Bada Mangal 2025 Arti Path: वैदिक पंचांग के अनुसार, ज्येष्ठ माह की शुरुआत बड़े मंगल से होती है. धार्मिक मान्यता के अनुसार, मंगलवार के दिन पहली बार हनुमान जी की भगवान श्रीराम से भेंट हुई थी. इसलिए ज्येष्ठ माह के सभी मंगलवार को बड़े मंगल के रूप में मनाया जाता है. इस विशेष अवसर पर हनुमान जी और भगवान श्रीराम की विधिपूर्वक पूजा और व्रत किया जाता है. साथ ही पूजा के समय आरती अवश्य करनी चाहिए. ऐसा माना जाता है कि बड़े मंगल के दिन आरती करने से साधक की सभी इच्छाएं पूरी होती हैं और जीवन में सभी सुखों की प्राप्ति होती है.
हनुमानजी की आरती
आरती कीजै हनुमान लला की.
दुष्ट दलन रघुनाथ कला की॥
जाके बल से गिरिवर कांपे|
रोग दोष जाके निकट न झांके॥
अंजनि पुत्र महा बलदाई|
सन्तन के प्रभु सदा सहाई॥
आरती कीजै हनुमान लला की|
आज है ज्येष्ठ का बड़ा मंगल, जानें पूजा के उत्तम समय और उपाय
दे बीरा रघुनाथ पठाए|
लंका जारि सिया सुधि लाए॥
लंका सो कोट समुद्र-सी खाई|
जात पवनसुत बार न लाई॥
आरती कीजै हनुमान लला की|
लंका जारि असुर संहारे|
सियारामजी के काज सवारे॥
लक्ष्मण मूर्छित पड़े सकारे|
आनि संजीवन प्राण उबारे॥
आरती कीजै हनुमान लला की|
पैठि पाताल तोरि जम-कारे|
अहिरावण की भुजा उखारे॥
बाएं भुजा असुरदल मारे|
दाहिने भुजा संतजन तारे॥
आरती कीजै हनुमान लला की|
सुर नर मुनि आरती उतारें|
जय जय जय हनुमान उचारें॥
कंचन थार कपूर लौ छाई|
आरती करत अंजना माई॥
आरती कीजै हनुमान लला की|
जो हनुमानजी की आरती गावे|
बसि बैकुण्ठ परम पद पावे॥
आरती कीजै हनुमान लला की|
दुष्ट दलन रघुनाथ कला की॥