार है.
इस मौके पर नीति आयोग के पूर्व सीईओ एवं जी-20 शेरपा डॉक्टर अमिताभ कांत ने कहा कि हर साल 28 मई को ही वर्ल्ड हंगर डे मनाया जाता है. अगर भारत से भुखमरी को हटाना है तो माताओं को सशक्त बनाना होगा. क्योंकि कमजोर मां के कारण देश में कमजोर बच्चे पैदा हाे रहे हैं. यह भारत के लिए चिंता की बात है. भारत खाद्य उत्पादन के मामले में आत्मनिर्भर है. कई खाद्य पदार्थ जैसे गेहूं, चावल, फल, सब्जी और अन्य खाद्य उत्पाद को दूसरे देशों में भेजा जाता है. खाद्य उत्पादन के मामले में आत्मनिर्भर होने के बावजूद देश में भुखमरी और कुपोषण एक बड़ी समस्या है.
देश तेज गति से आर्थिक विकास कर रही है और यह हम सभी की जिम्मेदारी है कि देश का हर नागरिक गुणवत्ता पूर्ण जीवन जी सके. शहरी और ग्रामीण क्षेत्र में महिलाओं के गर्भवती होने से बच्चा पैदा होने तक उचित देखभाल की व्यवस्था होनी चाहिए और यह सुनिश्चित किया जाना चाहिए कि हर बच्चे का जन्म अस्पताल में हो. बच्चों के उचित देखभाल की समुचित व्यवस्था होनी चाहिए ताकि वह कुपोषण से दूर रहे. इस कार्यक्रम में मालाबार समूह के चेयरमैन एमपी अहमद, मालाबार समूह के वाइस चेयरमैन केपी अब्दुल सलाम और मालाबार गोल्ड एंड डायमंड्स के भारतीय परिचालन के मैनेजिंग डायरेक्टर ओ अशर मौजूद रहे.