USAID Funding Allegations: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के यूनाइटेड स्टेट एजेंसी फॉर इंटरनेशनल डेवलपमेंट( यूएसएआईडी) फंडिंग के जरिये मोदी सरकार को सत्ता से हटाने के दावे को लेकर देश में राजनीति तेज हो गयी है. भाजपा ने आरोप लगाया कि कांग्रेस ने नरेंद्र मोदी को हराने के लिए भारत विरोधी ताकतों का सहारा लिया और इस काम में कांग्रेस नेता राहुल गांधी की भूमिका रही है. शुक्रवार को भाजपा प्रवक्ता गौरव भाटिया ने लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी पर सनसनीखेज आरोप लगाते हुए कहा कि वे विदेशी ताकतों के साथ मिलकर देश के लोकतंत्र को नष्ट करना चाहते हैं. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को सत्ता से हटाने के लिए कांग्रेस किसी हद तक जाने को तैयार है.
देश के लिए चिंता की बात है कि विपक्ष के नेता राहुल गांधी, जिन्होंने देश की अखंडता और संप्रभुता को बनाए रखने के लिए भारत के संविधान के तहत शपथ ली है, वे देश विरोधी गतिविधियों में शामिल हैं. देश विरोधी ताकतों को भारतीय प्रक्रिया में हस्तक्षेप करने के लिए उत्साहित कर रहे हैं. अमेरिकी राष्ट्रपति के खुलासे से साफ जाहिर होता है कि राहुल गांधी देश के लोकतंत्र को नष्ट करना चाहते हैं, क्योंकि प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में भारत वैश्विक स्तर पर अपनी पहचान बना रहा है. कांग्रेस नेता को यह बात अच्छी नहीं लग रही है.
भाटिया ने कहा कि राहुल गांधी और भारत विरोधी जार्ज सोरोस के बीच संबंध पहले ही स्थापित हो चुका है. भारत में हर कोई यही कह रहा है कि राहुल गांधी भारत का ठेका सोरोस को देना चाहते हैं. भारत से नफरत करने वाले हर व्यक्त से राहुल गांधी का प्यार का रिश्ता है.
कांग्रेस ने आरोपों को किया खारिज
दूसरी ओर भाजपा के आरोपों को खारिज करते हुए कांग्रेस ने कहा कि पूर्व केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी यूएसएआईडी की ब्रांड एंबेसडर हुआ करती थी. जब स्मृति ईरानी यूएसएआईडी की ब्रांड एंबेसडर थीं और सड़कों पर विरोध प्रदर्शन करती थीं, तो क्या यूएसएआईडी उन विरोध प्रदर्शनों के पीछे शामिल था? सामाजिक कार्यकर्ता अन्ना हजारे ने कांग्रेस सरकार के खिलाफ भ्रष्टाचार विरोधी अभियान चलाया. इस अभियान के बाद वर्ष 2014 में कांग्रेस केंद्र की सत्ता से बाहर हो गयी. क्या इस पैसे के दम पर भाजपा केंद्र की सत्ता पर काबिज हुई. कांग्रेस के मीडिया विभाग के प्रमुख पवन खेड़ा ने कहा कि भाजपा यह अभियान चला रही है कि यूएसएआईडी ने नरेंद्र मोदी सरकार को अस्थिर करने के लिए 2.1 करोड़ डॉलर खर्च किया. केंद्र में भाजपा की सरकार होने के बाद भी विदेशी फंडिंग आना देश के लिए शर्म की बात है.
खबर आयी है कि यूएसएआईडी का पैसा भारत नहीं बल्कि बांग्लादेश में खर्च किया गया है. इस खबर के सामने आने के बाद भाजपा को देश की जनता से माफी मांगनी चाहिए. कांग्रेस प्रवक्ता ने कहा कि पार्टी की मांग है कि पिछले 70 साल में विदेशी एजेंसियों की भारत में फंडिंग को लेकर श्वेत पत्र जारी किया जाना चाहिए. इधर विदेश मंत्रालय ने भी इस मामले की जांच की बात कही है. विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने कहा कि इस मामले की केंद्रीय एजेंसी जांच करेगी.