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US Independence Day : एक समय की बात है जब अमेरिका था गुलाम और यह देश कर रहा था उसपर राज

US Independence Day : संयुक्त राज्य अमेरिका जो आज के समय में एक तरह से विश्व की महाशक्ति है, वह महज 418 साल एक देश के रूप में नहीं गिना जाता था. वह बस एशिया से गए प्रवासियों के लिए शरणस्थली थी और वे यहां आराम से एक सुंदर जीवन जी रहे थे. ये लोग जनजातीय समाज के थे और कबीलों में रहते थे. आज के समय में इन्हें ही मूल अमेरिकी कहा जाता है. 1607 में यहां ब्रिटिश उपनिवेश की स्थापना हुई और यहां के लोगों को गुलाम बना लिया गया. अंग्रेजों ने यहां अत्याचार किए और ना सिर्फ शारीरिक अत्याचार किए, बल्कि अमेरिका में रहने वाले लोगों के बीच संक्रामक रोग फैलाया और उनकी सभ्यता और संस्कृति को भी नष्ट किया.

US Independence Day : 4 जुलाई को अमेरिका का स्वतंत्रता दिवस मनाया जाता है. ऐसे में यह सवाल मन में उठता है कि आखिर अमेरिका जैसे मजबूत और विश्व की महाशक्ति पर किसने शासन किया और कैसे उन्हें गुलाम बनाया कि अमेरिकियों को भी स्वतंत्रता दिवस का जश्न मनाने की जरूरत पड़ रही है. दरअसल अमेरिका पर अंग्रेजों ने 1607 से 1776 तक शासन किया, यानी कुल 169 साल तक अमेरिका ब्रिटिश उपनिवेश का हिस्सा रहा था.

ब्रिटिश शासन से पहले अमेरिका में किसका था शासन

ब्रिटिश शासन ने पहले अमेरिका में जनजातियां रहती थी. वे कबीलों में रहते थे और उनकी अपनी लोकतांत्रिक शासन व्यवस्था थी, जिसमें बहुमत को महत्व दिया जाता था और कबीलों का एक सरदार या प्रमुख होता था. कुल मिलाकर यह कहा जा सकता है कि उस वक्त अमेरिका को एक देश के रूप में नहीं देखा जाता था, यहां कई कबीले रहते थे और उनकी अपनी सभ्यता और संस्कृति थी. ये पशु, पेड़, सूर्य, चंद्रमा आदि को देवता मानते थे और भारतीय आदिवासियों की तरह ही प्रकृति पूजक थे. अमेरिकी इतिहासकार फ्रांसिस जेनिंग्स (Francis Jennings) ने अपनी किताब The Invasion of America) में लिखा है कि कोलंबस के अमेरिका आने से पहले यहां 500 से अधिक अलग-अलग जातियां निवास करती थीं और उनकी अपनी समृद्ध सभ्यता और संस्कृति थी. उन्होंने लिखा है कि यह कहना गलत होगा कि यूरोपीय लोगों के आने से पहले अमेरिका ‘खाली जंगल’ था.

एशिया के लोगों ने अमेरिका में बसाया था अपना घर

अमेरिका को बसाने का श्रेय इतिहासकार एशियावासियों को देते हैं. कहा जाता है कि आज से 15 से 20 हजार साल बेरिंग जलडमरूमध्य (Bering Strait) के जरिए एशिया के विभिन्न इलाकों से जनजातियां अमेरिका की ओर गईं. इनका अमेरिका जाने का उद्देश्य भोजन की तलाश को माना जाता है. एशिया के इन प्रवासियों ने अमेरिका में अपनी बस्ती बसाई और यहीं रहने लगे. इनकी अपनी भाषा और सभ्यता संस्कृति थी. माना जाता है कि जब ये आए तो साइबेरिया से अलास्का तक बर्फ का पुल बना हुआ था.आज के समय में यह इलाका रूस और उत्तरी अमेरिका कहा जाता है.

Bering-Strait
बेरिंग जलडमरूमध्य

अमेरिका की धरती पर पहुंचा पहला यूरोपीय कोलंबस

अमेरिका भले ही एक देश की तरह विकसित नहीं हुआ था, लेकिन यहां रहने वाले लोग खुश थे. हां यह जरूर था कि उनका संपर्क बाहरी दुनिया से कम था. उसी दौरान क्रिस्टोफर कोलंबस ने भारत की यात्रा करने का सोचा था, लेकिन वह अमेरिका पहुंच गया था. 1492 में यूरोपीय लोगों की पहली पहुंच अमेरिका में कोलंबस के रूप में हुई थी. इसके बाद यहां उपनिवेश बसाने की जंग शुरू हुई, लेकिन सफलता ब्रिटिशों को मिली और उन्होंने यहां अपना उपनिवेश कायम किया. हेनरी बैमफोर्ड पार्क्स ने अपनी किताब The United States of America: A History में भी यह बताया है कि यूरोपीयों का अमेरिका में पहला उल्लेखनीय प्रवेश 1492 में क्रिस्टोफर कोलंबस के रूप में हुआ था. उसके बाद यहां अंग्रेजों ने 1607 में जेम्सटाउन (वर्जीनिया) में अपना पहला उपनिवेश कायम किया. इससे पहले स्पेनिश, फ्रेंच और डच लोगों ने भी उपनिवेश कायम करने की कोशिश की थी.

अंग्रेजों ने अमेरिका में 13 कॉलोनियां बनाईं, जो बाद में अमेरिका बना

अंग्रेजों ने जेम्सटाउन के बाद अमेरिका में अपनी अन्य कॉलोनियां भी बनाई, जिनमें 1620 में प्लायमाउथ कॉलोनी 1636 में रोड आइलैंड, 1664 में न्यूयॉर्क और 1732 में जॉर्जिया प्रमुख थीं. अंग्रेजों ने अमेरिका में धार्मिक स्वतंत्रता और व्यापार के लिए अपना उपनिवेश बनाया था. उनका यह मानना था कि अमेरिका में काफी मुनाफा मिल सकता है. अंग्रेजों ने उपनिवेश की स्थापना के बाद यहां के मूल निवासियों पर अत्याचार किया, जो शारीरिक और उनकी सभ्यता और संस्कृति को नष्ट करने वाला भी था. अंग्रेजों के जरिए ही अमेरिकियों को चेचक की बीमारी हुई, जिसकी वजह से यहां हजारों लोग मारे गए थे. अमेरिकियों की शासन व्यवस्था और पूजा पद्धति को बर्बर बताकर अंग्रेजों ने उन्हें नष्ट कर दिया.

अमेरिकियों ने मांगी आजादी

ब्रिटिश शासकों के शोषण के खिलाफ अमेरिका के लोग एक हुए और उन्होंने 13 ब्रिटिश कॉलोनियों को इंग्लैंड की सत्ता से मुक्त कर एक स्वतंत्र राष्ट्र – ‘संयुक्त राज्य अमेरिका’ बनाने की मांग की. अंग्रेजों के शोषण से अमेरिकी थक चुके थे. उनपर कई तरह के अत्याचार किए जा रहे थे. उनका आर्थिक शोषण हो रहा था और कोई राजनीतिक अधिकार उनके पास नहीं थे. अमेरिकियों पर कई तरह के कर लगाए गए थे, जिनका विरोध धीरे-धीरे क्रांति का रूप ले लिया और अमेरिका का स्वतंत्रता संग्राम शुरू हुआ. अंतत: 4 जुलाई 1776 को 13 ब्रिटिश कॉलोनियों ने खुद को उनकी सत्ता से आजाद घोषिता किया और संयुक्त राज्य अमेरिका को एक स्वतंत्र देश घोषिता किया. लोगों ने जश्न मनाया और खुद को अमेरिका वासी के रूप में गौरवान्वित महसूस किया.

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Rajneesh Anand
Rajneesh Anand
इलाहाबाद विश्वविद्यालय से स्नातक. प्रिंट एवं डिजिटल मीडिया में 20 वर्षों से अधिक का अनुभव. राजनीति,सामाजिक, खेल और महिला संबंधी विषयों पर गहन लेखन किया है. तथ्यपरक रिपोर्टिंग और विश्लेषणात्मक लेखन में रुचि. IM4Change, झारखंड सरकार तथा सेव द चिल्ड्रन के फेलो के रूप में कार्य किया है. पत्रकारिता के प्रति जुनून है.

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