Guru Purnima 2025 : गुरु पूर्णिमा का पर्व हिन्दू धर्म में बेहद पावन और शुभ माना जाता है. यह दिन गुरुओं के प्रति कृतज्ञता प्रकट करने और उनके चरणों में श्रद्धा अर्पित करने का होता है. इस दिन किया गया श्रद्धा भाव एवं भेंट न केवल आध्यात्मिक लाभ प्रदान करता है, बल्कि जीवन में सुख, समृद्धि और सफलता के द्वार भी खोलता है. शास्त्रों में वर्णित है कि पीला रंग गुरु ग्रह बृहस्पति का प्रतीक होता है, और इस दिन पीली वस्तुओं का दान अथवा भेंट विशेष फलदायी माना गया है, यहां गुरु पूर्णिमा के दिन गुरु को अर्पित करने योग्य पीली वस्तुएं है, जिनसे मिलेगा साक्षात गुरु का आशीर्वाद :-

– पीला वस्त्र
गुरु को पीले वस्त्र अर्पित करना बृहस्पति को प्रसन्न करने का श्रेष्ठ उपाय है. पीला रंग ज्ञान, शुभता और सात्विकता का प्रतीक होता है. यदि संभव हो तो इस दिन गुरु को पीले वस्त्र भेंट करें या उन्हें पीले वस्त्र धारण करने हेतु निवेदन करें. इससे आपके भीतर ज्ञान का प्रकाश फैलेगा और मानसिक बल में वृद्धि होगी.
– चने की दाल
चने की दाल बृहस्पति से संबंधित मानी जाती है. इसे गुरु पूर्णिमा के दिन गुरु को भेंट करने से बौद्धिक विकास और शिक्षा संबंधी बाधाएं दूर होती हैं. यदि आपके जीवन में पढ़ाई या करियर में रुकावटें आ रही हैं, तो यह उपाय अत्यंत लाभकारी हो सकता है.
– पीला फल
केला, आम या पीले रंग के अन्य मौसमी फल गुरु को अर्पित करने से आयु, स्वास्थ्य और समृद्धि में वृद्धि होती है. यह भी दर्शाता है कि आप अपने गुरु को समर्पण के साथ फल अर्पित कर रहे हैं, जिससे जीवन में शुभता बनी रहती है.
– पीली मिठाई
बेसन के लड्डू, केसर बर्फी, मोहनथाल जैसी पीली मिठाइयां गुरु को अर्पित करना न केवल प्रसन्नता का प्रतीक है, बल्कि यह बृहस्पति देव की कृपा पाने का माध्यम भी बनता है. इससे पारिवारिक जीवन में शांति और प्रेम बना रहता है.
– पीला पुष्प
गुरु को पीले फूल जैसे गेंदा या कनेर अर्पित करना श्रद्धा और भक्ति का प्रतीक है. यह आपके जीवन में सकारात्मक ऊर्जा का संचार करता है और गुरु की चेतना से आपका जुड़ाव प्रगाढ़ होता है.
यह भी पढ़ें : Guru Purnima Daan 2025 : गुरु को दान में दें ये चीजें, गुरु पूर्णिमा बनेगा खास
यह भी पढ़ें : Guru Purnima 2025 के दिन करें इस सही ठंग से पूजा, बरसेगी स्वयं गुरु की कृपा
यह भी पढ़ें : Ram Name Jaap : “श्री राम से बड़ा है राम का नाम” – आप भी कीजिए रोजाना
गुरु पूर्णिमा केवल एक पर्व नहीं, बल्कि एक भाव है— समर्पण, भक्ति और मार्गदर्शन का. इस दिन यदि श्रद्धा से अपने गुरु को पीली वस्तुएं भेंट की जाएं, तो गुरु के साथ-साथ बृहस्पति देव की भी विशेष कृपा प्राप्त होती है, जो जीवन में ज्ञान, धन और धर्म तीनों ही क्षेत्रों में उन्नति का द्वार खोलती है.